Search Results

Sort by

Relevance
Filter
फाइल फोटो: प्रदीप साहा/सीएसई
सीएसई की नई किताब "सांसों का आपातकाल" के पहले अध्याय में भारत में बढ़ते प्रदूषण के लिए ग्लोबल वार्मिंग व ब्लैक कार्बन की वजह से गंगा के तटीय मैदानों पर दिख रहे असर का विश्लेषण किया गया है
पानी की लगातार बढ़ती किल्लत; फोटो: आईस्टॉक
Lalit Maurya
4 min read
डे जीरो अब कोई भविष्य की समस्या नहीं, यह केप टाउन, चेन्नई जैसे दुनिया के कई हिस्सों में पहले ही दस्तक दे चुका है
वैज्ञानिकों ने खोजा कार्बन चक्र का नया पहलू, जो पृथ्वी को अत्यधिक ठंडक की ओर धकेल सकता है।
Dayanidhi
4 min read
नया वैज्ञानिक शोध बताता है कि पृथ्वी की प्राकृतिक प्रणाली कभी-कभी ज्यादा ठंडक लाकर हिमयुग जैसी स्थिति बना सकती है।
ग्लोबल वार्मिंग से फसलों की पैदावार में भारी गिरावट: सदी के अंत तक 24 फीसदी नुकसान का अंदेशा
Lalit Maurya
4 min read
तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से रोजाना प्रति व्यक्ति 120 कैलोरी तक कम भोजन; किसानों के अनुकूलन के बावजूद बना रहेगा खतरा
स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है अच्छी नींद; फोटो: आईस्टॉक
Lalit Maurya
4 min read
फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पाया गया है कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते 'स्लीप एपनिया' के मामले बढ़कर दोगुने हो सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ेगा
डाइमिथाइल सल्फाइड फाइटोप्लांकटन नामक सूक्ष्म समुद्री जीवों द्वारा बनाई जाती है। जब हवा में छोड़ी जाती है, तो यह कणों (एरोसोल) में बदल जाती है जो बादलों को बनाने में मदद करते हैं।
Dayanidhi
3 min read
डाइमिथाइल सल्फाइड को कभी-कभी कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) का "कूल ट्विन" कहा जाता है क्योंकि इसका ग्रह पर ठंडा प्रभाव पड़ता है, जबकि सीओ2 एक ग्रीनहाउस गैस है जो ग्लोबल वार्मिंग के लिए जिम्मेवार है
Himalaya
Lalit Maurya
4 min read
अध्ययन से पता चला है कि जलवायु में जिस तेजी से बदलाव आ रहा है पहाड़ी क्षेत्रों में पेड़-पौधे उनके साथ तालमेल नहीं बैठा पा रहे हैं
अध्ययन के मुताबिक, दुनिया भर में आग लगने से हर साल लगभग 50,000 मौतें और 1,70,000 लोग घायल होते हैं।
Dayanidhi
2 min read
अध्ययन के मुताबिक, वाहनों में आग लगने की घटनाओं में 11.6 फीसदी की वृद्धि और बाहरी आग में 22.2 फीसदी की वृद्धि हो सकती है।
अत्यधिक ऊंचाई वाले पर्वतों में बदलाव बारिश के पैटर्न में बदलाव के बजाय बढ़ते तापमान के कारण होते हैं, जो क्षेत्र में जल भंडारण और पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता पर भयंकर तरीके से प्रभाव डालते हैं।
Dayanidhi
3 min read
जिन इलाकों में बारिश अधिक होती है इसके और बढ़ने का अनुमान है, जो गर्मियों और शरद ऋतु के दौरान एशिया के अत्यधिक ऊंचाई वाले पर्वतों के 80 फीसदी से अधिक हिस्से को कवर करेगा।
नब्बे प्रतिशत से अधिक भारतीय ग्लोबल वार्मिंग से चिंतित!
Anil Ashwani Sharma
3 min read
येल प्रोग्राम ऑन क्लाइमेट चेंज कम्युनिकेशन और सेंटर फॉर वोटिंग ओपिनियन एंड ट्रेंड्स इन इलेक्शन रिसर्च का सर्वेक्षण
अरब सागर के गर्म होने से बादलों के बनने में इजाफा हो रहा है, जिससे केरल में कम समय में भयंकर बारिश हो रही है और इसके कारण भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है।
Dayanidhi
4 min read
शोध के अनुसार, पिछली सदी में मानवजनित कारणों से बढ़ती गर्मी ने धरती के 75 फीसदी हिस्से पर बारिश में भारी बदलाव किया है।
जलवायु में आता बदलाव जीवन के हर पहलु को प्रभावित कर रहा है, जिसे कहीं ज्यादा संजीदगी से लेना जरूरी है; फोटो: आईस्टॉक
Lalit Maurya
6 min read
देश में 91 फीसदी लोग ऐसे हैं जो दुनिया में बढ़ते तापमान को लेकर चिंतित हैं, जबकि 76 फीसदी इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि बढ़ता तापमान कहीं न कहीं मानसून पर असर डाल रहा है
Read More
Filter
Section
18More
Author
18 More
Story Type
0 More
Date
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in