साल के अंत में : बढ़ती आपदाएं और तापमान के बीच घटती उम्मीदों वाला साल रहा 2025

यहां जानिए साल भर जनवरी से दिसंबर के दौरान जलवायु परिवर्तन की चिंताओं, नीतियों और कार्रवाई पर क्या हलचल रही
सितंबर से नवंबर 2025 के बीच उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध के बड़े हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
सितंबर से नवंबर 2025 के बीच उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध के बड़े हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। फोटो साभार: आईस्टॉक
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साल 2025 ने दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दिया कि जलवायु संकट अब सिर्फ भविष्य की चिंता नहीं बल्कि वर्तमान की वास्तविकता है। जनवरी से ही औद्योगिक युग से दर्ज उच्च तापमान ने रिकॉर्ड गर्मियों का तंत्र जगाया, और गर्मी के नए चरम, झीलों में ऑक्सीजन की कमी और खेतों में फसल विविधता में गिरावट जैसी चुनौतियां सामने आईं। भारत और विश्वभर में भीषण लू और चरम मौसमी घटनाओं ने यह दिखाया कि गर्मी अब लगातार बढ़ रही है।

साल के अंत तक, कमजोर ला नीना और वैश्विक तापमान असामान्य रूप से ऊँचे रहने के संकेतों ने मौसम अस्थिरता को बढ़ाया। कॉप-30 (बेलेम) में जलवायु वित्त, उत्सर्जन कटौती और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की चर्चाएँ हुईं, लेकिन कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेद भी स्पष्ट हुए। मध्य हिमालय में बाढ़ के बढ़ते जोखिम ने यह याद दिलाया कि स्थानीय और वैश्विक स्तर पर तैयारी और कार्रवाई अब अनिवार्य है।

1) जलवायु संकट: रिकॉर्ड गर्म जनवरी का आगाज
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/january-2025-warmest-on-record-with-175c-anomaly-despite-la-nina
• 2025 का जनवरी औद्योगिक काल से 1.75°सेल्सियस अधिक तापमान के साथ अब तक का सबसे गर्म जनवरी रहा।
• ला नीना होने के बावजूद तापमान में गिरावट नहीं आई।
• यह दर्शाता है कि वैश्विक तापमान वृद्धि की प्रवृत्ति और तेज हो रही है।

2) क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2025: तीन दशक में 8 लाख मौतें
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• 1993–2022 के बीच जलवायु आपदाओं से दुनिया भर में लगभग 8 लाख मौतें हुईं।
• भारत में 80,000 से अधिक लोगों की जान गई।
• बाढ़, लू और चरम मौसम भारत के लिए सबसे बड़े खतरे बने।

3) जलवायु परिवर्तन से झीलों में ऑक्सीजन 55% तक कम
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/climate-change-and-heatwaves-are-reducing-oxygen-in-lakes-around-the-world-by-up-to-55-percent-study
• हीटवेव के कारण झीलों में घुली ऑक्सीजन तेजी से घट रही है।
• इससे मछलियों और जलीय जीवन पर गंभीर असर पड़ रहा है।
• ताजे पानी की पारिस्थितिकी खतरे में है।

4) 2°C वृद्धि से 52% खेतों में फसल विविधता घटेगी
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/crisis-looming-on-the-plate-2-degree-c-rise-will-reduce-diversity-in-52-percent-of-farms
• तापमान 2°C बढ़ने पर आधे से ज्यादा खेतों में फसल विविधता घट सकती है।
• इसका सीधा असर खाद्य सुरक्षा पर पड़ेगा।
• छोटे किसानों की आजीविका सबसे ज्यादा प्रभावित होगी।

5) दुनिया में दूसरा सबसे गर्म मई
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/month-of-may-was-worlds-second-warmest-on-record-copernicus-climate-change-service
• मई 2025 औद्योगिक काल से 1.4°C अधिक गर्म रहा।
• यह अब तक का दूसरा सबसे गर्म मई दर्ज हुआ।
• यूरोप और ग्रीनलैंड में असामान्य गर्मी देखी गई।

6) भारतीयों को 20 दिन ज्यादा भीषण गर्मी झेलनी पड़ी
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/due-to-climate-change-indians-had-to-face-20-more-days-of-extreme-heat-in-12-months
• पिछले एक साल में भारत में 20 अतिरिक्त लू वाले दिन दर्ज हुए।
• 49% वैश्विक आबादी ने अत्यधिक गर्मी झेली।
• 2025 के शीर्ष 5 गर्म वर्षों में शामिल होने की आशंका।

7) जुलाई 2025 तीसरा सबसे गर्म महीना रहा
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• जुलाई 2025 रिकॉर्ड में तीसरा सबसे गर्म महीना रहा।
• समुद्री बर्फ का क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से कम रहा।
• इससे मानसून और वैश्विक मौसम अस्थिर हुआ।

8) तीसरा सबसे गर्म अगस्त रिकॉर्ड
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/climate-threat-humanity-faces-third-hottest-august-in-2025
• अगस्त 2025 औद्योगिक काल से 1.29°C अधिक गर्म रहा।
• यह तीसरा सबसे गर्म अगस्त दर्ज किया गया।
• चरम मौसम की घटनाएं और तेज हुईं।

9) ला नीना के बावजूद तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/global-temperatures-will-remain-above-normal-in-september-despite-return-of-la-nina-wmo
• ला नीना की वापसी के बावजूद तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान।
• अक्टूबर–दिसंबर तक असर बने रहने की चेतावनी।
• चरम मौसमी घटनाओं का खतरा बरकरार।

10) कमजोर ला नीना और मौसम में बदलाव के संकेत
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/what-will-the-next-three-months-look-like-weak-la-ni%C3%B1a-increasing-heat-and-signs-of-a-shift-in-rainfall-patterns
• कमजोर ला नीना की स्थिति बन सकती है।
• बारिश और तापमान पैटर्न में बदलाव संभव।
• सूखा और बाढ़ दोनों का खतरा।

11) बेलेम में उम्मीदों की बैठक: क्या कॉप-30 समाधान देगा?
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/a-meeting-of-hope-begins-in-belem-can-cop30-provide-a-solution-to-the-climate-crisis
• ब्राजील के बेलेम में COP-30 की शुरुआत।
• जलवायु वित्त, उत्सर्जन कटौती और न्याय मुख्य मुद्दे रहे।
• क्रियान्वयन पर दुनिया की नजरें टिकी रहीं।

12) वित्त और व्यापार पर मतभेद, कॉप-30 में नहीं बनी सहमति
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/no-breakthrough-at-cop30-at-end-of-week-1-as-divisions-deepen-over-finance-and-trade
• पहले सप्ताह में कोई ठोस समझौता नहीं हुआ।
• विकासशील देशों ने वित्तीय गारंटी की मांग की।
• उत्तर–दक्षिण विभाजन साफ दिखा।

13) भारत करेगा संशोधित जलवायु लक्ष्य पेश
यहां क्लिक करें: https://hindi.downtoearth.org.in/climate-change/india-to-file-revised-ndcs-bhupender-yadav-at-cop30
• भारत ने नए NDC जमा करने की घोषणा की।
• लक्ष्य 2035 की समयसीमा को ध्यान में रखेंगे।
• विकसित देशों से ज्यादा जिम्मेदारी निभाने की अपील।

14) मध्य हिमालय में सदी के अंत तक बाढ़ का खतरा 84% तक बढ़ सकता है
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• मध्य हिमालय में बाढ़ जोखिम तेजी से बढ़ेगा।
• ग्लेशियर पिघलना और भारी बारिश मुख्य कारण।
• बुनियादी ढांचे और आबादी पर बड़ा खतरा।

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