River

रेत खनन का नदी की भौतिक विशेषताओं, प्रवाह, तलछट और पारिस्थितिकी पर असर पड़ सकता है, इसलिए खनन शुरू करने से पहले रेत की पुनः पूर्ति क्षमता का मूल्यांकन आवश्यक है
Vivek Mishra
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नदियों का डायनेमिक्स हर साल बदलता रहता है। ऐसे में हर साल कितनी बालू आकर नदियों में जमा होगी यह सटीक बता पाना एक दुरूह काम है। वैज्ञानिक अध्ययन भी 70 फीसदी सटीकता रखते हैं
कैमरे की नजर से: यमुना के तीरे, उत्तराखंड के लोहारी गांव से लेकर उत्तर प्रदेश के नोएडा तक का सफर
प्रदूषण का शिकार यमुना; फोटो: प्रभात कुमार
यमुना का सबसे प्रदूषित हिस्सा दिल्ली में है। यहां की यमुना में बड़े-बड़े झाग का दिखना आम है, जो यह बताता है कि नदी में जीवन खत्म हो रहा है
अध्ययन से पता चला है कि 1990 के दशक से गंगा नदी का प्रवाह पहले के मुकाबले तेजी से कम हुआ है; फोटो: आईस्टॉक
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