धौलपुर में एक बार फिर बढ़ते प्रदूषण से हालात जानलेवा हो गए हैं। जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 300 के पार पहुंच गया है। वहीं दूसरी तरफ रामनाथपुरम की हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां एक्यूआई 19 रिकॉर्ड किया गया है। यदि इन दोनों शहरों के बीच प्रदूषण के अंतर को देखें तो धौलपुर में हवा 16 गुणा ज्यादा खराब है। इसी तरह देश के तीन अन्य शहरों में भी प्रदूषण से स्थिति दमघोंटू हैं। इन शहरों में बांसवाड़ा (226), भरतपुर (278), बर्नीहाट (230) शामिल हैं। हालांकि कल के मुकाबले देखें तो देश में 'खराब' वायु गुणवत्ता वाले इन शहरों की संख्या में करीब 67 फीसदी की गिरावट आई है। देखा जाए तो देश में बड़े शहरों को पीछे छोड़ छोटे शहरों में प्रदूषण से स्थिति कहीं ज्यादा खराब है।
वहीं दूसरी तरफ देश के 45 शहरों में आज भी वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है। इन शहरों में भुवनेश्वर, बिलासपुर, चामराजनगर, चिकबलपुर, चिक्कामगलुरु, देवास, गडग, गंगटोक, हल्दिया, हावड़ा, कलबुर्गी, कारवार, कटिहार, कोलकाता, कोल्लम, कोप्पल, मदिकेरी, मोतिहारी, मैसूर, नाहरलगुन, नयागढ़, ऊटी, पालकालाइपेरुर, पुदुचेरी, रायरंगपुर, राजमहेंद्रवरम जैसे शहर शामिल हैं। कल से देखें तो इन शहरों की संख्या में कोई बदलाव नहीं आया है। हालांकि संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में नौ फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। इसके बाद देश के 95 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक संतोषजनक हो गया है। इन शहरों में बठिंडा, बेंगलुरु, भागलपुर, भिलाई, भीलवाड़ा, भिवंडी, भोपाल, बीदर, ब्रजराजनगर, बुलन्दशहर, ब्यासनगर, चंद्रपुर, चेन्नई, कुड्डालोर, दावनगेरे, देहरादून, धारवाड़, डूंगरपुर, फिरोजाबाद, गया, गोरखपुर शामिल थे।
इसी तरह देश के 81 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम दर्ज किया गया है। इन शहरों में भिवानी, बीकानेर, बिलीपाड़ा, बूंदी, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चित्तौड़गढ़, चुरू, दौसा, दिल्ली, धनबाद, धारूहेड़ा, धुले, दुर्गापुर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुम्मिडिपूंडी, गुरूग्राम, ग्वालियर, हनुमानगढ़, हिसार, जबलपुर, जयपुर शामिल थे। देखा जाए तो कल से इन शहरों की संख्या में करीब पांच फीसदी की गिरावट आई है। यदि राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां भी प्रदूषण के स्तर में 37 अंकों की गिरावट आई है। इसके बाद वहां वायु गुणवत्ता सूचकांक घटकर 156 पर पहुंच गया है। फरीदाबाद में भी कल से प्रदूषण में गिरावट आई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 23 मई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 225 में से 45 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 95 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 22 मई 2024 यह आंकड़ा 87 दर्ज किया गया था।
81 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही। वहीं तीन शहरों बांसवाड़ा, भरतपुर, बर्नीहाट में स्थिति दमघोंटू है। दूसरे शहरों की तुलना में धौलपुर (304) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के पास पार गया है।
यदि दिल्ली की बात करें तो यहां वायु गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 37 अंक गिरकर 156 पर पहुंच गया है। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 155, गाजियाबाद में 118, गुरुग्राम में 192, नोएडा में 143, ग्रेटर नोएडा में 190 पर पहुंच गया है।
देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 75 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'संतोषजनक' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 96, चेन्नई में 70, चंडीगढ़ में 137, हैदराबाद में 76, जयपुर में 137 और पटना में 86 दर्ज किया गया।
इन शहरों की हवा रही सबसे साफ
पालकालाइपेरुर (29) सहित देश के जिन 45 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें आइजोल 31, अमरावती 23, अंगुल 41, अरियालूर 34, आरा 42, बागलकोट 42, बरेली 36, बारीपदा 38, बेलगाम 50, भुवनेश्वर 44, बिलासपुर 49, चामराजनगर 43, चिकबलपुर 24, चिक्कामगलुरु 45, देवास 50, गडग 50, गंगटोक 49, हल्दिया 38, हावड़ा 50, कलबुर्गी 38, कारवार 39, कटिहार 48, कोलकाता 46, कोल्लम 31, कोप्पल 49, मदिकेरी 32, मोतिहारी 48, मैसूर 33, नाहरलगुन 34, नयागढ़ 45, ऊटी 24, पालकालाइपेरुर 29, पुदुचेरी 37, रायरंगपुर 30, राजमहेंद्रवरम 46, रामनगर 37, रामनाथपुरम 19, सतना 49, सुआकाती 44, तिरुवनंतपुरम 46, तिरुपति 30, तिरुपुर 42, वाराणसी 29, विशाखापत्तनम 30, यादगीर 45 शामिल रहे।
वहीं अगरतला, आगरा, अहमदनगर, अजमेर, अकोला, अलवर, अंबाला, अमरावती, अनंतपुर, अंकलेश्वर, बदलापुर, बालासोर, बारबिल, बैरकपुर, बठिंडा, बेंगलुरु, भागलपुर, भिलाई, भीलवाड़ा, भिवंडी, भोपाल, बीदर, ब्रजराजनगर, बुलन्दशहर, ब्यासनगर, चंद्रपुर, चेन्नई, कुड्डालोर, दावनगेरे, देहरादून, धारवाड़, डूंगरपुर, फिरोजाबाद, गया, गोरखपुर, गुवाहाटी, हाजीपुर, हापुड़, हुबली, हैदराबाद, इंफाल, इंदौर, जैसलमेर, जलना, झांसी, कानपुर, करनाल, काशीपुर, क्योंझर, खुर्जा, कोहिमा, कोरबा, लातूर, लखनऊ, मैहर, मानेसर, मंगलौर, मुरादाबाद, मुंबई, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नगांव, नागपुर, नलबाड़ी, नांदेड़, नारनौल, नासिक, परभनी, पटना, पिंपरी-चिंचवाड, प्रतापगढ़, प्रयागराज, पुणे, रायपुर, राजसमंद, ऋषिकेश, राउरकेला, सहरसा, सलेम, सासाराम, शिवमोगा, सिलचर, सिलीगुड़ी, सिरोही, शिवसागर, तालचेर, टेंसा, ठाणे , थूथुकुडी, त्रिशूर, उदयपुर, उडुपी, वापी, वातवा, विजयवाड़ा आदि 95 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।
क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?
देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।
वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है। यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।
इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है।
दूसरी तरफ देश में अमरावती में हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 18 दर्ज किया गया है। यदि अमरावती में प्रदूषण की तुलना देश के सबसे प्रदूषित शहर ग्रेटर नोएडा से करें तो वहां हवा 17 गुणा साफ है। इसी तरह देश 34 अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है। यदि कल से तुलना करें तो देश में बेहतर हवा वाले शहरों की संख्या में 14 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। ऐसा ही कुछ संतोषजनक हवा वाले शहरों के साथ भी हुआ है, जिनकी संख्या में कल से दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। बता दें कि इन शहरों की संख्या 92 बनी हुई है। इनमें अंबाला, अमरावती, बदलापुर, बालासोर, बारीपदा, बेलापुर, बेतिया, भागलपुर, भिलाई, भीलवाड़ा, भोपाल, भुवनेश्वर, बीदर, बिलासपुर, बिलीपाड़ा, बोईसर आदि शहर शामिल हैं।
देश के 75 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया है। इन शहरों में बागपत, बारां, बाड़मेर, बठिंडा, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, बीकानेर, बुलन्दशहर, बूंदी, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चुरू, दौसा, धनबाद, धारूहेड़ा, धुले, गडग, ग्वालियर आदि शहर शामिल रहे। कल से देखें तो इन शहरों के आंकड़े में आठ फीसदी की गिरावट आई है।