सावधान! जीवन के 20 मिनट छीन सकती है महज एक सिगरेट

रिसर्च से पता चला है कि लंबे समय तक धूम्रपान करने वाले पुरुषों में महज एक सिगरेट पीने से जीवन प्रत्याशा 17 मिनट घट जाती है। वहीं महिलाओं में इसकी वजह से जीवन के 22 मिनट कम हो जाते हैं
शरीर के साथ-साथ मानसिक रूप से भी कमजोर बना रही धूम्रपान की लत; फोटो: आईस्टॉक
शरीर के साथ-साथ मानसिक रूप से भी कमजोर बना रही धूम्रपान की लत; फोटो: आईस्टॉक
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क्या आप जानते हैं कि महज एक सिगरेट, धूम्रपान करने वालों के जीवन के 20 मिनट छीन सकती है। बात हैरान करने वाली, लेकिन सच है।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से जुड़े वैज्ञानिकों ने पाया है कि एक सिगरेट धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के जीवनकाल को करीब 20 मिनट तक कम कर सकती है। इस अध्ययन के नतीजे जर्नल एडिक्शन में प्रकाशित हुए हैं। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यूके में धूम्रपान करने वालों के जीवनकाल की जांच की है।

बहुत सारे शोधों में सामने आया है कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है। हालांकि यह एक ऐसा खतरा है जिसे टाला जा सकता है, लेकिन इसके बावजूद हर साल दुनिया में लाखों लोगों की जान धूम्रपान की वजह से जा रही है।

वैश्विक स्तर पर देखें तो तम्बाकू हर चार सेकंड में एक जिंदगी को लील रही है। इसका मतलब की हर साल होने वाली 87 लाख मौतों के लिए कहीं न कहीं तम्बाकू जिम्मेवार है। विडंबना देखिए कि इनमें से 13 लाख लोग वो है जो न चाहते हुए भी दूसरों द्वारा किए धूम्रपान के कारण पैदा हुए धुंए का शिकार बन जाते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक दुनिया भर में 130 करोड़ लोग किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन कर रहे हैं। इनमें से 80 फीसदी निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रह रहे हैं।

सिर्फ यूनाइटेड किंगडम (यूके) से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें तो वहां 65 लाख से अधिक लोग अभी भी धूम्रपान करते हैं। ऐसे में इस नए अध्ययन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से जुड़े शोधकर्ताओं ने लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक सिगरेट से होने वाले नुकसान को उजागर किया है।

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शरीर के साथ-साथ मानसिक रूप से भी कमजोर बना रही धूम्रपान की लत; फोटो: आईस्टॉक

अपने अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पुरुषों के लिए ब्रिटिश डॉक्टर्स स्टडी और महिलाओं के लिए मिलियन वूमन स्टडी के आंकड़ों का उपयोग किया है ताकि यह समझा जा सके कि धूम्रपान से उम्र पर क्या प्रभाव पड़ता है।

इस अध्ययन के जो नतीजे सामने आए हैं उनसे पता चला है कि लंबे समय तक धूम्रपान करने वाले पुरुषों में महज एक सिगरेट पीने से जीवन प्रत्याशा 17 मिनट घट जाती है। वहीं महिलाओं में इसकी वजह से जीवन के 22 मिनट कम हो जाते हैं।

उन्होंने यह भी पाया है कि दोनों स्रोतों से प्राप्त आंकड़े पिछले निष्कर्षों की भी पुष्टि करते हैं। गौरतलब है कि इन निष्कर्षों में दर्शाया गया है कि धूम्रपान से होने वाला नुकसान समय के साथ बढ़ जाता है। वहीं धूम्रपान छोड़ने से होने वाले लाभ स्वास्थ्य की मौजूदा स्थिति, आयु और एक व्यक्ति हर दिन कितनी सिगरेट पीता है, जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं।

एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि धूम्रपान करने से मस्तिष्क सिकुड़ सकता है। रिसर्च के मुताबिक धूम्रपान की लत दिमाग को समय से पहले बूढ़ा बना सकती है। इसी तरह एक दूसरे अध्ययन से पता चला है कि धूम्रपान न करने वालों की तुलना में इसकी लत का शिकार लोगों को अपनी याददाश्त, सोचने-समझने, बोलने, सीखने और निर्णय लेने जैसे दिमागी कौशल में 85 फीसदी से अधिक की गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।

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किसी भी उम्र में फायदेमंद हो सकती है धूम्रपान से दूरी

शोधकर्ताओं ने यह भी पाया है कि धूम्रपान छोड़ने के लाभ अलग-अलग समय अवधि में देखे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक सप्ताह तक धूम्रपान न करने से जीवन में एक दिन की हानि को रोका जा सकता है, जबकि कुछ महीनों तक धूम्रपान छोड़ने से एक सप्ताह के बराबर जीवन हानि को टाला जा सकता है।

शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में यह भी कहा है कि कम उम्र में धूम्रपान छोड़ने के ज्यादा फायदे मिलते हैं। उदाहरण के लिए, 40 साल की उम्र तक धूम्रपान छोड़ने से धूम्रपान से जुड़ी बीमारियों से मृत्यु का जोखिम 90 फीसदी तक कम हो सकता है।

जर्नल एनईजेएम एविडेंस में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन के हवाले से पता चला है कि जो लोग 40 की उम्र से पहले धूम्रपान छोड़ देते हैं, उनके जीवित रहने की सम्भावना करीब-करीब उन लोगों जितनी ही होती है, जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया।

इसी तरह जो लोग किसी भी उम्र में धूम्रपान छोड़ते हैं, तो अगले दस वर्षों बाद उनकी जीवन प्रत्याशा करीब-करीब उन लोगों के बराबर हो जाती है, जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया। वहीं करीब आधा फायदा धूम्रपान छोड़ने के तीन वर्षों बाद ही दिखने लगता है।

अध्ययन में यह भी सामने आया है कि किसी भी उम्र में धूम्रपान छोड़ना लंबे जीवन से जुड़ा था। यहां तक की जिन लोगों ने तीन वर्षों से भी कम समय के लिए धूम्रपान छोड़ा था, उनकी जीवन प्रत्याशा छह साल तक बढ़ गई थी।

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देखा जाए तो अक्सर लोग, खासकर अधेड़ उम्र में यह सोचते हैं कि धूम्रपान छोड़ने के लिए अब बहुत देर हो चुकी है। लेकिन यह शोध दर्शाते हैं कि धूम्रपान किसी भी उम्र में छोड़ा जा सकता है और इसके फायदे हर उम्र में सामने आते हैं।

इतना ही नहीं धूम्रपान छोड़ने के बहुत जल्द सकारात्मक प्रभाव सामने आने लगते हैं। इसकी मदद से जानलेवा बीमारियों के जोखिम को भी कम किया जा सकता है। ऐसे में धूम्रपान छोड़ने वाले लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

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