

बेलेम हेल्थ एक्शन प्लान (बीएचएपी) का लॉन्च: स्वास्थ्य क्षेत्र की जलवायु अनुकूलन क्षमता बढ़ाने और लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए रणनीतिक रोडमैप।
13 नवम्बर: हेल्थ डे और मंत्री स्तरीय बैठक: दुनिया भर के स्वास्थ्य मंत्रियों और विशेषज्ञों द्वारा कमजोर समुदायों की सुरक्षा और जलवायु लचीलापन पर चर्चा।
14 नवम्बर: नई रिपोर्टों का विमोचन: बीएचएपी के तहत दो रिपोर्टें जारी की जाएंगी: एविडेंस फॉर एक्शन एंड सोशल पार्टिसिपेशन, क्लाइमेट एंड हेल्थ
अटैच डे: “अटैच परिणाम देता है: लचीली और लो-कार्बन स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए नए संकल्प” को प्रदर्शित करने वाला विशेष दिन।
डब्ल्यूएचओ हेल्थ पवेलियन: दो सप्ताह तक चलने वाला मंच जहां दुनिया के स्वास्थ्य समुदाय और नीति-निर्माता स्वास्थ्य और जलवायु पर सहयोग, नवाचार और समाधान साझा करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र की 30वीं वार्षिक जलवायु सम्मेलन (कॉप-30) इस साल ब्राजील के बेलेम शहर में आयोजित किया जा रहा है। यह सम्मेलन न केवल जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक निर्णयों का मंच है, बल्कि मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के गहरे संबंधों को भी उजागर करता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से कहा है कि वह इस सम्मेलन में अपनी विशेष भूमिका निभा रहा है ताकि दुनिया को यह याद दिलाया जा सके कि “स्वास्थ्य ही जलवायु परिवर्तन का मानवीय चेहरा है।”
विज्ञप्ति के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ का प्रमुख उद्देश्य सभी देशों की जलवायु नीतियों में स्वास्थ्य को केंद्र में रखना है। जलवायु परिवर्तन अब केवल पर्यावरण या ऊर्जा की समस्या नहीं रही, बल्कि यह एक स्वास्थ्य संकट बन चुकी है। बढ़ते तापमान, बाढ़, सूखा, प्रदूषण और नई बीमारियों के फैलने, ये सभी मानव जीवन और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे बन गए हैं।
कॉप-30 में डब्ल्यूएचओ “हेल्थ पवेलियन” नामक रिपोर्ट के माध्यम से दुनिया भर के विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों को एकजुट करेगा, ताकि वे मिलकर ऐसे समाधान खोजें जो जलवायु अनुकूल और टिकाऊ स्वास्थ्य प्रणालियां विकसित कर सकें।
बेलेम हेल्थ एक्शन प्लान (बीएचएपी): एक नया मार्गदर्शक दस्तावेज
कॉप-30 का एक प्रमुख परिणाम होगा “बेलेम हेल्थ एक्शन प्लान (बीएचएपी)”, जिसे ब्राजील की कॉप-30 अध्यक्षता के तहत प्रस्तुत किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य के क्षेत्र की जलवायु अनुकूलन क्षमता को बढ़ाना, स्वास्थ्य प्रणाली को लचीला बनाना और ऐसे शासन तंत्र को मजबूत करना जिससे हर देश जलवायु परिवर्तन के खतरों से अपने नागरिकों की रक्षा कर सके।
बीएचएपी में छह प्रमुख विषयगत क्षेत्र और 30 मुख्य उद्देश्यों को शामिल किया गया है। इनमें स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करना, स्वास्थ्य कार्यबल को प्रशिक्षित करना और पर्यावरण, शिक्षा, ऊर्जा जैसे अन्य क्षेत्रों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना शामिल है। यह योजना 12 या 13 नवम्बर को जारी की जाएगी।
13 नवंबर: हेल्थ डे और कॉप-30 मंत्री स्तरीय बैठक
विज्ञप्ति के मुताबिक, 13 नवंबर को कॉप-30 में “हेल्थ डे, स्वास्थ्य दिवस ” मनाया जाएगा। इस दिन दुनिया भर के स्वास्थ्य मंत्री, विशेषज्ञ और संगठन एक मंच पर आएंगे और स्वास्थ्य एवं जलवायु परिवर्तन पर ठोस कदम उठाने की दिशा में चर्चा करेंगे।
इस दिन होने वाली “मिनिस्टीरियल मीटिंग" में देशों के मंत्री इस बात पर विचार करेंगे कि कैसे जलवायु लचीलापन को बढ़ाया जाए, सतत विकास को तेज किया जाए, और कमजोर समुदायों की रक्षा के लिए सहयोग को सशक्त किया जाए।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि 14 नवम्बर का दिन उसके लिए और ब्राजील सरकार के लिए एक और अहम दिन होगा। इस दिन बीएचएपी के तहत दो नई वैश्विक रिपोर्टें जारी की जाएंगी:
कॉप-30 स्पेशल रिपोर्ट ऑन हेल्थ एंड क्लाइमेट चेंज: एविडेंस फॉर एक्शन – डिलीवरिंग द बेलें हेल्थ एक्शन प्लान, यह रिपोर्ट वैज्ञानिक प्रमाणों और ठोस नीतिगत सुझावों पर आधारित है, ताकि देश बीएचएपी को लागू करने में सफल हों।
सोशल पार्टिसिपेशन, क्लाइमेट एंड हेल्थ: ए स्पेशल रिपोर्ट टू सपोर्ट इम्प्लीमेंटेशन ऑफ द बीएचएपी, यह रिपोर्ट जलवायु और स्वास्थ्य से जुड़ी नीतियों में सामाजिक भागीदारी, शासन व्यवस्था और नेतृत्व की समावेशिता पर आधारित है।
दोनों रिपोर्टों का आधिकारिक विमोचन ब्राजील समयानुसार सुबह 11 बजे होगा। इसी दिन “अटैच डे” भी मनाया जाएगा, जिसका विषय होगा “अटैच परिणाम देता है: नए संकल्प, मजबूत और लो-कार्बन स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए है।
हेल्थ पवेलियन: सहयोग और नवाचार का मंच
डब्ल्यूएचओ और वेलकम ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित हेल्थ पवेलियन कॉप-30 के “ब्लू जोन” में स्थित होगा। यह लगातार पांचवें साल डब्ल्यूएचओ का स्वास्थ्य-केंद्रित पवेलियन है।
यहां दो सप्ताह तक कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी, जिनमें विशेषज्ञ, नीति-निर्माता, युवा नेता और नागरिक समाज के सदस्य भाग लेंगे। उद्देश्य होगा :
जलवायु कार्रवाई के स्वास्थ्य लाभों को उजागर करना,
स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देना,
यह दिखाना कि कैसे हर क्षेत्र में जलवायु नीतियां मानव स्वास्थ्य की रक्षा में योगदान दे सकती हैं।
डब्ल्यूएचओ के प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से कहा गया है कि सभी कार्यक्रमों का लाइवस्ट्रीमिंग भी किया जाएगा ताकि वैश्विक दर्शक इन चर्चाओं से जुड़ सकें।
कॉप-30 बेलेम केवल एक जलवायु सम्मेलन नहीं, बल्कि मानवता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वैश्विक आह्वान है। डब्ल्यूएचओ का यह प्रयास कि जलवायु कार्रवाई को स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखा जाए, आने वाले सालों के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।
जैसे-जैसे धरती का तापमान बढ़ रहा है, यह स्पष्ट होता जा रहा है कि जलवायु संकट अब भविष्य की बात नहीं, बल्कि आज का स्वास्थ्य संकट है।
बेलेम से उठी यह पहल “स्वास्थ्य को जलवायु कार्रवाई का केंद्र बनाना”, आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ और न्यायसंगत दुनिया की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।