
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भयंकर बर्फबारी का दौर जारी है। जिसकी वजह से जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री, उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 10 डिग्री, पूर्व और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 से 14 डिग्री सेल्सियस की बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले चार से पांच दिनों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है। जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान, देश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई है।
वहीं, विदर्भ और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस 3.1 से माइनस 5.0 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि विदर्भ के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस 1.6 से माइनस 3.0 डिग्री बना हुआ है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा के अलग-अलग इलाकों में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस 1.6 से माइनस 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे काफी अधिक बना हुआ है। वहीं, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर बना हुआ है।
विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, ओडिशा तथा उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस यानी काफी ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के मंडला में न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
वहीं कल, यानी पांच जनवरी को बिहार के कुछ हिस्सों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सितम झेलना पड़ा।
कहां होगी भारी बारिश और भयंकर बर्फबारी?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी स्तरों पर हवाओं के एक गर्त के रूप में जारी है। इसके कारण एक चक्रवाती प्रसार पूर्वी राजस्थान और इससे सटे इलाकों के निचले स्तरों में बना हुआ है। इसके कारण भारी चक्रवाती हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार के चलते आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने के आसार हैं।
वहीं आज, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने, यानी सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल, जबकि भारी हिमपात होने का भी पूर्वानुमान लगाया गया है, यहां 70 सेमी (700 मिमी) तक बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है।
वहीं उत्तर के मैदानी इलाकों में मौसमी बदलाव देखें तो आज, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग के मुताबिक, आठ जनवरी तक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं, नौ जनवरी तक पंजाब और हरियाणा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों, आठ जनवरी तक उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं, देर रात से आज सुबह तक पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब, पूर्वी मध्य प्रदेश और बिहार के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। आज सुबह पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों में मध्यम से घना कोहरा देखा गया, वहीं, आज सुबह पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, झारखंड और जम्मू और कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में मध्यम कोहरा छाया रहा।
कोहरे की वजह से आज सुबह पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ हवाई अड्डा, बहराइच और सुल्तानपुर में प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, वाराणसी में दृश्यता 50 मीटर, कानपुर में दृश्यता 100 मीटर, प्रयागराज में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम उत्तर प्रदेश के हिंडन और झांसी प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, पंजाब के अमृतसर में दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिम राजस्थान के सूरतगढ़ आईएएफ और बीकानेर प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर रही।
वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में दृश्यता शून्य मीटर, झारखंड के डाल्टनगंज में दृश्यता 200 मीटर, बिहार के पूर्णिया और भागलपुर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, पटना में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता में दृश्यता 50 मीटर, दीघा और डायमंड हार्बर प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर हवाई अड्डे में दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।
समुद्र में हलचल
मौसम विभाग के अनुसार, आज सोमालिया तट और उससे सटे दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।
कल कहां हुई बारिश-बर्फबारी और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, पांच जनवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में बारिश तथा बर्फबारी हुई, जबकि लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, पांच जनवरी को जम्मू और कश्मीर,लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के गुलमर्ग में 2 सेमी और कुपवाड़ा में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।