

उत्तर पश्चिम व मध्य भारत में शीतलहर और तापमान में भारी गिरावट, कई राज्यों में कड़ाके की ठंड और पाला बढ़ा।
पहाड़ी इलाकों में लगातार हिमपात, सड़कें फिसलन भरी, यातायात प्रभावित; अधिकतम तापमान में भी गिरावट।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण गंभीर स्तर पर, एक्यूआई 400 के पार, ठंड के साथ वायु गुणवत्ता बेहद खराब।
दक्षिण भारत में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय, तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार में भारी बारिश और ऑरेंज अलर्ट जारी।
पूर्वोत्तर और कुछ उत्तर भारतीय राज्यों में हल्का से मध्यम कोहरा, दृश्यता में कमी और यातायात पर प्रभाव।
देश के विभिन्न राज्यों में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों से लेकर दक्षिण भारत के तटीय राज्यों तक, मौसम की गतिविधियों में लगातार बदलाव दिखाई दे रहा है। कहीं ठंड और शीतलहर का प्रभाव बढ़ रहा है तो कहीं बारिश और गरज-चमक की स्थितियां बनने लगी हैं। साथ ही, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह,18 नवंबर, 2025 को जारी रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट, कोहरे की स्थिति तथा दक्षिण भारत में भारी बारिश होने का अंदेशा है।
उत्तर पश्चिम व मध्य भारत समेत देश के कई राज्यों में ठंड और शीतलहर
मौसम विभाग के अनुसार, कश्मीर और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। इस मौसमी गतिविधि का असर उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में दिखाई देगा।
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस से भी नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। इस कारण इन इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी कई जगहों पर तापमान सामान्य से कम है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सात से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके बाद तापमान में दो से तीन डिग्री तक की बढ़त हो सकती है। हालांकि पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 18 व 19 नवंबर को शीतलहर और कड़ाके की ठंड की आशंका जताई गई है। पश्चिम मध्य प्रदेश में 18 और 19 नवंबर को गंभीर शीतलहर की स्थिति बन सकती है, जबकि 20 व 21 नवंबर को हल्की शीतलहर चलने की आशंका है।
पहाड़ी राज्यों में हिमपात और पाला
हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर तथा उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार हिमपात हो रहा है। साथ ही पाला पड़ने के कारण कई इलाकों में सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 18 नवंबर को तापमान में चार से पांच डिग्री तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन दिन में अधिकतम तापमान में गिरावट दिखाई दे रही है। पहाड़ी इलाकों में पाला जमने लगा है, जिससे ठंड का प्रकोप और बढ़ गया है। मैदानों में हल्का कोहरा भी छाने का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह और रात के समय ठंड का असर साफ महसूस किया जा रहा है। दिन में धूप रहने के बावजूद ठंड से राहत नहीं मिल रही है। आज, दिल्ली का अधिकतम तापमान लगभग 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान करीब 10 डिग्री रहने का अनुमान है। यहां हल्की शीतलहर चलने के आसार बन सकते हैं।
सबसे ज्यादा चिंता का विषय दिल्ली-एनसीआर की बिगड़ती वायु गुणवत्ता है। दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच चुका है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। जबकि गाजियाबाद समेत कई अन्य शहरों में भी प्रदूषण स्तर बेहद खराब स्थिति में है। ठंड के साथ प्रदूषण का बढ़ता स्तर लोगों के स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी रोगियों पर इसका दुष्प्रभाव गहरा है।
पूर्वोत्तर भारत में कोहरे का खतरा
पूर्वोत्तर भारत में इस सप्ताह हल्के से मध्यम कोहरे की स्थिति रहने के आसार हैं। कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता घट सकती है, जिससे यातायात सेवाओं पर असर पड़ सकता है।
वही आज तड़के पंजाब के कुछ हिस्सों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्का कोहरा देखा गया।
दक्षिण भारत में सक्रिय बारिश की गतिविधि
दक्षिण भारत के मौसम में भी बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। समुद्र में दो बड़ी मौसम की गतिविधियां सक्रिय हैं। दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के पास बना कम दाब का क्षेत्र 7.6 किमी ऊंचाई तक फैले चक्रवाती प्रसार के साथ बना हुआ है। इसके धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 22 नवंबर के आसपास एक और कम दाब क्षेत्र बनने के आसार हैं, जो अगले दो दिनों में और अधिक सक्रिय हो सकता है।
तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने आज, 18 नवंबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यहां विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 115.6 से 204.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। इसके अलावा, इन राज्यों तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बिजली गिरने तथा गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का भी अंदेशा जताया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 17 नवंबर, 2025 को केरल के कन्नूर में अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के गया में न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 17 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, केरल और माहे, लक्षद्वीप, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 17 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के नागापट्टिनम में 10 सेमी, कराईकल और अदिरामापतिनम प्रत्येक जगह 8 सेमी, पांडिचेरी और कुड्डालोर प्रत्येक जगह 2 सेमी, पंबन, टोंडी, चेन्नई और तिरुचिरापल्ली प्रत्येक जगह 1 सेमी, केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम-शहर और कोझिकोड प्रत्येक जगह 3 सेमी, लक्षद्वीप के मिनिकॉय में 2 सेमी, रायलसीमा के तिरुपति में 1 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के नेल्लोर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।