उत्तर, पूर्वोत्तर व दक्षिण भारत में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, भारी बारिश व बर्फबारी के आसार

मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 30 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश तथा जमकर बर्फबारी होने के आसार हैं।
दो नए पश्चिमी विक्षोभों के एक से चार फरवरी, 2025 के बीच सक्रिय होकर उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने का पूर्वानुमान है।
दो नए पश्चिमी विक्षोभों के एक से चार फरवरी, 2025 के बीच सक्रिय होकर उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने का पूर्वानुमान है।
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मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो देश के कई इलाकों खासकर उत्तर, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा। जहां पहले से ही एक पश्चिमी विक्षोभ लगातार पूर्वी अफगानिस्तान के ऊपर चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है, वहीं दो और नए पश्चिमी विक्षोभों के एक से चार फरवरी, 2025 के बीच सक्रिय होकर उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने का पूर्वानुमान है।

मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते 30 जनवरी से चार फरवरी के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने का अनुमान है।

30 जनवरी से चार फरवरी के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने तथा हिमपात के आसार हैं। 31 जनवरी से चार फरवरी के दौरान पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश व दो से चार फरवरी के दौरान पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, तीन और चार फरवरी को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।

देश के अन्य हिस्सों, पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो, पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार लगातार बना हुआ है। इसकी वजह से 30 और 31 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।

वहीं इसी दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 30 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश तथा जमकर बर्फबारी होने के आसार हैं

दक्षिण में पूर्वी लहर लगातार जारी है इसके कारण 30 जनवरी से एक फरवरी के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, जबकि 31 जनवरी को दक्षिण तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अंदेशा जताया गया है

तापमान में उतार-चढ़ाव

जहां उत्तर भारत के कई हिस्सों में पारा चढ़ने लगा है, वहीं हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को लगातार शीत लहर का कहर झेलना पड़ रहा है, हालांकि मौसम विभाग ने जल्द ही इससे निजात मिलने की संभावना जताई है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है। वहीं, अगले दो दिनों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, विदर्भ के अकोला में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के नारनौल में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

कोहरे का कहर

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि 31 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में रात व सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। इसी दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, तटीय ओडिशा तथा एक फरवरी तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा बिहार में, 31 जनवरी से तीन फरवरी तक असम और मेघालय में रात से सुबह के समय घने कोहरे से छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं।

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