
देश के अधिकतर हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी, जबकि कुछ हिस्सों में कमी भी दर्ज की जा रही है, यानी पारे में उतार-चढ़ाव जारी है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आगामी चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं।
सप्ताह के पहले हिस्से के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है, तथा सप्ताह के बाद के दिनों में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। वहीं, अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है तथा सप्ताह के बाद के दिनों में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह के अधिकतर दिनों में उत्तरी प्रायद्वीपीय और पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहने के आसार हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी छह फरवरी को तटीय आंध्र प्रदेश के ट्यूनी और नंदीगामा में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा कोहरे का कहर?
मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में आठ फरवरी तक सुबह के समय घने कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
कहां होगी बारिश व बर्फबारी?
विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। मध्य स्तरों पर हवाओं का ट्रफ बना हुआ है। मध्य असम और उसके आसपास के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते आज, यानी सात फरवरी को अरुणाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर असम में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्वोत्तर को छोड़कर देश के अधिकतर हिस्सों में मौसम के फिलहाल शुष्क बने रहने का अनुमान है। वहीं उत्तराखंड में मौसमी बदलाव देखें तो राज्य का मौसम शुष्क बना हुआ है। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो आने वाले दिनों में बारिश की कोई संभावना नहीं दिख रहे हैं।
कल, यानी छह फरवरी को प्रदेश की राजधानी देहरादून में सुबह के समय चमकदार धूप खिली, जिससे पारा बढ़ने लगा। दोपहर के बाद मौसम में एक बार फिर बदलाव हुआ और आसमान में बादल मंडराने लगे। मसूरी में भी शाम के समय मौसम ने करवट ली और ठंडी हवाओं के साथ कहीं-कहीं बूंदा-बांदी हुई, जिससे तापमान में कमी आई और सर्दी में बढ़ोतरी महसूस की गई।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज, यानी सात फरवरी को देहरादून में आसमान के साफ रहने का अनुमान है, वहीं सुबह के समय हल्का कोहरा देखा जा सकता है। देहरादून का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कुछ समय पहले हुई बर्फबारी और बारिश से मौसम सर्द बना हुआ है। मगर मौसम विभाग के आंकड़ों की मानें तो पहाड़ों पर मौसम अभी भी शुष्क बना हुआ है और इस समय जितनी बर्फबारी होनी चाहिए उतनी हुई नहीं है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि आठ फरवरी, 2025 से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। इसके कारण पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव होने का अनुमान है। यानी, आठ से 12 फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी गतिविधियों ने उत्तर भारत में मौसम में जरा बहुत बदलाव किया है। दक्षिण भारत के शहर चेन्नई से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक सभी बड़े महानगरों का तापमान 20 डिग्री के पार है। दिल्ली में तापमान 21.32 डिग्री सेल्सियस दर्ज की है। दिल्ली-एनसीआर में सुबह-शाम तो हल्की सर्दी महसूस की जा रही है, मगर दिन में चटख धूप के साथ तेज हवाओं की वजह से ठंड भी महसूस हो रही है।
कहां हुई बारिश व बर्फबारी ?
कल, यानी छह फरवरी को असम और अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गरज कसे साथ बारिश तथा कहीं-कहीं बर्फबारी भी रिकॉर्ड की गई।