मौसम का बदला मिजाज, पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश व बर्फबारी के आसार

मौसम विभाग ने आज, यानी क‍ि आठ फरवरी से उत्तर के पर्वतीय इलाकों में मौसम के मिजाज के बदलने का अनुमान लगाया गया है, इसके कारण एक बार फिर सर्दी का प्रकोप बढ़ सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज, आठ से 12 फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश व बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज, आठ से 12 फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश व बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
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देश के अधिकतर हिस्सों में मौसम लगातार शुष्क बना रहा, लेकिन अब एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक बार फिर मौसम करवट बदलने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज, आठ से 12 फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश व बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने की संभावना जताई गई है

वहीं उत्तराखंड में मौसमी बदलाव देखें तो यहां लगातार मौसम का मिजाज बदल रहा है। प्रदेश में शुष्क मौसम के कारण अधिकतम तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। दिन में धूप खिलने से प्रदेश की राजधानी देहरादून समेत ज्यादातर मैदानी इलाकों में दिन में गर्मी महसूस हो रही है।

सर्द हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई है। सुबह और शाम में सर्दी का सितम बरकरार है। मौसम विभाग ने आज, यानी क‍ि आठ फरवरी से पर्वतीय इलाकों में मौसम के मिजाज के बदलने का अनुमान लगाया गया है, इसके कारण एक बार फिर सर्दी का प्रकोप बढ़ सकता है।

वहीं देश की राजधानी दिल्ली में सुबह के समय कई इलाकों में हल्का कोहरा दिखाई दिया। दिन चढ़ने के साथ कोहरा भी छट गया है। इस बीच तेज हवाओं के कारण शहर के तापमान में कमी आई है। सुबह और रात के समय ठंड बढ़ सकती है। वहीं दिन में धूप खिलने से गर्मी का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में भी यहां मौसम के ऐसे ही बने रहने का अनुमान है।

वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा है। अधिकतर इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब बना हुआ है।

वहीं देश के अन्य हिस्सों में मौसमी बदलाव देखें तो, पूर्वोत्तर भारत में समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 135 नॉट्स तक की गति से उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही है। वहीं एक चक्रवाती प्रसार पूर्वोत्तर असम और निचले स्तरों पर बना हुआ है। इसकी वजह से 10 और 11 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर असम में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, आने वाले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है। अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावटआने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद के दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। जबकि अगले चार दिनों के दौरान महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का अनुमान है।

मौसम विभाग की मानें तो अगले चार से पांच दिनों के दौरान महाराष्ट्र और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय आंध्र प्रदेश के नंदीगामा में अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में राजस्थान के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, नौ फरवरी तक ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं

वहीं आज सुबह, असम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में हल्का कोहरा देखा गया। कोहरे की वजह से आज सुबह, असम के उत्तरी लखीमपुर में दृश्यता 500 मीटर, त्रिपुरा के कैलाशहर में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, यानी सात फरवरी को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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