बदलेगा मौसम का मिजाज, बारिश-बर्फबारी से लेकर वज्रपात तक के आसार

19 और 20 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली, 20 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 19 फरवरी को पश्चिमी राजस्थान में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने का अनुमान है।
19 से 22 फरवरी के दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
19 से 22 फरवरी के दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
Published on

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जम्मू और उसके आसपास के इलाकों में जारी है और इसकी वजह से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। एक और पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर एक ट्रफ के रूप में सक्रिय हो गया है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते 19 और 20 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ बारिश व बर्फबारी होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। 21 से 23 फरवरी के दौरान इन्हीं राज्यों में हल्की बारिश व बर्फबारी के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार,आज, यानी 19 फरवरी को पूर्वी राजस्थान में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने के आसार जताए गए हैं।

वहीं, 19 और 20 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, 20 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 19 फरवरी को पश्चिमी राजस्थान में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने का अनुमान है।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि झारखंड से दक्षिण ओडिशा तक निचले स्तरों पर हवाओं की एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इसकी वजह से 19 से 22 फरवरी के दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।

पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव

पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण 19 से 24 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में बारिश तथा बर्फबारी तथा बिजली गिरने की गतिविधि के जारी रहने की आशंका है, जबकि आज, अरुणाचल में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है

अगले एक सप्ताह के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान है।

वहीं आज, 19 फरवरी को असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और माहे के कई इलाकों में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है

जबकि, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, बिहार, असम और मेघालय और पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग मैदानी इलाकों में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।

वहीं, चंडीगढ़ और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों, विदर्भ के कुछ हिस्सों में दिन के तापमान में सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे काफी अधिक बढ़ोतरी हुई है। जबकि, पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटवर्ती इलाकों में दिन का तापमान 1.6 डिग्री से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, कोंकण और गोवा, पूर्वी राजस्थान तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में दिन के तापमान में सामान्य से 1.6 डिग्री से तीन डिग्री सेल्सियस की उछाल देखी गई है।

रात के तापमान में उतार-चढ़ाव

पिछले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा, पूर्वी मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई इलाकों में रात के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है। वहीं, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में रात के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

पिछले 24 घंटों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों में भी रात के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई, जबकि हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में रात के तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस की उछाल देखी गई है।

वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तर-पश्चिम भारत और उससे सटे मध्य भारत, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे के कई इलाकों में रात का तापमान सामान्य से दो से पांच डिग्री सेल्सियस ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है।

ओडिशा, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, पूर्वोत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से माइनस 1.6 डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, विदर्भ के अकोला में अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के पठानकोट में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और अगले दो दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद के 24 घंटों के दौरान दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट तथा उसके बाद के दो दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

आज सुबह, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में घने से लेकर बहुत घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से आज सुबह, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के हल्दिया में दृश्यता शून्य मीटर और डायमंड हार्बर में दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in