कई इलाकों में तापमान में छह डिग्री तक की उछाल, तमिलनाडु-पुडुचेरी में भारी बारिश के आसार

जैसे-जैसे पश्चिमी हवाओं का ट्रफ पूर्व की ओर बढ़ता है और बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ मिलन होने से, पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के और तेज होने के आसार बन जाते हैं।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है।
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उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में अगले दो दिनों तक मौसम के शुष्क रहने का पूर्वानुमान है, हालांकि बादलों की आवाजाही लगी रहेगी। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, 20 जनवरी की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, इसकी वजह से 21 जनवरी को पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।

मौसम विभाग की मानें तो जैसे-जैसे पश्चिमी हवाओं का ट्रफ पूर्व की ओर बढ़ता है और बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ मिलन होने से, पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के और तेज होने के आसार बन जाते हैं

21 से 23 जनवरी के दौरान उत्तर-पश्चिम के मैदानी इलाकों के पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, 22 को राजस्थान और 22 और 23 जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है। 23 जनवरी को उत्तराखंड के ऊंचाई वाले कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है।

कहां रहेगा सर्दी का सितम?

19 जनवरी को मध्य प्रदेश में और 22 जनवरी को हिमाचल प्रदेश में लोगों को कड़ाके की ठंड का सितम झेलना पड़ सकता है। वहीं कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को भयंकर सर्दी से दो चार होना पड़ा, जबकि, राजस्थान और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी सर्दी महसूस की गई।

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो, तमिलनाडु तट से दूर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में पूर्वी दिशा में हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है। इसके प्रभाव से आज, यानी 18 जनवरी को तटीय तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से भारी बारिश होने के आसार हैं

वहीं कल, 19 जनवरी को तमिलनाडु के दक्षिणी आंतरिक हिस्सों तथा दक्षिण केरल में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। इसी दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों, पूर्व और पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

वहीं अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

वहीं, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है, जबकि हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में यह दो से पांच डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। वहीं, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 12 डिग्री, पूर्व और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 12 से 16 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है।

पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, ओडिशा, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों तथा हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में तीन से छह डिग्री की वृद्धि हुई है

जबकि, गुजरात और पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में एक से तीन डिग्री की बढ़ोतरी व उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है।

कहां रहेगा कोहरे का कहर?

19 जनवरी तक बिहार और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में रात से लेकर सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। 20 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में, 19 से 21 जनवरी के दौरान पूर्वी राजस्थान में, 20 जनवरी तक मध्य प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में, 21 जनवरी तक असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में रात से लेकर सुबह के समय तक घने कोहरे से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं

समुद्र में उथल-पुथल

मौसम विभाग के अनुसार, आज कोमोरिन के इलाकों और मन्नार की खाड़ी, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।

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