
सर्दी में गर्मी का अहसास समय से पहले होने लगा है, हालांकि मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। वहीं, अगले चार से पांच दिनों के दौरान मध्य भारत में भी न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आने का पूर्वानुमान है।
अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान जताया गया है।
वहीं, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान एक से पांच डिग्री, उत्तर-पश्चिम के मैदानी इलाकों और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 10 डिग्री, मध्य, पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 से 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी 23 जनवरी को केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों और ओडिशा के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई है।
पिछले 24 घंटों में छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना और कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भी न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई।
शीत लहर का कहर
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार आज, यानी 24 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को शीत लहर से दो चार होना पड़ सकता है।
वहीं कल हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में जमकर पाला पड़ा जिसकी वजह से हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में शीत लहर का कहर रहा।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में 25 जनवरी तक रात से सुबह के समय तक घने कोहरे से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं आज सुबह, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में घने से लेकर बहुत घना कोहरा तथा बिहार और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्का कोहरा छाया रहा।
कोहरे के कारण आज सुबह, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में में दृश्यता शून्य मीटर, बहराइच और सुल्तानपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, गोरखपुर में दृश्यता 500 मीटर, ओडिशा के भुवनेश्वर, पारादीप और पुरी प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, बालासोर में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता (दम दम) में दृश्यता शून्य मीटर, बांकुरा में दृश्यता 200 मीटर, डायमंड हार्बर, दीघा और मालदा प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, असम के तेजपुर और उत्तरी लखीमपुर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, मोहनबाड़ी में दृश्यता 200 मीटर, गुवाहाटी में दृश्यता 500 मीटर, त्रिपुरा के अगरतला और कैलाशहर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, बिहार के पटना, भागलपुर और पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, तटीय आंध्र प्रदेश के बापटला, विजयवाड़ा और अमरावती प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
कहां होगी बारिश?
मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो देश के अधिकतर इलाकों में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है। वहीं, पूर्वी बांग्लादेश और उसके आस-पास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का प्रसार बना हुआ है। इसके कारण आज, यानी 24 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर असम के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, यानी 23 जनवरी को लक्षद्वीप में कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे और गरज के साथ बौछारें पड़ी, वहीं कल लक्षद्वीप के मिनिकॉय में 5 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।