देश के कई इलाकों में सर्दी का सितम शुरू हो गया है, हालांकि अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा जा रहा है। बिहार के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर बना हुआ है।
जबकि पहाड़ी हिस्सों के जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया है।
वहीं, ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस या उससे कम दर्ज किया जा रहा, जो कि काफी नीचे है। जबकि छत्तीसगढ़ तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच से तीन डिग्री सेल्सियस, यानी काफी नीचे रहा।
मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच से तीन डिग्री सेल्सियस, काफी नीचे रहा।
जबकि हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, असम और मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में आज मौसम शुष्क और आसमान साफ बना रहेगा। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के आठ किमी प्रति घंटे से कम होने का अनुमान है। यहां सुबह के समय धुंध व हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
दोपहर के समय दिल्ली में पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के 10 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का पूर्वानुमान है। शाम और रात के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के चार किमी प्रति घंटे से कम होने के आसार हैं, जिसकी वजह से शाम और रात में धुंध और हल्का कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर आईएएफ में न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में सुबह और रात में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं, वहीं, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है। जबकि, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में अगले कुछ दिनों तक कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
कोहरे की वजह से आज सुबह दिल्ली के सफदरजंग में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कानपुर में दृश्यता 200 मीटर, वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर हर जगह दृश्यता 500 मीटर, बिहार के पटना, भागलपुर और पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर और पश्चिम मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी अंडमान सागर और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बनने का अनुमान है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 23 नवंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है।
इसके बाद, यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और अगले दो दिनों के दौरान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में डिप्रेशन में बदल जाएगा।
वहीं, कोमोरिन के निचले स्तरों और इससे सटे इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। एक और चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों में केरल तट से दूर दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर जारी है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, यानी 21 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के कुछ हिस्सों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में 15.6 से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
इस सप्ताह के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा 21 और 22 नवंबर को असम और मेघालय के छिटपुट हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, यहां भी 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं कल, यानी 20 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भारी से भयंकर बारिश हुई, इन हिस्सों में 40 मिमी से 280 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई।
समुद्र में उथल-पुथल
चक्रवाती प्रसार और कम दबाव के चलते समुद्री इलाकों में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि आज, दक्षिण केरल तट और लक्षद्वीप क्षेत्र, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों तथा इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने के आसार हैं।
तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने से परहेज करने की सलाह दी है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, केरल और माहे, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।