
मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल उत्तर भारत में बढ़ती गर्मी से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं, हालांकि पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हवाओं के ट्रफ में सक्रिय हो गया है। इसके चलते कल से यहां मौसमी बदलाव होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि नौ से 11 अप्रैल, 2025 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसी दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी बरस सकते हैं बादल।
तपते मैदानी इलाकों में भी अगले दो दिनों में मामूली राहत मिल सकती है, क्योंकि 10 अप्रैल को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में भी बारिश हो सकती है। जबकि नौ अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
दूसरी ओर कल, यानी सात अप्रैल को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण के मध्य हिस्सों में बना कम दबाव का क्षेत्र आज, 08 अप्रैल, 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
अगले 12 घंटों के दौरान इसके दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और उसके बाद अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
निचले स्तरों पर दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने उपरोक्त चक्रवाती प्रसार से दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के पार दक्षिण तमिलनाडु तक हवाओं
का एक ट्रफ बना हुआ है। एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार पूर्वोत्तर झारखंड तथा एक और प्रसार निचले स्तरों पर पूर्वी असम के ऊपर बना हुआ है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुआ आज, यानी आठ अप्रैल, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, केरल और माहे में, आठ और नौ अप्रैल को कर्नाटक में, आठ से 11 अप्रैल के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, 08 अप्रैल, 2025 को असम और मेघालय, बिहार और नौ अप्रैल को झारखंड के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं।
आज, आठ अप्रैल को तमिलनाडु, केरल और माहे और असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में 70 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के कई हिस्सों में तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी से गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद के दो दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के सीधी में न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
आज, आठ अप्रैल को हिमाचल प्रदेश, दिल्ली के कुछ हिस्सों में लू या हीटवेव चलने की आशंका है। वहीं आठ से 10 अप्रैल के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश तथा पंजाब में, आठ और नौ अप्रैल को पश्चिम उत्तर प्रदेश तथा विदर्भ में लोगों को लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, आठ और नौ अप्रैल को सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू चलने के आसार हैं, जबकि आठ अप्रैल को सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने की आशंका जताई गई है। आठ से 10 अप्रैल के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में लू चलने के आसार हैं, वहीं आठ और नौ अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने की आशंका जताई गई है।
समुद्र से दूर रहने रहने की चेतावनी
कम दबाव व चक्रवाती गतिविधि के चलते आज, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य उत्तर मध्य के हिस्सों और मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण मध्य के हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?
कल, सात अप्रैल को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना तथा उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के माया बंदर में 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।