
देश के तमाम इलाकों में तापमान रफ्तार पकड़ने लगा है, महाराष्ट्र, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 35-38 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है।
वहीं, दक्षिण छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भी यह 35-38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जबकि कल देश के मैदानी इलाकों में तेलंगाना के आदिलाबाद में अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हालांकि हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर का कहर जारी है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस के इजाफे का पूर्वानुमान है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट और अगले तीन दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। अगले चार से पांच दिनों के दौरान मध्य, पूर्व और दक्षिण भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहने के आसार हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों, उत्तराखंड और बिहार से सटे इलाकों में न्यूनतम तापमान छह से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। मध्य, पूर्व और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में यह 13-20 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान एक से चार डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। वहीं, झारखंड, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई इलाकों, विदर्भ व ओडिशा के कुछ हिस्सों तथा गुजरात के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान में एक से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी देखी गई है।
कहां होगी बारिश व बर्फबारी?
पश्चिमी विक्षोभ निचले स्तरों में एक ट्रफ के रूप में लगातार जारी है। इसके कारण उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे मध्य पाकिस्तान के निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार बन गया है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बिजली गिरने, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है।
वहीं आज उत्तर के मैदानी इलाकों के पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
छह और सात फरवरी को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है, जबकि सात फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग के मुताबिक, सात फरवरी तक ओडिशा में, आठ फरवरी तक हिमाचल प्रदेश में सुबह के समय तक घने कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
जबकि आज सुबह, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में हल्का कोहरा देखा गया।
कोहरे की वजह से आज सुबह, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के बनिहाल में दृश्यता 500 मीटर, पंजाब के अमृतसर में दृश्यता 500 मीटर, हरियाणा के अंबाला में दृश्यता 500 मीटर, दिल्ली के पालम में दृश्यता 500 मीटर, ओडिशा के भुवनेश्वर में दृश्यता 500 मीटर, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कलिंगपटनम में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, चार फरवरी को हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली तथा पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी। कल, जम्मू और कश्मीर के बटोटे और भद्रवाह प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।