

उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, जिसके कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी दर्ज की गई।
दिल्ली-एनसीआर में तापमान गिरा और प्रदूषण मामूली घटा, सुबह के समय कोहरा और ठंडी हवाओं का असर देखने को मिला।
बंगाल की खाड़ी में कमजोर पड़ा कम दबाव क्षेत्र, लेकिन इससे पूर्वी भारत में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हुए हैं।
दक्षिण भारत में सक्रिय ट्रफ के कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश और बिजली गिरने का अंदेशा।
किसानों को सलाह: फसल कटाई केवल साफ मौसम में करें, अतिरिक्त पानी निकालें और अनाज को सूखे स्थान पर सुरक्षित रखें।
भारत में नवंबर का महीना सामान्यतः ठंड के आगमन का समय होता है, लेकिन इस साल देश के कई हिस्सों में मौसम की स्थिति काफी सक्रिय दिखाई दे रही है। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, छह नवंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट के अनुसार, वर्तमान में देश के उत्तरी, मध्य और दक्षिणी हिस्सों में विभिन्न मौसमी प्रणालियां सक्रिय हैं, जिनका प्रभाव आने वाले कुछ दिनों तक देखने को मिलेगा।
उत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
उत्तर भारत के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जो मध्य स्तरों पर हवाओं के ट्रफ ऊंचाई तक फैला हुआ है। अगले कुछ दिनों तक यह उत्तर भारत के मौसम में बदलाव कर सकता है। इसके कारण जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों में हिमपात होने के आसार हैं।
वहीं उत्तराखंड के मौसम को गहराई से देखें तो यहां ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात होने से पारे में गिरावट दर्ज की गई है। चमोली जिले के कई इलाकों के साथ-साथ बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग की मानें तो आज, राज्य में मौसम के शुष्क बने रहने तथा मैदानी इलाकों में कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
हिमाचल प्रदेश में मौसम के मिजाज की बात करें तो यहां भी पश्चिमी विक्षोभ के चलते ऊंचाई वाले इलाको में एक बार फिर बर्फबारी दर्ज की गई है। लाहौल स्पीति और कुल्लू मनाली के ऊपरी इलाकों में एक बार फिर सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। पांच नवंबर को हुई बर्फबारी के बाद कुल्लू मनाली के कई इलाकों में बर्फीली हवाओं का दौर जारी रहा। कल, राज्य के कई इलाकों में बारिश भी रिकॉर्ड की गई, जिनमें शिमला, लाहौल स्पीति, कुल्लू मनाली शामिल हैं।
कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से तापमान लुढ़क गया है। गुलमर्ग और पहलगाम में तापमान माइनस में दर्ज किया जा रहा है। जम्मू के नत्थाटाप में भी हिमपात रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के कई इलाकों में दिन के तापमान में सामान्य से चार से नौ डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। इससे घाटी में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है।
देश की राजधानी दिल्ली व इससे सटे एनसीआर में हवाओं की रफ्तार में इजाफा हो गया है। बीते 24 घंटे के दौरान हवाओं की रफ्तार 15 किमी प्रति घंटे रही हैं। कल यहां बादलों की आवाजाही देखने को मिली। यहां सुबह और शाम को सर्दी का अहसास होने लगा है।
आज छह नवंबर, 2025 के मौसम का मिजाज देखें तो दिल्ली में सुबह के समय कोहरा छाया रहा है। सतही हवाएं चलने से प्रदूषण में मामूली सुधार देखा गया है। वहीं आज सुबह 7:00 बजे सीपीसीबी के ताजा अपडेट के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 262 रिकॉर्ड किया गया, जो कल की तुलना में ज्यादा है। आज दिल्ली के अधिकतम तापमान के 29 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान के 15 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम के बदलने से उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में लोगों को सुबह और रात के समय ठंडी हवाओं का अहसास होगा।
पूर्वी भारत और बंगाल की खाड़ी की स्थिति
उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश तट पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है। हालांकि इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार अब भी पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में मौजूद है। इसके कारण पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है।
इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है, लेकिन फिलहाल इसके कारण बंगाल की खाड़ी के तटीय इलाकों में बादल छाए रहने और हल्की बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है।
दक्षिण भारत में बारिश की संभावना
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से लेकर उत्तर केरल तक, आंतरिक तमिलनाडु से होकर गुजरने वाला एक ट्रफ जारी है। यह दक्षिण भारत के मौसम को सक्रिय बनाए हुए है। इसके कारण तमिलनाडु, केरल, दक्षिण रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि आज, छह नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में कुछ इलाकों में गरज के साथ भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। यहां 65.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही कर्नाटक, रायलसीमा और तमिलनाडु के कई इलाकों में बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
तापमान का रुझान
आने वाले तीन दिनों में देश के उत्तर-पश्चिम और मध्य भागों में न्यूनतम तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने का अनुमान है। उसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसका अर्थ है कि अब धीरे-धीरे सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है।
दक्षिण भारत में तापमान में खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन नमी और बादलों के कारण कुछ जगहों पर रातें अपेक्षाकृत गर्म रह सकती हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पांच नवंबर, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
देश में कोहरा और दृश्यता की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार,आज शाम 5:30 बजे असम और मेघालय में कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में हल्का कोहरा दर्ज किया गया।
वहीं, कल शाम असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा दर्ज किया गया।
कोहरे के कारण दृश्यता में भी कमी देखी गई है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और ओडिशा के कई जिलों, सुंदरगढ़, बलांगीर, टिटलागढ़, कोरापुट, छतरपुर, रायगढ़, बौद्ध, मलकानगिरी और परलाखेमुंडी में दृश्यता में कमी दर्ज की गई।
किसानों के लिए सलाह
तमिलनाडु और आसपास के इलाकों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश के आसार को देखते हुए किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने किसानों से कहा है कि वे धान और मूंगफली जैसी फसलें केवल साफ मौसम में ही काटें। बारिश के दौरान कटाई करने से दाने अंकुरित हो सकते हैं या फसल सड़ सकती है।
भंडारण स्थल को सूखा और हवादार बनाए रखें ताकि अनाज को नमी से नुकसान न हो। खेतों से अतिरिक्त पानी की निकासी की व्यवस्था करें। विशेष रूप से धान, गन्ना, कपास, उड़द, मक्का, सब्जियों और नारियल, केला, काली मिर्च जैसी फसलों में जलभराव से नुकसान हो सकता है।
साथ ही बरसात के दौरान कीटनाशक या उर्वरक का छिड़काव न करने का भी सुझाव दिया गया है। बारिश से रासायनिक दवाएं बह सकती हैं और उनका असर कम हो जाता है। साथ ही पशुओं को खुले में न छोड़ें और उनके लिए सूखे चारे की व्यवस्था करने की भी सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर देश के उत्तर में सर्दी का असर बढ़ रहा है, जबकि दक्षिण भारत में भारी बारिश का दौर जारी है। किसानों के लिए यह समय सावधानी बरतने का है ताकि फसलों और उपज को नुकसान न पहुंचे।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बारिश जारी रहेगी, जबकि उत्तर भारत में ठंडी हवाओं के साथ तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल पांच नवंबर, 2025 को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकतर इलाकों, रायलसीमा, हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल पांच नवंबर, 2025 को रायलसीमा के कुरनूल (जिला कुरनूल) में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।