हिमाचल व जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी, दक्षिण में चक्रवात, जानें पूरे देश के मौसम का हाल  

देश कई मौसम बदलावों से गुजर रहा है, उत्तर व मध्य में सर्दी-शीतलहर और कोहरा, दक्षिण में भारी बारिश व चक्रवात की आशंका।
आज, जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी की चेतावनी भी जारी की गई है, 19 नवंबर को गुलमर्ग में जमकर बर्फबारी रिकॉर्ड की गई।
आज, जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी की चेतावनी भी जारी की गई है, 19 नवंबर को गुलमर्ग में जमकर बर्फबारी रिकॉर्ड की गई।
Published on
सारांश
  • उत्तर भारत में ठंड बढ़ी, उत्तराखंड में सुबह–शाम शीतलहर जैसे हालात और मैदानी इलाकों में कोहरा छाने लगा।

  • दिल्ली में तापमान में गिरावट के साथ वायु गुणवत्ता लगातार “बहुत खराब”, एक्यू आई 373 रिकॉर्ड किया गया।

  • मध्य और पश्चिम भारत में अगले दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से चार  डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान।

  • दक्षिण भारत में भारी बारिश और चक्रवात का खतरा, बंगाल की खाड़ी में 24 नवंबर तक डिप्रेशन बनने के आसार।

  • अंडमान–निकोबार, तमिलनाडु और केरल में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट; किसानों को खेतों में पानी भरने से फसल बचाने के लिए विशेष सलाह।

देश भर में मौसम तेजी से बदल रहा है। कहीं तापमान गिर रहा है, तो कहीं तेज बारिश और चक्रवाती गतिविधियां चिंता बढ़ा रही हैं। उत्तर व मध्य भारत में ठंड का असर बढ़ रहा है, जबकि दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 21 नवंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आने वाले दिनों में तापमान, बारिश और हवाओं की गतिविधियों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

उत्तर भारत में ठंड बढ़ी, उत्तराखंड में सुबह-शाम शीतलहर

उत्तर भारत में इस समय शुष्क ठंड पड़ रही है। उत्तराखंड में सुबह और शाम काफी ठंडक महसूस की जा रही है। इस साल मानसून के बाद बारिश में कमी के कारण दिन और रात के तापमान में भारी अंतर देखने को मिल रहा है। नवंबर का आधा महीना बीत चुका है, सर्दी लगातार बढ़ती जा रही है।

मैदानी इलाकों में सुबह के समय कोहरा छाने लगा है, जिससे दृश्यता कम हो रही है और यातायात पर असर पड़ रहा है। पहाड़ी राज्यों - हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी की चेतावनी भी जारी की गई है, जिससे वहां तापमान और गिर सकता है। 19 नवंबर को गुलमर्ग में जमकर बर्फबारी रिकॉर्ड की गई

दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ प्रदूषण भी गंभीर

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी मौसम में बदलाव जारी है। 21 नवंबर को यहां तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। सुबह के समय 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के चलने के आसार हैं। आज, दिल्ली में अधिकतम तापमान के 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 10 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।

हालांकि दिल्ली के लिए ठंड से अधिक चिंता प्रदूषण की है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 373 रिकॉर्ड किया गया है, जो "बहुत खराब" श्रेणी में आता है। लगातार सातवें दिन दिल्ली की हवा इसी श्रेणी में बनी हुई है। हवा में नमी और हवाओं की गति के धीमी होने से प्रदूषित हवा की परत छाई हुई है।

मध्य और पश्चिम भारत में तापमान बढ़ने का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार मध्य भारत में अगले चार दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। इसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसी प्रकार, पश्चिम भारत के लिए भी अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी का अनुमान है। इसके बाद तापमान के स्थिर रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

मौसम विभाग की मानें तो देश के अन्य हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 24 घंटों तक तापमान सामान्य रहेगा। इसके बाद यहां दिन और रात के तापमान में  दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की जा सकती है, जो ठंड को और बढ़ा देगी।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 20 नवंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में उत्तर प्रदेश के कानपुर-चकेरी, छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर और कर्नाटक के बीदर में न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

आज तड़के पंजाब के कुछ हिस्सों, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश कुछ इलाकों में हल्का कोहरा देखा गया। इन सभी इलाकों में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।

दक्षिण भारत में भारी बारिश और चक्रवात का खतरा

दक्षिण भारत के लिए मौसम विभाग ने गंभीर चेतावनी जारी की है। मलक्का जलडमरूमध्य के ऊपर तक फैला ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। इसके प्रभाव से 22 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। 24 नवंबर तक इसके डिप्रेशन में बदलने और फिर धीरे-धीरे गहरे दबाव में बदलकर पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने के आसार हैं।

इसके कारण तमिलनाडु, केरल तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज 21 नवंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बादल बरस सकते हैं। विभाग ने द्वीप समूह में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश के चलते यहां सड़कों पर जलभराव हो सकता है। निचले इलाकों में पानी भर सकता है, यातायात बाधित हो सकता है। यहां के कुछ इलाकों में दृश्यता कम हो सकती है, कच्चे रास्तों को हल्का नुकसान होने का भी आदेश जताया गया है।

वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल तथा केरल और माहे में भी बिजली गिरने तथा गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।  

मौसम विभाग का किसानों के लिए सुझाव

भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के किसानों के लिए विशेष चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने कहा है कि काटी गई धान और मूंगफली की फसल को सुरक्षित जगह पर रखें।

धान, गन्ना, कपास, उड़द, मक्का, सब्जी वाली फसलें, नारियल, काली मिर्च, दालचीनी और केले के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। साथ ही तूफानी हवाओं के चलते केले के पौधों को गिरने से बचाने के लिए लकड़ी का सहारा देने का भी सुझाव दिया गया है।

देश भर में इस समय मौसम अनेक रूप दिखा रहा है, कहीं ठंड बढ़ रही है, कहीं बारिश का खतरा है और कहीं हवा में प्रदूषण का स्तर चिंता पैदा कर रहा है। ऐसे में लोगों और किसानों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें और जरूरी सावधानी बरतें।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल 20 नवंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितना बरसा पानी?

कल 20 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कराईकल में 5 सेमी, नागपट्टिनम में 4 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कवाली और नेल्लोर हर जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in