लौटी ठंड: उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों व पूर्वोत्तर में बारिश-बर्फबारी, जानें अन्य इलाकों का हाल

17 से 22 फरवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड व हिमाचल के कुछ हिस्सों में बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने का अनुमान है।
17 से 22 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में वज्रपात व गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
17 से 22 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में वज्रपात व गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ जारी है। वहीं 18 फरवरी की रात से 20 फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी इलाकों और आसपास के मैदानी हिस्सों में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिसका भारी असर 19 और 20 फरवरी को देखने को मिल सकता है।

मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधि के चलते 17 से 22 फरवरी के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने का अनुमान है

वहीं, 17 से 19 फरवरी के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। 19 और 20 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, 18 और 19 फरवरी को पूर्वी राजस्थान तथा 20 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बरस सकते हैं बादल।

19 और 20 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, 20 फरवरी को उत्तराखंड तथा 19 फरवरी को पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के पूर्व की ओर बढ़ने तथा निचले स्तरों पर उत्तर-दक्षिणी हवाओं के ट्रफ के कारण 19 से 22 फरवरी के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा 19 से 21 फरवरी के दौरान ओडिशा और झारखंड में तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश तथा वज्रपात होने के आसार जताए गए हैं।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है। इसके कारण 17 से 22 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में वज्रपात व गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी की गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान है। जबकि 19 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है

वहीं, अगले साथ दिनों के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश तथा बिजली गिरने के दौर के जारी रहने का अंदेशा जताया गया है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

पिछले 24 घंटों के दौरान, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, ओडिशा, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पूर्वी विदर्भ और उत्तरी तेलंगाना के कई हिस्सों में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है।

वहीं, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई इलाकों में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की गई है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, रायलसीमा के कुरनूल में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के रोहतक में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

आने वाले दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो अगले तीन से चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है। इसी अवधि के दौरान राजस्थान में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है। वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।

अधिकतम तापमान में बदलाव की बात करें तो अगले तीन से चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इसी दौरान बिहार में अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

अगले कुछ दिनों तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है

वहीं, आज सुबह पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा देखा गया तथा ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से आज सुबह पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के डायमंड हार्बर में दृश्यता शून्य मीटर, ओडिशा के चांदबली में दृश्यता 200 मीटर तथा भुवनेश्वर में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।

कल कहां हुई बारिश-बर्फबारी और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 16 फरवरी को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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