दक्षिण में थमी पूर्वोत्तर मॉनसून की बारिश, हिमाचल, राजस्थान व पंजाब में शीत लहर का प्रकोप

कोहरे की वजह से आज सुबह, बरेली, बहराइच, गोरखपुर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिम बंगाल के दीघा में दृश्यता शून्य मीटर, असम के तेजपुर में दृश्यता शून्य मीटर तथा ओडिशा के गोपालपुर में दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई
कल, कल हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर महसूस की गई।
कल, कल हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर महसूस की गई। फोटो साभार: आईस्टॉक
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देश के कुछ हिस्से घने कोहरे की चादर में लिपटे हुए हैं, वहीं तमाम इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर में सुबह के समय ठिठुरन तथा दिन के समय चमचमाती धूप के चलते गर्मी का अहसास हो रहा है, आज भी यहां आसमान के साफ बने रहने का अनुमान है।

वहीं आज, 27 जनवरी 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के आसपास के इलाकों में पूर्वोत्तर मॉनसून की बारिश के थमने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में भी दिन के समय चमकती धूप खिल रही है, यहां आज समेत अगले दो दिनों तक मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है। मौसम विभाग की मानें तो तेजी से एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। जिसके चलते पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम के बदलने की संभावना है।

पहला पश्चिमी विक्षोभ 29 जनवरी से और दूसरा एक फरवरी, 2025 से शुरू होगा। इनके कारण 29 जनवरी से एक फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश व बर्फबारी होने और 30 जनवरी से एक फरवरी, 2025 तक आसपास यहां के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में तापमान में उतार-चढ़ाव देखें तो उत्तर-पश्चिम भारत और उससे सटे उत्तराखंड के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान पांच से 10 डिग्री सेल्सियस, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में यह 10 से 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी 26 जनवरी को तटीय कर्नाटक के होनावर में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम राजस्थान के चुरू में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में एक से तीन की वृद्धि हुई है।

पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य तथा पूर्वी भारत के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब बना हुआ है।

आने वाले समय में तापमान में उतार व चढ़ाव की बात करें तो अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत तथा महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में भी कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

उत्तर प्रदेश, ओडिशा, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में 28 जनवरी तक, तथा बिहार में 29 जनवरी तक रात से सुबह के समय तक घने कोहरे से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं

आज सुबह उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, असम तथा ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा तथा बिहार के अलग-अलग इलाकों में मध्यम से कोहरा देखा गया।

कोहरे की वजह से आज सुबह, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता शून्य मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच और गोरखपुर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के दीघा में दृश्यता शून्य मीटर, असम के तेजपुर में दृश्यता शून्य मीटर, ओडिशा के गोपालपुर में दृश्यता शून्य मीटर, पुरी में दृश्यता 200 मीटर, बिहार के पूर्णिया दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।

शीत लहर व सर्दी का कहर

आज, यानी 27 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के कुछ हिस्सों में लोगों को शीत लहर का सितम झेलना पड़ सकता है। वहीं कल, कल हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर महसूस की गई।

समुद्र में उथल-पुथल

आज, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर तथा दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।

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