भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे इलाकों के निचले स्तरों पर लगातार सक्रिय है और ऊपरी स्तरों पर हवाओं के एक ट्रफ के रूप में बना हुआ है।
पश्चिमी विक्षोभ संबंधी गतिविधि की वजह से आज, यानी 23 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंची-ऊंची पहाड़ियों तथा इनसे सटे कुछ निचले इलाकों में बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। इन सभी पहाड़ी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं पश्चिमी विक्षोभ का असर पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों पर भी देखने को मिलेगा यहां भी हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है, इन दोनों राज्यों में भी 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
वहीं, दक्षिण भारत के मौसम संबंधी पूर्वानुमान को देखें तो, एक चक्रवाती प्रसार भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और इससे सटे बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के निचले स्तरों पर जारी है। जिसकी वजह से अगले चार से पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इन सभी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो, उत्तर और पूर्वोत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों के अगले चार से पांच दिनों के दौरान कोहरे के आगोश में रहने की आशंका है। इसमें पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में अगले पांच दिनों तक सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं, जिसके कारण लोगों को समस्या हो सकती है।
24 और 25 दिसंबर को हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका है। 24 दिसंबर को उत्तर पश्चिमी राजस्थान, 25 से 27 दिसंबर के दौरान उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश तथा 23 और 24 दिसंबर को असम और मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा तथा ओडिशा में घना कोहरा छाने से समस्याएं हो सकती हैं।
वहीं कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों, पंजाब और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा छाया रहा जिसकी वजह से यहां दृश्यता 200 से 500 मीटर रही। वहीं कल, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में हल्का कोहरा देखा गया जिसके कारण इन हिस्सों में दृश्यता 500 से 1000 मीटर के बीच रही।
कोहरा छाने से दृश्यता में आई कमी को नजदीकी से देखें तो कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ हवाई अड्डे में दृश्यता 50 मीटर यानी बहुत कम रही, जबकि, लखनऊ एवं वाराणसी दोनों जगह दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।
वहीं कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर हवाई अड्डे में दृश्यता 100 मीटर, ग्वालियर में दृश्यता 500 मीटर, पंजाब के अमृतसर में दृश्यता 200 मीटर, दिल्ली के सफदरजंग में दृश्यता 200 मीटर, हरियाणा के हिसार में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के झांसी में दृश्यता 500 मीटर तथा त्रिपुरा के कैलाशहर में भी दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
कहां होगा तापमान में उतार-चढ़ाव?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अगले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में लगभग दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने और उसके बाद न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
वहीं, पूर्वी भारत में अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है, हालांकि उसके बाद न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की बात कही गई है।
कहां हुआ तापमान में उतार-चढ़ाव?
कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान चार से आठ डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, यानी इन हिस्सों में पारे में काफी गिरावट देखी जा रही हैं जिसकी वजह से कल पंजाब के अलग-अलग इलाकों में शीतलहर का प्रकोप रहा।
वहीं कल, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और आंतरिक ओडिशा के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान आठ से 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, आंतरिक ओडिशा, विदर्भ और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, वहीं कल, देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान तापमान सामान्य के करीब रहा।
वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में यूनतम तापमान में बढ़ोतरी की बात करें तो कल, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
वहीं अधिकतम तापमान में वृद्धि देखें तो कल, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद,असम और मेघालय के कई हिस्सों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
वहीं कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, आंतरिक कर्नाटक, कोंकण और गोवा, गुजरात, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
अधिकतम तापमान में गिरावट की बात करें तो कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि, देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में सीकर (पूर्वी राजस्थान) में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, कोचीन (केरल) में अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 22 दिसंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।