फिर सक्रिय हो रहा है पश्चिमी विक्षोभ, पंजाब-हरियाणा में ओलावृष्टि के आसार

कल यानी, 15 जनवरी को पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
14 से 16 जनवरी के दौरान केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
14 से 16 जनवरी के दौरान केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
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मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, कोमोरिन क्षेत्र और इससे सटे इलाकों के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इस मौसमी गतिविधि के चलते 14 और 15 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल और 14 से 16 जनवरी के दौरान केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

वहीं आज, यानी 14 जनवरी को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा कराईकल और 15 जनवरी को केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 70 मिमी तक की बारिश हो सकती है।

उत्तर भारत में मौसमी बदलाव

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि ईरान और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 7.5 किमी की ऊंचाई पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते 15 से 19 जनवरी के दौरान उत्तराखंड में और 15 और 16 जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और 15 जनवरी को पश्चिमी राजस्थान में गरज के साथ बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग की मानें तो 15 जनवरी को पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है। वहीं, 16 से 19 जनवरी के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश तथा बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है

मध्य भारत में मौसमी बदलाव देखें तो यहां 15 जनवरी को मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश हो सकती है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम के ताजा अपडेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। जबकि, अगले 48 घंटों के दौरान मध्य भारत और महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

वहीं, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में दो से पांच डिग्री, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 12 डिग्री, पूर्व और पश्चिम भारत के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 12 से 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है।

पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में और बिहार, सौराष्ट्र और कच्छ, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ तथा मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस, यानी काफी नीचे दर्ज किया जा रहा है। वहीं, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तटीय कर्नाटक, ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक एक डिग्री से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रिकॉर्ड किया गया।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां रहेगा शीत लहर का प्रकोप और सर्दी का सितम?

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में सुबह के समय पाला पड़ने से आज हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को शीत लहर का कहर झेलना पड़ सकता है। वहीं, आज हरियाणा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका जताई गई है

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

15 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों और उत्तर प्रदेश में रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं, 14 और 15 तथा 17 और 18 जनवरी को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में रात से सुबह के समय तक घने कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं

14, 16, 17, 18 जनवरी को पूर्वी राजस्थान, 14 जनवरी तक बिहार, 15 जनवरी तक उत्तराखंड, 16 से 20 जनवरी के दौरान पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश, 15 जनवरी तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा ओडिशा में,16 जनवरी तक हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

वहीं आज सुबह, दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा, जबकि, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा देखा गया।

कोहरे के कारण आज सुबह, दिल्ली के पालम और सफदरजंग प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर हर जगह दृश्यता शून्य मीटर, चूरू में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दृश्यता शून्य मीटर, बहराइच, वाराणसी और प्रयागराज प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता शून्य मीटर, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिम मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।

समुद्र में उथल-पुथल

चक्रवाती प्रसार के कारण आज, कोमोरिन क्षेत्र और इससे सटे मन्नार की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 13 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, केरल और माहे, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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