कहां हो सकती है हल्की बारिश और कहां छाएगा कोहरा, यहां पढ़ें

कल, यानी छह दिसंबर को देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उत्तराखंड के  ऊंचाई वाले इलाकों में अगले हफ्ते की शुरुआत से पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव आने का पूर्वानुमान लगाया है।
उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में अगले हफ्ते की शुरुआत से पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव आने का पूर्वानुमान लगाया है।फोटो : दयानिधि
Published on

देश के कई हिस्से कोहरे की जद में हैं, मौसम विभाग की मानें तो असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में नौ दिसंबर तक देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं

वहीं सात से 10 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में, आठ से 10 दिसंबर के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार तथा 10 और 11 दिसंबर की सुबह हिमाचल प्रदेश में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं कल देर रात से असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से तमाम हिस्सों में दृश्यता में गिरावट देखी गई

आज, सुबह दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बैंगलोर में दृश्यता शून्य मीटर, मणिपुर के इंफाल में दृश्यता 200 मीटर, असम के धुबरी में दृश्यता 500 सेमी, बिहार के भागलपुर और पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।

कल, यानी आठ दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं। इसके चलते आठ और नौ दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी हो सकती हैं। जबकि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, उसके बाद के दो दिनों के दौरान दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद गिरावट आने का अनुमान है।

अगले दो दिनों के दौरान राजस्थान में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के दो दिनों के दौरान धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है। वहीं, अगले चार दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

जबकि अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के दो दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आने का अनुमान है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, तटीय आंध्र प्रदेश के नंदीग्राम में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दिल्ली और एनसीआर में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के चार किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। देश की राजधानी दिल्ली व एनसीआर में सुबह के समय धुंध व हल्का कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

दोपहर के समय दिल्ली में हवाओं की गति के छह किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है। शाम और रात के समय दक्षिण-पूर्व दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के घटकर एक बार फिर चार किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी जिसके कारण शाम व रात में धुंध छाए रहने के आसार हैं

वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में मौसम में बदलाव देखें तो, दिसंबर के महीने का पहला सप्ताह बीतने को है, लेकिन अब तक यहां बारिश और बर्फबारी नहीं हुई है। कफी दिनों से उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना हुआ है।

पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक धूप निकल रही है। जिसकी वजह से दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रहीं है। जबकि सुबह के समय कोहरा छाने से पारा लुढ़क जाता है और ठिठुरन बढ़ने लगती है। मौसम विभाग की मानें तो उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में अगले हफ्ते की शुरुआत से पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव आने का पूर्वानुमान लगाया है।

मौसम विभाग के अनुसार, भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण आज आसपास दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधि को देखते हुए आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र तटीय कर्नाटक, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in