जेट स्ट्रीम व चक्रवाती हवाओं का असर, पश्चिमी हिमालयी इलाकों व पूर्वोत्तर में भारी बारिश-बर्फबारी

आज 11 फरवरी को चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश व बर्फबारी हो सकती है, जिससे पारे में थोड़ा बहुत गिरावट आ सकती है।
11 और 12 फरवरी, 2025 को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा हिमपात होने की संभावना जताई गई है।
11 और 12 फरवरी, 2025 को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा हिमपात होने की संभावना जताई गई है।
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देश के कुछ हिस्सों को छोड़ दे तो लंबे अरसे से मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 125 नॉट्स तक की रफ्तार से उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं लगातार चल रहीं हैं।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते 11 और 12 फरवरी, 2025 को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा हिमपात होने की संभावना जताई गई है

वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में मौसम का मिजाज बदला हुआ दिख रहा रहा है। बीते कुछ दिनों के मुकाबले सर्दी में बढ़ोतरी महसूस की जा रही है। जबकि प्रदेश के मैदानी इलाकों में गर्मी का अहसास हो रहा है लेकिन पहाड़ी जिलों के अधिक ऊंचे इलाकों में बारिश और बर्फबारी की वजह से ठंड जारी है।

कल, यानी 10 फरवरी को देहरादून समेत कई जिलों में धूप खिली रही और दोपहर के समय बहुत ज्यादा गर्माहट महसूस की गई। वहीं दूसरी ओर पर्वतीय इलाके बादलों से घिरे रहे, दोपहर बाद बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में बर्फबारी रिकॉर्ड की गई।

देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज 11 फरवरी को चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश व बर्फबारी हो सकती है, जिससे पारे में थोड़ा बहुत गिरावट आ सकती है।

देश की राजधानी दिल्ली तथा एनसीआर में लगातार गर्मी बढ़ रही है, इस बीच 10 फरवरी इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। कल अधिकतम तापमान सामान्य से 4.6 डिग्री अधिक यानी 28.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री अधिक 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

आज दिल्ली में अधिकतम तापमान के 28 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान के 11 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है। आने वाले दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया गया है।

पूर्वोत्तर भारत एक ऐसा क्षेत्र है जहां मौसमी बदलाव देखा जा सकता है, यहां पिछले कुछ दिनों से बारिश व बर्फबारी रिकॉर्ड की जा रही है। मौसम विभाग ने इसके पीछे पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों के निचले स्तरों पर लगातार बना चक्रवाती प्रसार को बताया है

चक्रवाती प्रसार की वजह से 11 और 12 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश में गरज के हल्की बारिश और बर्फबारी तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। जबकि आज, यानी 11 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के आसार जताए गए हैं

11 से 13 फरवरी के दौरान असम के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है, वहीं, 11 और 12 फरवरी को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

देश में तापमान में उतार-चढ़ाव

देश के अलग-अलग इलाकों में पारे में उछाल देखा जा रहा है, हालांकि कुछ हिस्से ऐसे भी है जहां तापमान में गिरवाट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों के बाद पश्चिमी हिमालयी इलाकों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

वहीं, अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और आने वाले दो से तीन दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। महाराष्ट्र में अगले तीन से चार दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और अगले दो से तीन दिनों में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी 10 फरवरी को तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में राजस्थान के संगरिया में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, 12 फरवरी तक पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में सुबह के समय घने कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं

वहीं आज सुबह, ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। सौराष्ट्र और कच्छ तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा तथा बिहार के अलग-अलग इलाकों में मध्यम कोहरा देखा गया।

कोहरे की वजह से आज सुबह, ओडिशा के बालासोर में दृश्यता शून्य मीटर, सौराष्ट्र और कच्छ के राजकोट हवाई अड्डे में दृश्यता 50 मीटर, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बैंगलोर में दृश्यता 50 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।

कल कहां हुई बारिश-बर्फबारी और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, यानी 10 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा हिमाचल प्रदेश में बारिश व बर्फबारी तथा गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

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