लो प्रेशर की वजह से तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल में भारी बारिश का अलर्ट, जानें अन्य इलाकों का हाल

पश्चिमी विक्षोभ के चलते जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा 30 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बरस सकते हैं बादल।
अगले कुछ दिनों तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ 120 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
अगले कुछ दिनों तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ 120 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
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मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर कम दबाव का क्षेत्र बना गया है जिसकी वजह से अगले कुछ दिनों तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग ने कहा है कि 27 नवंबर तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों, ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

पश्चिमी विक्षोभ के चलते जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा 30 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बरस सकते हैं बादल, उत्तर के इन हिस्सों में भी बादलों के 15.6 से 64.4 मिमी तक बरसने का अनुमान लगाया गया है।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

उत्तर भारत के कई हिस्सों में कोहरे की चादर दिखाई दे रही है, मौसम विभाग ने कहा है कि पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में अगले कुछ दिनों तक कोहरा छाने के आसार हैं। वहीं 28 नवम्बर तक हिमाचल प्रदेश में और 28 से 30 नवम्बर के दौरान उत्तर प्रदेश में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने का अंदेशा जताया गया है।

कोहरे की वजह से आज सुबह बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 100 मीटर, मुजफ्फरपुर में दृश्यता 500 मीटर तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई है।

तापमान में उतार चढ़ाव

नवंबर का महीना गुजरने को है अभी भी उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, हालांकि मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दिनों में राजस्थान को छोड़कर शेष हिस्सों में धीरे-धीरे न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

वहीं महाराष्ट्र में भी न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव रिकॉर्ड नहीं किया गया है। अगले तीन से चार दिनों में महाराष्ट्र में धीरे-धीरे न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आने का अनुमान है। मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान देश के शेष हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव दर्ज नहीं किया जा रहा है, जबकि अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 26 से 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया जा रहा है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिंडन में न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

दिल्ली में आज मौसम के शुष्क और आसमान साफ रहने की संभावना है। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। सुबह धुंध और हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार जताए गए हैं।

दोपहर के समय दिल्ली में उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार में इजाफा होकर 12 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। शाम और रात होते-होते उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के कम होकर आठ किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, जिसके चलते शाम और रात में धुंध व हल्का कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

समुद्र में हलचल

कम दबाव के डिप्रेशन में बदलकर और तेज होने के चलते समुद्र में उथल-पुथल में बढ़ोतरी हो गई है। इसके कारण आज, यानी 25 नवंबर को मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र से सटे हिस्सों, श्रीलंका तट के साथ-साथ दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों और दक्षिणी अंडमान सागर के निकटवर्ती हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और इससे सटे हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की गति तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 24 नवंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद,अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 24 नवंबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार में 2 सेमी, नानकॉरी और हुट बे हर जगह 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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