कोहरे से प्रयागराज समेत उत्तर के कई हिस्सों में दृश्यता शून्य, जानें कहां होगी बारिश-बर्फबारी

आज पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के कुछ हिस्सों और पश्चिमी राजस्थान में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
कोहरे के कारण आज सुबह पूर्वी उत्तर प्रदेश के  प्रयागराज में दृश्यता शून्य मीटर रिकॉर्ड की गई
कोहरे के कारण आज सुबह पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दृश्यता शून्य मीटर रिकॉर्ड की गई फोटो साभार: आईस्टॉक
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देश के कई हिस्से घने कोहरे की चपेट में हैं, मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में अगले कुछ दिनों तक रात व सुबह के समय घने कोहरे से छुटकारा मिलने की आसार नहीं दिख रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार, झारखंड, ओडिशा के कुछ इलाकों में भी रात और सुबह के समय तक कोहरा छाए रहने की आशंका है।

जबकि, हिमाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 16 जनवरी तक, हरियाणा, चंडीगढ़ और पूर्वी राजस्थान में 18 जनवरी तक, पंजाब में 19 जनवरी तक, उत्तर प्रदेश में 16 से 19 जनवरी के दौरान तथा पश्चिमी राजस्थान में 15, 17 और 18 जनवरी को रात से सुबह के समय तक घने कोहरे का कहर रहेगा।

वहीं आज सुबह, देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार के अलग-अलग इलाकों में घने कोहरे की चादर छाई रही।

कोहरे की वजह से आज सुबह, पंजाब के अमृतसर और पटियाला प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, हरियाणा के अंबाला में दृश्यता शून्य मीटर, हिसार में दृश्यता 200 मीटर, राजस्थान के चूरू में दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा और बरेली प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई।

वहीं आज सुबह, पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दृश्यता शून्य मीटर, लखनऊ, बहराइच और वाराणसी प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता शून्य मीटर, दिल्ली के पालम में दृश्यता 150 मीटर, सफदरजंग में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में दृश्यता 200 मीटर, बिहार के पटना व पूर्णिया हर जगह दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो जम्मू और कश्मीर व लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। जबकि हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान एक से चार डिग्री, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में यह चार से 10 डिग्री तथा पूर्व और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल यानी 14 जनवरी को केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम मध्य प्रदेश के राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।

वहीं, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ के अलग-अलग इलाकों और ओडिशा के कई इलाकों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है।

पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भी एक से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है। वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत और महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है।

गिरते तापमान के चलते कल, यानी 14 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीतलहर का सितम झेलना पड़ा

पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत में बारिश व बर्फबारी

पश्चिमी विक्षोभ निचले और ऊपरी स्तरों पर हवाओं के एक ट्रफ में जारी है, इसके कारण 15 और 16 जनवरी को उत्तराखंड, 15 से 17 जनवरी के दौरान हिमाचल प्रदेश और 15 जनवरी यानी आज पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के कुछ हिस्सों और पश्चिमी राजस्थान में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं आज और कल उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में तेज हवाओं के साथ बरस सकते हैं बादल।

वहीं पश्चिमी विक्षोभ के कारण कल, यानी 16 जनवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में बारिश तथा बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि 18 जनवरी से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, इसके कारण पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव होने के आसार हैं। यहां 18 से 20 जनवरी के दौरान बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण अरब सागर के मध्य हिस्सों और इससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसकी वजह से 18 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा और वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।

समुद्र में हलचल

दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, इसके कारण कोमोरिन क्षेत्र और निकटवर्ती मन्नार की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं। मौसम विभाग द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।

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