दक्षिण भारत में भारी वर्षा व चक्रवात का खतरा, उत्तर में पाले ने बढ़ाई ठिठुरन

24 नवंबर, 2025 की सुबह आठ बजे जारी पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट, घना कोहरा, भारी बारिश और समुद्री तूफान जैसी स्थितियां देश के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकती हैं
पहाड़ी राज्यों में पाला जमने के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
पहाड़ी राज्यों में पाला जमने के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
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सारांश
  • उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, पाला, शुष्क हवाएं और कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे।

  • दिल्ली–एनसीआर में ठंड बढ़ी, प्रदूषण चरम पर, एक्यूआई 396 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में।

  • पश्चिमी यूपी में घना कोहरा, दृश्यता कम होने से यातायात प्रभावित होने की आशंका।

  • दक्षिण भारत में भारी से बहुत भारी बारिश, तमिलनाडु, केरल और अंडमान-निकोबार में ऑरेंज अलर्ट।

  • बंगाल की खाड़ी में कम दबाव सक्रिय, अगले 48 घंटों में चक्रवाती तूफान बनने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के संकेत।

देशभर में मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एक ओर उत्तर भारत के कई राज्य कड़ाके की ठंड और शुष्क हवाओं का सामना कर रहे हैं, वहीं दक्षिण भारत में भारी बारिश और समुद्र में बनने वाले चक्रवाती गतिविधियां चिंता बढ़ा रहे हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 24 नवंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट, घना कोहरा, भारी बारिश और समुद्री तूफान जैसी स्थितियां देश के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकती हैं।

उत्तर भारत में बढ़ती सर्दी और तापमान में गिरावट

उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान अगले चार दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। महाराष्ट्र में भी ऐसा ही रुझान देखने को मिलेगा। मौसम विभाग का कहना है कि देश के अन्य हिस्सों में न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव का पूर्वानुमान नहीं है।

उत्तराखंड और हिमाचल में पाला और सर्द हवाओं का दबदबा

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन पर्वतीय इलाकों में पाला चिंता का विषय बना हुआ है। पाला जमने के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। हरिद्वार और उधम सिंह नगर में सुबह-शाम हल्का कोहरा या धुंध रहेगी, जबकि देहरादून के मौसम के साफ रहने की उम्मीद है।

हिमाचल प्रदेश में बारिश न होने के कारण सूखी ठंड बढ़ गई है। कई क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। लाहौल-स्पीति सबसे ज्यादा ठंडा रहा, जहां तापमान माइनस पांच डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया। ताबो में न्यूनतम तापमान माइनस सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राज्य के 13 शहरों में तापमान पांच डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहा। पहाड़ी क्षेत्रों में सब्जियों और फलों की फसलों पर पाले का असर दिख रहा है।

जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी की संभावना

जम्मू और कश्मीर में भी ठंड बढ़ रही है। सोमवार सुबह तापमान करीब दो से पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले 24 घंटों में कुछ इलाकों का तापमान शून्य से नीचे जा सकता है। दिन में तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस और रात में दो से पांच डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है, इसलिए लोगों को यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

दिल्ली-एनसीआर में सुबह की ठंड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आज, 24 नवंबर, 2025 को सुबह न्यूनतम तापमान लगभग 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि आने वाले दिनों में यह सामान्य से चार से पांच डिग्री तक गिर सकता है। आज दिल्ली में न्यूनतम तापमान के 10 डिग्री और अधिकतम 25 डिग्री तक रहने का अनुमान है। हवा की रफ्तार 20 से 25 किमी प्रति घंटा रह सकती है।

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण भी एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ हैकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 24 नवंबर की सुबह दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 396 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

कोहरे का प्रकोप और दृश्यता में गिरावट

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 24 और 25 नवंबर को रात और सुबह के समय घना कोहरा छाने के आसार हैं। इससे सड़क परिवहन और हवाई सेवाओं पर असर पड़ सकता है।

वहीं कल, 23 नवंबर को शाम गुजरात, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कोहरा और धुंध की स्थिति दर्ज की गई। तमिलनाडु के कोडाईकनाल में दृश्यता सिर्फ 50 मीटर, जबकि असम और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 500 मीटर तक रही।

दक्षिण भारत में भारी बारिश और चक्रवात का खतरा

उत्तर की सर्दी के बीच दक्षिण भारत भारी बारिश का सामना कर रहा है। बंगाल की खाड़ी में एक अच्छी तरह बना कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण अंडमान सागर और मलक्का जलडमरूमध्य के पास सक्रिय है। इस गतिविधि के 24 नवंबर को डिप्रेशन में बदलने के आसार जताए गए हैं और इसके बाद अगले 48 घंटों में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अंदेशा जताया गया है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

इसके अलावा कोमोरिन क्षेत्र और श्रीलंका के पास एक और चक्रवाती प्रसार सक्रिय है, जिसके कारण 25 नवंबर के आसपास एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है। अरब सागर, बांग्लादेश और अरुणाचल प्रदेश के पास भी आसमानी गतिविधियां बनी हुई हैं।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, 24 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे तथा अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से अत्यधिक बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 115.5 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है।

वहीं आज, लक्षद्वीप में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात के आसार हैं। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं, साथ ही बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है।

लोगों व मछुआरों के लिए सलाह

उत्तर भारत में रहने वाले लोगों को ठंड से बचाव, यात्रा में सावधानी और कोहरे की स्थिति में सुरक्षित ड्राइविंग की सलाह दी गई है। पहाड़ी राज्यों में पाले की वजह से सड़कें बेहद फिसलन भरी हैं, इसलिए विशेष सावधानी आवश्यक है। दक्षिण भारत में भारी बारिश और समुद्री उथल-पुथल से बचने के लिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 23 नवंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में उत्तर प्रदेश के इटावा, बुलंदशहर, राजस्थान के टोंक और छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 23 नवंबर, 2025 को लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, असम और मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 23 नवंबर, 2025 को लक्षद्वीप के मिनिकॉय में 11 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के टोंडी 9 सेमी, नागपट्टिनम 8 सेमी, तिरुचिरापल्ली 6 सेमी, मदुरै और अदिरामपट्टिनम हर जगह 5 सेमी, कराईकल में 4 सेमी, पंबन, पांडिचेरी और कोयंबटूर हर जगह 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

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