
पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है, इसके कारण चार से छह जनवरी तक जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भारी बारिश तथा जमकर बर्फबारी होने के आसार हैं, यहां 6.5 सेमी से अधिक बारिश तथा 65 सेमी से अधिक बर्फबारी हो सकती है। वहीं पांच और छह जनवरी को हिमाचल प्रदेश में हल्की से लेकर भारी बारिश तथा हिमपात होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
पांच और छह जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
वहीं देश भर में तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी अपडेट देखें तो जम्मू, और कश्मीर तथा लद्दाख के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6 से 11 डिग्री, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 9 से 14 डिग्री सेल्सियस और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है।
वहीं तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, बिहार और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं विदर्भ, गुजरात, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की वृद्धि हुई है।
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी देखी गई है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने तथा उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है। वहीं, अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल यानी दो दिसंबर 2025 को केरल के कन्नूर हवाई अड्डे तथा कोंकण और गोवा के सांताक्रूज में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के नौगांव में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा शीत लहर का प्रकोप और सर्दी का सितम?
मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी चार जनवरी को तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीत लहर का कहर झेलना पड़ सकता है। जबकि आज, पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भयंकर सर्दी का प्रकोप रहने की आशंका जताई गई है। वहीं कल भी पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भारी ठिठुरन का सामना करना पड़ा।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
देश के कई इलाके कोहरे की जद में हैं, वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से देर रात से सुबह के समय तक बहुत घने कोहरे की चादर में लिपटे हुए हैं।
वहीं, हिमाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भी देर रात से सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, उत्तर मध्य प्रदेश, बिहार के अलग-अलग हिस्सों, चार और पांच जनवरी के दौरान असम और मेघालय में, सात से नौ जनवरी के दौरान उत्तर प्रदेश में कोहरे से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
कोहरे की वजह से आज सुबह, पंजाब के पटियाला और अमृतसर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, हरियाणा के अंबाला और हिसार प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, चंडीगढ़ में दृश्यता शून्य मीटर, दिल्ली के सफदरजंग और पालम प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर।
वहीं, उत्तर प्रदेश के बरेली, झांसी, बहराइच, लखनऊ और वाराणसी प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में दृश्यता शून्य मीटर, उत्तर मध्य प्रदेश के ग्वालियर और सतना प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, बिहार के पूर्णिया और भागलपुर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, पटना में दृश्यता 200 मीटर, असम के गुवाहाटी में दृश्यता शून्य मीटर, त्रिपुरा के अगरतला और कैलाशहर प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।
समुद्र में उथल-पुथल
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आज, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों में मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र और मालदीव के इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों, सोमालिया तट के साथ और उसके आस-पास, पश्चिम-मध्य अरब सागर के पश्चिमी इलाकों, ओमान तट और उसके आस-पास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।