आज का मौसम : पहाड़ों पर बर्फबारी, 10 से ज्यादा राज्यों में शीतलहर से बढ़ेगी ठिठुरन

मौसम विभाग के द्वारा 26 दिसंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में पहाड़ों पर बर्फबारी, ठंड का कहर व मैदानी इलाकों में कोहरा, ठंडे दिन तथा शीतलहर के सितम रहने के आसार हैं।
दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में घना कोहरा, ठंडे दिन और शीतलहर का असर बढ़ने के आसार
दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में घना कोहरा, ठंडे दिन और शीतलहर का असर बढ़ने के आसारफोटो साभार: आईस्टॉक
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सारांश
  • पश्चिमी हिमालय में कमजोर पश्चिमी विक्षोभ से उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना

  • दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में घना कोहरा, ठंडे दिन और शीतलहर का असर बढ़ने के आसार

  • असम और छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज, जबकि देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान स्थिर रहने की संभावना

  • कश्मीर घाटी में तापमान शून्य से नीचे, नए साल पर बारिश-बर्फबारी की संभावना, गुलमर्ग सोनमर्ग में पर्यटकों की भीड़

  • अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती प्रसार से दक्षिण भारत और द्वीपों में बारिश की गतिविधियां जारी

दिसंबर का आखिरी सप्ताह देश के अधिकांश हिस्सों में मौसम के लिहाज से काफी अहम साबित हो रहा है। उत्तर भारत में जहां कड़ाके की ठंड, घना कोहरा और शीत लहर का असर बढ़ता जा रहा है, वहीं पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश की गतिविधियां तेज हो रही हैं। दूसरी ओर, दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल रही है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 26 दिसंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में पहाड़ों पर बर्फबारी, ठंड का कहर व मैदानी इलाकों में कोहरा, ठंडे दिन तथा शीतलहर के सितम रहने के आसार हैं।

जेट स्ट्रीम और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

इस समय उपोष्णकटिबंधीय पछुआ जेट स्ट्रीम उत्तर-पूर्व भारत के ऊपर सक्रिय है, जिसकी हवाओं की गति लगभग 140 नॉट्स बताई जा रही है। यह जेट स्ट्रीम ऊपरी वायुमंडल में मौसम में बदलाव कर रही है।

इसके साथ ही 27 दिसंबर से एक नया और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम पर असर डाल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी होती है, जिसका असर मैदानी इलाकों तक महसूस किया जाता है।

उत्तराखंड में बर्फबारी और ठंड का असर

उत्तराखंड के ऊंचाई वाले जिलों जैसे चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में 26 और 27 दिसंबर के दौरान हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, रात के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है, जिसके कारण पाला जमने की स्थिति बन रही है। इससे सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है और यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

इसके अलावा हरिद्वार, उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, देहरादून और पौड़ी जिलों में कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। कुछ हिस्सों में ठंडा दिन (कोल्ड डे) रहने की भी चेतावनी दी गई है।

हिमाचल प्रदेश में फिर बिगड़ेगा मौसम

हिमाचल प्रदेश के मौसम में भी एक बार फिर बदलाव आने के आसार हैं। शिमला स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, 26 से 29 दिसंबर के बीच राज्य के निचले पहाड़ी इलाकों और मैदानी क्षेत्रों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने का अंदेशा है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

27 दिसंबर से सक्रिय होने वाला कमजोर पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश के मौसम को भी बदल सकता है। इसके प्रभाव से 26, 30 और 31 दिसंबर को राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है

कश्मीर में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी की संभावना

कश्मीर घाटी में ठंड का प्रकोप और तेज हो गया है। अधिकांश जिलों में रात का तापमान शून्य से नीचे चला गया है। श्रीनगर स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, 30 दिसंबर से एक जनवरी, 2026 के बीच कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जो नए साल के जश्न के समय मौसम को और ठंडा बना देगी।

हाल की बर्फबारी के बाद गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की संख्या बढ़ गई है। तापमान की बात करें तो श्रीनगर में दिन का अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। पहलगाम में नौ डिग्री, गुलमर्ग में चार डिग्री और जम्मू में अधिकतम 20.8 तथा न्यूनतम 8.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

दिल्ली-एनसीआर में ठंड, कोहरा और प्रदूषण

पिछले दो दिनों तक दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में मौसम साफ रहा, लेकिन शुक्रवार को राजधानी घने धुंध (स्मॉग) की चपेट में आ गई। सुबह के समय हल्का कोहरा भी देखने को मिला। पहाड़ों से आने वाली ठंडी पछुआ हवाओं के कारण दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ गई है।

मौसम विभाग ने आज तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है। हालांकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में कुछ सुधार देखा गया है, लेकिन ठंड और प्रदूषण का संयुक्त प्रभाव आम जनजीवन को प्रभावित कर रहा है।

पूर्वी और मध्य भारत में तापमान में गिरावट

मौसम विभाग के अनुसार असम में अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इसके बाद अगले पांच दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। छत्तीसगढ़ में भी अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट की संभावना है। देश के बाकी हिस्सों में अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने का अनुमान नहीं है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 25 दिसंबर, 2025 को केरल के कोट्टायम में अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

घने कोहरे की चेतावनी

देश के कई हिस्सों में घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। बिहार में 31 दिसंबर तक कोहरा छाए रहने की आशंका है। असम और मेघालय में 30 दिसंबर तक, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा और पूर्वोत्तर राज्यों में भी इस दौरान कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है।

पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 30 दिसंबर तक बहुत घना कोहरा रहने के आसार हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 29 दिसंबर तक कुछ इलाकों में घना कोहरा छाया रहेगा।

शीतलहर व ठंडे दिन रहने की आशंका

वहीं आज, छत्तीसगढ़, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, झारखंड, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में शीतलहर चलने की बहुत ज्यादा आशंका जताई गई है

पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ हिस्सों में ठंडा दिन (कोल्ड डे) रहने के आसार हैं। जबकि आज, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में बहुत ज्यादा ठंडा दिन रहने का अंदेशा जताया गया है

दक्षिण भारत में बारिश की गतिविधियां

दक्षिण भारत में ऊपरी हवा में बने चक्रवाती प्रसार का प्रभाव बना हुआ है। एक प्रसार दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में केरल तट के पास और दूसरा दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी व उत्तरी तमिलनाडु तट के पास सक्रिय है। इसके चलते तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और द्वीप समूहों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है

कुल मिलाकर, देश के अधिकांश हिस्सों में दिसंबर के अंत में मौसम चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। उत्तर भारत में ठंड, कोहरा और शीतलहर से जनजीवन प्रभावित हो रहा है, वहीं पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से पर्यटन तो बढ़ा है लेकिन यातायात में परेशानी भी हो सकती है। दक्षिण भारत में बारिश से मौसम सुहावना बना हुआ है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, यात्रा के दौरान सावधानी बरतने और मौसम से जुड़ी ताजा जानकारी पर नजर रखने की सलाह दी है।

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