पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, शुष्क सर्दी के बीच कोहरा और पहाड़ों में बर्फबारी के आसार

17 दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि मौसम को प्रभावित करने वाली कई गतिविधियां सक्रिय हैं, जिनका असर बारिश-बर्फबारी व कड़ाके की सर्दी तथा कोहरे के रूप में और गहरा सकता है।
पहाड़ों में बर्फबारी: 17 से 22 दिसंबर के बीच हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी।
पहाड़ों में बर्फबारी: 17 से 22 दिसंबर के बीच हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी।
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सारांश
  • पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय: उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से ठंड, कोहरा और पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम बदलाव तेज।

  • पहाड़ों में बर्फबारी: 17 से 22 दिसंबर के बीच हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी।

  • शीतलहर का अलर्ट: 22 दिसंबर के बाद दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर, रातों में ठंड और बढ़ने के आसार।

  • घने कोहरे की चेतावनी: उत्तर भारत के कई राज्यों में सुबह-शाम घना से बहुत घना कोहरा छा सकता है।

  • समुद्री मौसम खराब: दक्षिणी समुद्री इलाकों में तेज हवाएं, ऊंची लहरें, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह।

दिसंबर का महीना अपने साथ ठंड, कोहरा और पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी लेकर आता है। जबकि अधिकतर पहाड़ी इलाकों में मौसम शुष्क व भीषण सर्दी का कहर जारी है, हालांकि कुछ हिस्सों के भारी ऊंचाई पर हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है। साथ ही इस समय देश के उत्तरी, मध्य और पूर्वी हिस्सों में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 17 दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करने वाली कई मौसमी गतिविधियां सक्रिय हैं, जिनका असर बारिश-बर्फबारी व कड़ाके की सर्दी तथा कोहरे के रूप में आने वाले कुछ दिनों तक और गहरा सकता है।

विभाग के अनुसार, इस समय एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू और कश्मीर और इससे सटे इलाकों के ऊपरी हवाओं में बना हुआ है। यह पश्चिम से पूर्व दिशा तक फैला हुआ है। यह गतिविधि उत्तर भारत के मौसम में बदलाव लाने में अहम भूमिका निभा रही है।

इसके अलावा उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम भी उत्तर भारत के ऊपर सक्रिय है, जिसमें 12.6 किमी की ऊंचाई पर हवा की गति 110 नॉट तक पहुंच रही है। इस तेज जेट स्ट्रीम के कारण मौसम प्रणालियों को अतिरिक्त ऊर्जा मिल रही है।

मौसम विभाग के अनुसार आज, 17 दिसंबर 2025 की रात से एक नया और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम को प्रभावित करने के आसार हैं। इसका असर मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में देखने को मिल सकता है।

उत्तराखंड में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?

उत्तराखंड में फिलहाल मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन के समय तेज धूप निकल रही है, लेकिन सुबह और शाम के समय कड़ाके की सर्दी महसूस की जा रही है। विभाग की मानें तो 21 दिसंबर को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना है, जबकि निचले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।

हिमाचल प्रदेश में मौसम का पूर्वानुमान

शिमला स्थित मौसम केंद्र के अनुसार हिमाचल प्रदेश में भी 17 दिसंबर की रात से नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होगा। इसका सबसे अधिक असर ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। 20 और 21 दिसंबर को प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा 17 और 18 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों, बिलासपुर (भाखड़ा डैम क्षेत्र) और मंडी के बल्ह घाटी के इलाके में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।

जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में मौसम का रुख

17 से 22 दिसंबर के बीच जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। यहां पहले से ही कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। जबकि जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है।

दिल्ली-एनसीआर में ठंड और वायु गुणवत्ता बहुत खराब

दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन में तेज धूप निकल रही है, लेकिन रात में ठंड काफी बढ़ जाती है। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है, जो सामान्य से थोड़ा कम है, जबकि अधिकतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से अधिक है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान पांच से 10 डिग्री के बीच दर्ज किया जा रहा है।

कड़कड़ाती सर्दी के बीच बीते 24 घंटों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री तक की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है। जबकि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों में तापमान एक से दो डिग्री तक लुढ़का हुआ नजर आया।

मौसम विभाग ने 22 दिसंबर के बाद दिल्ली में शीतलहर चलने का अंदेशा जताया है। तेज हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी भी यह लगभग 354 के आसपास है, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश के अन्य राज्यों - कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, मध्य प्रदेश में तापमान में एक से दो डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। आने वाले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, इसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 16 दिसंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर और पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

घना कोहरा और शीतलहर की चेतावनी

मौसम विभाग के द्वारा 17 से 21 दिसंबर के बीच देश के कई हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाने की आशंका जताई गई है। जहां 17 से 20 दिसंबर तक पंजाब और उत्तर प्रदेश में, 18 से 20 दिसंबर को हरियाणा और चंडीगढ़ में, 17 से 19 दिसंबर के मध्य प्रदेश हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में घना कोहरा छाने के आसार हैं

मौसम विभाग की मानें तो 17 और 18 दिसंबर को तेलंगाना, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और पश्चिमी मध्य प्रदेश में शीतलहर चलने की आशंका है

दक्षिण और समुद्री क्षेत्रों का मौसम

विभाग के अनुसार आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बिजली गिरने, गरज के साथ बारिश और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं। वहीं, केरल, लक्षद्वीप, तमिलनाडु और पुडुचेरी के भी कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है

मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन के इलाकों में समुद्र में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है।

कुल मिलाकर दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में उत्तर भारत में ठंड, कोहरा और पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। मैदानी इलाकों में सुबह और रात के समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वालों को मौसम की जानकारी लेकर ही आगे बढ़ना जरूरी है। आने वाले दिनों में मौसम का यह बदला हुआ मिजाज जनजीवन पर साफ असर डाल सकता है।

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