

उत्तर भारत से लेकर मध्य और पूर्वी भारत तक कई राज्यों में घने से बहुत घना कोहरा, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित।
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक गिरा, जबकि हिमाचल के कुकुमसेरी में पारा माइनस 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, कई क्षेत्रों में शीतलहर का असर।
राजधानी में दृश्यता पांच से 10 मीटर तक सिमटी, अगले तीन दिनों में तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान, 17 दिसंबर के बाद प्रदूषण और बढ़ने की आशंका।
उत्तर पाकिस्तान के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और 95 नॉट की जेट स्ट्रीम के कारण उत्तर भारत में ठंड, शुष्क हवाएं और कोहरा बना हुआ है।
तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में शीतलहर की चेतावनी, जबकि अंडमान-निकोबार में गरज-चमक के साथ बारिश और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की तेज हवाओं के आसार।
इस समय देश के बड़े हिस्से में सर्दी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। विशेष रूप से उत्तर भारत के राज्यों में कड़ाके की ठंड, घना कोहरा और शीतलहर का भारी असर देखा जा रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 15 दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ लगातार सक्रिय है, जिसके कारण मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों में ऊंचाई पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती प्रसार में बना हुआ है। इसके साथ ही मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ बना हुआ है। इसके अलावा पश्चिम और उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम सक्रिय है, जिसमें हवाओं की गति 95 नॉट तक दर्ज की गई है। इन सभी मौसमी गतिविधियों के कारण उत्तर भारत में ठंड और कोहरे की स्थिति बनी हुई है।
उत्तराखंड में सबसे ज्यादा ठिठुरन
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय उत्तराखंड में ठंड सबसे अधिक तीव्र है। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर और कोटद्वार जैसे मैदानी जिलों में न्यूनतम तापमान दो से पांच डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। घने कोहरे के कारण सड़कों और राजमार्गों पर दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे वाहन चलाना खतरनाक हो गया है।
वहीं, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे पर्वतीय जिलों में पाला और ठंडी हवाओं का असर साफ महसूस किया जा रहा है। तेज ठंडी हवाओं के कारण विंड चिल फैक्टर बढ़ गया है, जिससे तापमान वास्तविक तापमान से भी अधिक ठंडा महसूस हो रहा है। ऊंचाई वाले इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं, हालांकि भारी बारिश या बर्फबारी की संभावना न के बराबर है।
हिमाचल प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप
हिमाचल प्रदेश में भी सर्दी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे चला गया है। कल, यानी 14 दिसंबर को कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान माइनस 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ताबो में न्यूनतम तापमान माइनस 1.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शिमला स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक, 15 और 16 दिसंबर को राज्य के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। इसके अलावा, 17 दिसंबर से एक नया, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हल्की बर्फबारी के आसार
मौसम विभाग की मानें तो आज, 15 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। हालांकि भारी बर्फबारी होने की संभावना नहीं है, लेकिन ऊंचाई वाले इलाकों में सर्दी का प्रकोप और बढ़ सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड, कोहरा और धुंध
दिल्ली-एनसीआर में पिछले दो दिनों से घनी धुंध छाई हुई है। आज सुबह के समय कोहरा इतना घना रहा कि कई इलाकों में दृश्यता मात्र पांच से 10 मीटर तक सिमट गई। हालांकि न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले तीन दिनों में तापमान में लगभग दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।
17 दिसंबर को संभावित पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में बादल छा सकते हैं। यह विक्षोभ उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाओं को रोक सकता है, जिससे प्रदूषण बढ़ने और धुंध (स्मॉग) की स्थिति और गंभीर होने की आशंका है। हालांकि मंगलवार के बाद मौसम में हल्का सुधार होने की उम्मीद जताई गई है।
उत्तर भारत में घना कोहरा बना मुसीबत
सोमवार के तड़के उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रही। उत्तर प्रदेश में 15 दिसंबर को बहुत घना कोहरा रहने की चेतावनी जारी की गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में लगभग दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। इसके बाद अगले चार दिनों में तापमान में लगभग दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
गुजरात में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, लेकिन उसके बाद तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। देश के बाकी हिस्सों में अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 14 दिसंबर, 2025 को केरल के कन्नूर में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम मध्य प्रदेश राजगढ़ और छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
दक्षिण भारत में भी ठंड का असर
दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में भी ठंड का असर देखने को मिल रहा है। तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में 15 और 16 दिसंबर को शीतलहर की स्थिति बनने के आसार हैं। वहीं, उत्तर आंतरिक कर्नाटक में 15 दिसंबर को भीषण शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है।
कोहरे को लेकर चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 15 से 19 दिसंबर के बीच पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छा सकता है। इसके अलावा, 15 से 17 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश और 15 व 16 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में भी कोहरा छाने का अंदेशा है।
अंडमान और निकोबार में बारिश और तेज हवाएं
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
कुल मिलाकर, देश के कई हिस्सों में सर्दी, कोहरा और शीतलहर का प्रकोप जारी है। खासकर उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की संभावना कम है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है। वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और बुजुर्गों व बच्चों का खास ध्यान रखना आवश्यक है।