उत्तर-मध्य भारत में सर्दी का सितम, कोहरे की मार, देशभर का मौसम एक नजर में

12 दिसंबर, 2025 को जारी अपडेट में कहा गया है कि उत्तर-पूर्व भारत में पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं सक्रिय है, एक पश्चिमी विक्षोभ के 13 दिसंबर से सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम को बदलने का पूर्वानुमान है।
उत्तराखंड, हिमाचल व कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे पहुंचा, कड़ाके की सर्दी जारी, घने कोहरे से सुबह के समय लोगों को भारी दिक्कतें और यातायात प्रभावित।
उत्तराखंड, हिमाचल व कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे पहुंचा, कड़ाके की सर्दी जारी, घने कोहरे से सुबह के समय लोगों को भारी दिक्कतें और यातायात प्रभावित।
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सारांश
  • उत्तराखंड, हिमाचल व कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे पहुंचा, कड़ाके की सर्दी जारी, घने कोहरे से सुबह के समय लोगों को भारी दिक्कतें और यातायात प्रभावित।

  • कश्मीर घाटी के जोजिला पास में पारा माइंस 18 डिग्री दर्ज, जो देश में सबसे कम तापमान है। कई जिलों में पानी जमने और बर्फबारी से जनजीवन बाधित।

  • दिल्ली में दिन का तापमान 25 डिग्री के आसपास, सामान्य से अधिक, रातें ठंडी, वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी जारी।

  • महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 12 व 13 दिसंबर को शीतलहर चलने की आशंका।

  • अंडमान और निकोबार में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार। मन्नार की खाड़ी और दक्षिण तमिलनाडु-श्रीलंका तटों पर 55 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाएं, मछुआरों को सावधानी बरतने की सलाह।

देश के कई हिस्सों में दिसंबर का दूसरा सप्ताह शुरू होते ही सर्दी ने अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तरी राज्यों में जहां शीतलहर और घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, वहीं पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और ठंडी हवाएं आम जनजीवन को प्रभावित कर रही हैं।

मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 12 दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि उत्तर–पूर्व भारत में उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम सक्रिय है जिसकी गति लगभग 105 नॉट तक दर्ज की गई है। यह ऊंचाई पर बहने वाली तेज हवाएं मौसम में निरंतर बदलाव ला रही हैं। इसके साथ ही एक नया लेकिन कमजोर पश्चिमी विक्षोभ 13 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के मौसम को बदलने का पूर्वानुमान है।

उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड और कोहरा

उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से जारी भीषण ठंड से आज,12 दिसंबर को भी राहत के आसार नहीं हैं। सुबह से देर रात तक ठंडी हवाएं, लुढ़कता पारा और वातावरण में नमी लोगों को परेशान कर सकती हैं। कई जिलों में आसमान बादलों से ढका रहने का अनुमान है, जिससे धूप कमजोर पड़ेगी और ठंड और ज्यादा महसूस होगी।

पहाड़ी जिलों में हल्की बर्फबारी की संभावना बनी हुई है, जबकि मैदानी हिस्सों में घना कोहरा सुबह की शुरुआत मुश्किल बना सकता है। मौसम विभाग की मानें तो 14 दिसंबर को ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और हल्की बर्फबारी की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है।

हिमाचल में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे

हिमाचल प्रदेश में भी ठंड चरम पर है। कुकुमसेरी में तापमान माइनस 6.3 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया, जबकि ताबो में यह माइनस 4.6 डिग्री तक पहुंच गया। शिमला मौसम केंद्र के अनुसार, 13 दिसंबर से सक्रिय होने वाले कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के चलते राज्य के पहाड़ी इलाकों में मौसम में और बदलाव देखने को मिलेगा।

कश्मीर घाटी में शीतलहर का प्रकोप चरम पर

कश्मीर घाटी में इस समय सर्दी ने पिछले सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जोजिला दर्रे में तापमान माइनस 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो फिलहाल देश में सबसे कम तापमान है। गुलमर्ग में माइनस 5.5 डिग्री सेल्सियस, श्रीनगर शहर में माइनस 1.9 डिग्री सेल्सियस और एयरपोर्ट के इलाके में माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।

कुपवाड़ा, पुलवामा, अनंतनाग और शोपियां जैसे जिलों में तापमान माइनस दो से माइनस चार डिग्री सेल्सियस के बीच स्थिर बना हुआ है।

भीषण ठंड के कारण कई इलाकों में पानी जम गया है, नदियों-नालों में बर्फ की परतें दिखने लगी हैं और कई जगहों पर बर्फबारी के चलते यातायात भी प्रभावित हुआ है। यह मौसम आने वाले दिनों में और कड़ा हो सकता है, क्योंकि रात के तापमान में कमी जारी रहने की आशंका जताई गई है।

दिल्ली-एनसीआर में दिन गर्म, रातें ठंडी

दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से ठंड में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन रातें अभी भी ठंडी बनी हुई हैं। आश्चर्य की बात यह है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में भी दिन की धूप तेज है और तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। 11 दिसंबर तक सुबह तक लोधी रोड का अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से थोड़ा ऊपर 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार, 12 से 17 दिसंबर तक दिन का तापमान 23 डिग्री से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है, यानी दिन में ठंड कम महसूस होगी। हालांकि 17 दिसंबर के बाद मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है और तापमान तेजी से गिर सकता है।

दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर

दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 349 दर्ज किया गया जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों, बच्चों और दमा या सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। प्रदूषण की इस स्थिति में सुबह की सैर, खुले में कसरत या लंबी अवधि तक बाहर रहने से बचने की सलाह दी गई है।

मध्य भारत और पश्चिमी क्षेत्रों में शीतलहर

मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में अगले 24 घंटों तक कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले चार दिनों में तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। महाराष्ट्र में भी अगले दो दिनों तक तापमान के स्थिर रहने की उम्मीद है, लेकिन उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़त संभव है।

इसके बावजूद, 12 और 13 दिसंबर को मध्य और पूर्वी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भी 12 से 14 दिसंबर तक ठंड का असर तेज बना रहेगा।

पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में घना कोहरा

पूर्वोत्तर राज्यों नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 12 से 16 दिसंबर तक सुबह के घंटों में घने कोहरे की आशंका व्यक्त की गई है। असम और मेघालय में 12 से 14 दिसंबर तक कोहरा छाया रह सकता है। ओडिशा में भी अगले दो दिनों तक कोहरे की स्थिति बनी रहेगी।

उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्र विशेष रूप से प्रभावित रहेंगे। पश्चिमी यूपी में 12 और 13 दिसंबर को घना कोहरा, जबकि पूर्वी यूपी में 12 से 14 दिसंबर तक बहुत घना कोहरा पड़ सकता है, खासकर 12 दिसंबर की सुबह स्थिति सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण रहने का अंदेशा जताया गया है।

दक्षिण भारत और द्वीप क्षेत्रों का मौसम

दक्षिण बांग्लादेश और आस-पास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। वहीं एक और ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण श्रीलंका तट से दूर हिंद महासागर के आस-पास के इलाकों में जारी है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 12 दिसंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बौछारें व बिजली गिरने की आशंका जताई गई हैं

समुद्री इलाकों मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन और दक्षिण तमिलनाडु तथा दक्षिण श्रीलंका के तटों के पास 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। इस कारण मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में गतिविधियों को सावधानी से करने की सलाह दी गई है।

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