उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम व पश्चिमी विक्षोभ ने बढ़ाई शीतलहर, बारिश-बर्फबारी के आसार

आठ दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि उत्तर भारत के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे हिमालयी इलाकों में बारिश-बर्फबारी के आसार बने हुए हैं।
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और पश्चिमी विक्षोभ, जेट स्ट्रीम सक्रिय, जिससे हिमालयी क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी और मैदानी इलाकों में तापमान में तेज गिरावट।
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और पश्चिमी विक्षोभ, जेट स्ट्रीम सक्रिय, जिससे हिमालयी क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी और मैदानी इलाकों में तापमान में तेज गिरावट।फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स, हेलोहैप्पी
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सारांश
  • उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और पश्चिमी विक्षोभ, जेट स्ट्रीम सक्रिय, जिससे हिमालयी क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी और मैदानी इलाकों में तापमान में तेज गिरावट।

  • उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी के आसार, कई जगहों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे, पहलगाम माइनस 4.3 डिग्री पर सबसे ठंडा।

  • दिल्ली-एनसीआर में तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा, कोहरा बढ़ेगा और हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ (एक्यूआई 308)।

  • मध्य भारत में शीतलहर की चेतावनी: छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर विदर्भ और ओडिशा में आठ नौ दिसंबर को शीतलहर के आसार।

  • अंडमान–निकोबार और बंगाल की खाड़ी में 35 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें।

देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम एक बार फिर करवट ले चुका है। दिसंबर के दूसरे हफ्ते की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड बढ़ने लगी है। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, आठ दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि उत्तर भारत के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी होने के आसार बने हुए हैं।

इसके अलावा उप-उष्णकटिबंधीय जेट स्ट्रीम हवाओं के कारण उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में भी तापमान में गिरावट और घने कोहरे की स्थिति उत्पन्न हो रही है। कई राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे पहुंच गया है और आने वाले दिनों में पारे में और गिरावट आने का अंदेशा जताया गया है।

पश्चिमी विक्षोभ और जेट स्ट्रीम के कारण मौसम में बदलाव

मौसम विभाग के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस समय मध्य स्तरों पर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बना हुआ है। इसके अलावा, 12.6 किमी की ऊंचाई पर उप-उष्णकटिबंधीय जेट स्ट्रीम में लगभग 115 नॉट्स की तूफानी हवाएं बह रही हैं। इस तरह की स्थितियां सामान्यतः उत्तर भारत में ठंड बढ़ाने और बादल बनने के लिए जिम्मेवार होती हैं।

इन दोनों मौसमी गतिविधियों के चलते उत्तर भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ने लगा है। दिन के तापमान में मामूली राहत है, लेकिन रात का तापमान तेजी से गिर रहा है। पहाड़ी और मैदानी दोनों ही क्षेत्रों में ठंडी हवाएं चल रही हैं।

उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के आसार

उत्तराखंड में आज, आठ दिसंबर, 2025 को मौसम काफी सख्त रहने वाला है। ऊंचे हिमालयी इलाकों जैसे - बद्रीनाथ, केदारनाथ, औली, मुंसियारी और हर्षिल में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। मैदानी इलाकों में हल्की बारिश और घना कोहरा छाया रह सकता है। तेज ठंडी हवाओं के कारण लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ सकता है।

तापमान की बात करें तो मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान चार से सात डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। वहीं पहाड़ी इलाकों में यह शून्य से नीचे जा सकता है। यदि दिन में बर्फबारी होती है, तो रात होते-होते सड़कों पर पाला जमने की भी पूरी आशंका है, जिससे फिसलन और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।

कई जिलों में प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है और लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने, गर्म कपड़े पहनने तथा सुबह-शाम विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।

हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी, कई जिलों में कोहरे का अलर्ट

हिमाचल प्रदेश पर भी इस पश्चिमी विक्षोभ का असर देखा जा सकता है। मौसम केंद्र शिमला के अनुसार, आठ दिसंबर को चंबा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और कांगड़ा के ऊंचे इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। इससे तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी।

इसके साथ ही बिलासपुर और मंडी में नौ दिसंबर तक कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि सुबह और शाम के समय दृश्यता काफी कम हो सकती है। आने वाले सप्ताह में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है और 13 दिसंबर तक कोई बड़ा मौसमीय बदलाव होने की संभावना नहीं है।

जम्मू और कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे, पहलगाम सबसे ठंडा

जम्मू और कश्मीर में सर्दी का असर सबसे अधिक दिखाई दे रहा है। कई जगहों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है। पहलगाम, जो अमरनाथ यात्रा का आधार शिविर भी है, प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। श्रीनगर में तापमान माइनस 0.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो हालांकि पिछले दिन की तुलना में कुछ ऊपर है।

मौसम विभाग ने उत्तर और मध्य कश्मीर के ऊंचे इलाकों में आज, आठ दिसंबर को हल्की बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है। स्थानीय लोगों और यात्रियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

दिल्ली-एनसीआर में फिर बढ़ेगी ठंड, कोहरे और प्रदूषण से दोहरी मार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से तापमान में थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 72 घंटों में तापमान तीन से चार डिग्री तक गिर सकता है। आज न्यूनतम के तापमान के 10 डिग्री और अधिकतम तापमान के 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

कोहरा भी बढ़ने वाला है, जिससे सुबह के समय यातायात प्रभावित हो सकता है। इसके साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है, जहां रविवार का 24-घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 308 दर्ज किया गया। प्रदूषण और ठंड का यह मिश्रण स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों को विशेष सावधानी रखने की जरूरत है।

मध्य भारत में शीतलहर की चेतावनी

मध्य प्रदेश, उत्तर विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी सर्दी का असर तेज होने वाला है। मौसम विभाग ने आठ और नौ दिसंबर, 2025 के लिए कई जगहों पर शीतलहर (कोल्ड वेव) की चेतावनी दी है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में तापमान सामान्य से काफी नीचे जा सकता है। इसी तरह ओडिशा में भी तापमान गिरने के साथ कोहरे की स्थिति बनी रहेगी।

पश्चिम भारत जैसे राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में अगले दो से तीन दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है। इसके बाद मौसम स्थिर रहने की उम्मीद जताई गई है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, सात दिसंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

पूर्वोत्तर भारत में घना कोहरा

पूर्वोत्तर राज्यों - असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आठ से 12 दिसंबर तक घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने का अंदेशा है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।

दक्षिण-पूर्वी तट पर भी सक्रिय मौसम प्रणाली

पूर्वी बंगाल और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है, जिसकी वजह से बादल छाने और हल्की बारिश की स्थिति बन रही है।

इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, आठ दिसंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बिजली गिरने व 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं

इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं में इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकती हैं, इसके चलते समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

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