

उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के चलते ठंड तेज, कई राज्यों में शीतलहर के आसार।
हिमाचल के ऊंचे इलाकों में चार से पांच दिसंबर को बारिश और बर्फबारी की संभावना।
दिल्ली–एनसीआर में दो से पांच दिसम्बर तक येलो अलर्ट, वायु गुणवत्ता अत्यंत खराब।
कश्मीर घाटी में तापमान शून्य से नीचे, श्रीनगर में माइनस 4.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सीजन की सबसे ठंडी रात।
दक्षिण भारत में ‘दित्वाह’ चक्रवात का अवशेष सक्रिय, तमिलनाडु से लेकर आंध्र प्रदेश तक में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी।
दिसम्बर की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है। पश्चिमी विक्षोभ, उत्तर भारत में सक्रिय चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र और तापमान में लगातार गिरावट के चलते कई राज्यों में शीतलहर जैसी स्थिति बन गई है।
वहीं दक्षिण भारत में बंगाल की खाड़ी पर बना गहरा दबाव तटीय तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं का कारण बना हुआ है। मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा जानकारी के आधार पर आज, दो दिसम्बर, 2025 का देशभर का मौसम कुछ इस प्रकार रहेगा मौसम।
उत्तरी भारत में ठिठुरन
पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तर पाकिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है। इस विक्षोभ के कारण उत्तर भारत की पहाड़ियों और मैदानों में ठंड का प्रभाव और अधिक बढ़ने के आसार हैं। इसके साथ ही हरियाणा और उसके आसपास एक चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति और अधिक गहरा रही है।
उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस तक नीचे दर्ज किए गए। हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में तो तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे पहुंच गया है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी तापमान छह डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकार्ड किया गया। मैदानों में पारा 3.5 डिग्री सेल्सियस हरियाणा के हिसार में दर्ज किया गया, जो इस समय देश के मैदानी इलाकों का सबसे ठंडा स्थान रहा।
उत्तराखंड में सर्द सुबह, दोपहर में हल्की धूप
उत्तराखंड में भी ठंड अपने चरम पर है। राज्य के मैदानी इलाकों जैसे देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और हल्द्वानी में सुबह का तापमान आठ से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों - मसूरी, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी और चमोली में न्यूनतम तापमान दो से से छह डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। हालांकि मौसम आज साफ रहेगा और दिन में हल्की धूप निकलने से कुछ राहत मिली, लेकिन सुबह और रातें काफी ठंडी बनी रहेंगी।
हिमाचल प्रदेश में चार व पांच दिसम्बर को बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पर्वतीय इलाकों में चार और पांच दिसम्बर को हल्की बारिश तथा बर्फबारी की संभावना जताई गई है। पांच दिसम्बर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ राज्य के मौसम में बदलाव कर सकता है। बिलासपुर जिले में दो से तीन दिसम्बर को घना कोहरा छाने का अंदेशा है, जबकि बाकी प्रदेश में सात दिसम्बर तक मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।
जम्मू और कश्मीर में शीतलहर का कहर
कश्मीर घाटी में ठंड ने इस समय विकराल रूप ले लिया है। घाटी के सभी मौसम स्टेशनों पर तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है। श्रीनगर में बीती रात इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 4.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से चार डिग्री कम है।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले की कोनिबल घाटी सबसे ठंडी रही, जहां तापमान मानस 5.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। लगातार कई दिनों से तापमान में गिरावट बनी हुई है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित होने लगा है।
दिल्ली–एनसीआर में दो से पांच दिसम्बर तक येलो अलर्ट
दिल्ली–एनसीआर में मौसम विभाग ने दो से पांच दिसम्बर तक येलो अलर्ट जारी किया है। इसका अर्थ है कि शीतलहर चलने के पूरे आसार हैं। राजधानी में सुबह का मौसम ठंडा और धुंधला रहा। हवा की गुणवत्ता अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज की गई, जिसके कारण वायु प्रदूषण ने लोगों को खासा परेशान किया। हालांकि दिन का अधिकतम तापमान सामान्य रहा और 26 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।
घने कोहरे की चेतावनी
मौसम विभाग की मानें तो दो और तीन दिसंबर को मणिपुर, मेघालय, तीन से चार दिसंबर को हिमाचल प्रदेश व ओडिशा में घना कोहरा छाने के आसार हैं। कोहरे का प्रभाव सड़क और हवाई यातायात पर भी पड़ सकता है, इसलिए यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
दक्षिण भारत में ‘दित्वाह’ चक्रवात का अवशेष-गहरा दबाव सक्रिय
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘दित्वाह’ (Ditwah) का प्रभाव अभी बना हुए है, इसके अवशेष अब गहरे दबाव (डीप डिप्रेशन) के रूप में सक्रिय है। यह प्रणाली बीती रात एक दिसम्बर को 11:30 बजे चेन्नई के ठीक पूर्व में लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थी। यह दक्षिण पश्चिम की ओर धीरे-धीरे मुड़ने और अगले 12 घंटों में एक सामान्य दबाव में कमजोर होने की संभावना है। मौसम विभाग इस प्रणाली पर चेन्नई और श्रीहरिकोटा के डॉप्लर रडारों से लगातार नजर रख रहा है।
भारी वर्षा और तेज हवाओं की चेतावनी
चक्रवाती गतिविधि को देखते हुए आज, दो दिसम्बर, 2025 आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। विभाग ने यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, आंध्र प्रदेश, केरल एवं माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। इन राज्यों में 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
तूफान के असर से दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
वहीं आज, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश व यनम में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की डर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अंदेशा जताया गया है। तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समुद्र में न जाने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
आगामी दिनों में कैसा रहेगा तापमान
उत्तर पश्चिम भारत में अगले चार दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की और गिरावट होने के आसार हैं, हालांकि उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
मध्य भारत में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो अगले 48 घंटे तापमान स्थिर, उसके बाद तीन दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। पूर्वी भारत में अगले 24 घंटे स्थिर, फिर चार दिनों तक तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।
देश के उत्तरी हिस्सों में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो चुका है। पश्चिमी विक्षोभ और लगातार गिरते तापमान के कारण आने वाले दिनों में शीतलहर और बढ़ सकती है। वहीं दक्षिण भारत में गहरा दबाव भारी बारिश और तेज हवाओं का कारण बना हुआ है। लोगों को मौसम विभाग की सलाह मानते हुए यात्रा, स्वास्थ्य और रोजमर्रा की गतिविधियों में सावधानी बरतने की जरूरत है।