लहसुन से बना माउथवॉश आम एंटीसेप्टिक से बेहतर: वैज्ञानिक

लहसुन का अर्क: प्राकृतिक एंटीसेप्टिक, क्लोरहेक्सिडिन का सुरक्षित विकल्प, मुंह के बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने में प्रभावी
बड़े और मानकीकृत क्लिनिकल अध्ययन लहसुन माउथवॉश को सुरक्षित और प्रभावी विकल्प के रूप में स्थापित कर सकते हैं।
बड़े और मानकीकृत क्लिनिकल अध्ययन लहसुन माउथवॉश को सुरक्षित और प्रभावी विकल्प के रूप में स्थापित कर सकते हैं।
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सारांश
  • प्राकृतिक विकल्प: लहसुन का अर्क माउथवॉश क्लोरहेक्सिडिन के समान एंटीमाइक्रोबियल प्रभाव दिखा सकता है।

  • सक्रियता अवधि: लहसुन माउथवॉश मुंह में लंबे समय तक सक्रिय रहता है।

  • दुष्प्रभाव: जलन और गंध जैसी असुविधाएं होती हैं, लेकिन क्लोरहेक्सिडिन की तुलना में हल्की होती हैं।

  • वैश्विक उपलब्धता: लहसुन व्यापक रूप से उपलब्ध है और इसका बाजार तेजी से बढ़ रहा है।

  • भविष्य के अवसर: बड़े और मानकीकृत क्लिनिकल अध्ययन लहसुन माउथवॉश को सुरक्षित और प्रभावी विकल्प के रूप में स्थापित कर सकते हैं।

मुंह की सफाई और स्वास्थ्य बनाए रखना केवल दांतों को ब्रश करना ही काफी नहीं है। मुंह में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस की गतिविधि को नियंत्रित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इसके लिए दांतों की देखभाल (डेंटल केयर) में अक्सर एंटीसेप्टिक माउथवॉश का इस्तेमाल किया जाता है।

वर्तमान में, क्लोरहेक्सिडिन को माउथवॉश का “गोल्ड स्टैंडर्ड” माना जाता है, क्योंकि यह बैक्टीरिया और फंगस को रोकने में बहुत प्रभावी है। लेकिन इसके लगातार उपयोग से कुछ दुष्प्रभाव होते हैं, जैसे दांतों और मसूड़ों का रंग बदलना, स्वाद में बदलाव और लंबे समय तक उपयोग पर सूक्ष्मजीव प्रतिरोध का खतरा।

हाल ही में, शारजाह विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन प्रकाशित किया, जिसमें उन्होंने लहसुन अर्क की तुलना क्लोरहेक्सिडिन से की। शोध का उद्देश्य यह पता लगाना था कि क्या लहसुन आधारित माउथवॉश एक प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प बन सकता है।

क्या कहता है अध्ययन?

शोधकर्ताओं ने सुनियोजित तरीके से समीक्षा की, यानी उन्होंने पहले से प्रकाशित कई शोधों को मिलाकर उनका विश्लेषण किया। उन्होंने पिको फ्रेमवर्क और परिसमा 2020 दिशानिर्देश का पालन किया, ताकि निष्कर्ष विश्वसनीय और पारदर्शी हों।

जनवरी 2024 में छह इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस से 389 लेख मिले। अतिरिक्त 13 लेख मैन्युअल रूप से जोड़े गए। चयन और प्रतिलिपि (डुप्लीकेट) हटाने के बाद कुल पांच लेख विश्लेषण के लिए चुने गए। शोध में रैंडमाइज्ड कंट्रोल ट्रायल और अन्य क्लिनिकल अध्ययन शामिल थे। अध्ययन की गुणवत्ता कम से मध्यम स्तर की पाई गई।

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लहसुन और क्लोरहेक्सिडिन की तुलना

जर्नल ऑफ हर्बल मेडिसिन में प्रकाशित शोध से पता चला कि अधिक मात्रा वाले लहसुन माउथवॉश बैक्टीरिया की गतिविधि को कम करने में क्लोरहेक्सिडिन के बराबर प्रभावी हो सकते हैं।

कुछ मुख्य निष्कर्ष

  • अधिकारिता: लहसुन माउथवॉश ने जीवाणुओं की संख्या को कम करने में अच्छा प्रदर्शन किया। कुछ अध्ययन क्लोरहेक्सिडिन को बेहतर मानते हैं, जबकि कुछ में लहसुन ज्यादा प्रभावी था।

  • सक्रिय समय: लहसुन का प्रभाव मुंह में अधिक समय तक बना रहता है।

  • दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट्स) : लहसुन माउथवॉश से जलन या असहज गंध जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि ये दुष्प्रभाव क्लोरहेक्सिडिन की तुलना में हल्के हैं।

  • उपयोग में आसान: लहसुन आधारित उत्पाद आमतौर पर ओवर-द-काउंटर उपलब्ध हैं। क्लोरहेक्सिडिन अक्सर दंत चिकित्सक की पर्ची पर मिलता है।

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लहसुन का वैज्ञानिक महत्व

लहसुन में मुख्य रूप से एलिसिन नामक यौगिक होता है, जो बैक्टीरिया, फंगस और वायरस के खिलाफ शक्तिशाली है। इसे एक सब्जी, मसाला और हर्ब के रूप में दशकों से इस्तेमाल किया जा रहा है।

दुनिया भर में, 2024 में लगभग तीन करोड़ मीट्रिक टन लहसुन का उत्पादन हुआ, जिसमें चीन का हिस्सा लगभग 80 फीसदी था। उसी साल, लहसुन अर्क का वैश्विक बाजार 15 बिलियन डॉलर से अधिक था। इसका मतलब यह है कि लहसुन आधारित माउथवॉश को बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराना संभव है।

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मुंह के स्वास्थ्य में लहसुन का संभावित योगदान

अध्ययन के अनुसार, लहसुन आधारित माउथवॉश का इस्तेमाल गिंगिवाइटिस, दांतों में कीड़े, मसूड़ों की बीमारियां और मुंह की दुर्गंध जैसी समस्याओं में सहायक हो सकता है।

लहसुन के उपयोग के कुछ उदाहरण - डेंचर स्टोमैटाइटिस: डेंचर पहनने वालों में संक्रमण को रोकने के लिए। डेंटिनल ट्यूबल डिसइंफेक्शन: दांतों के अंदर संक्रमण रोकने के लिए। इंट्राकैनल मेडिकामेंट: रूट कैनाल ट्रीटमेंट में बैक्टीरिया नियंत्रण।

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हालांकि अभी भी ज्यादातर अध्ययन इन-विट्रो (प्रयोगशाला स्तर पर) हैं। चिकित्सा के स्तर पर अधिक बड़े और लंबे अध्ययन की आवश्यकता है।

लहसुन का अर्क एक प्राकृतिक और प्रभावी विकल्प हो सकता है। इसका प्रभाव कुछ मामलों में क्लोरहेक्सिडिन के बराबर या उससे बेहतर है। मुख्य चुनौती इसकी स्वाद और गंध है, जो कुछ लोगों के लिए असुविधाजनक हो सकती है। बड़े और मानकीकृत क्लिनिकल अध्ययन लहसुन माउथवॉश को दंत चिकित्सा में व्यापक रूप से अपनाने में मदद करेंगे।

अंततः लहसुन न केवल एक आम मसाला है बल्कि यह मुंह और दांतों के स्वास्थ्य में क्रांतिकारी योगदान देने वाला प्राकृतिक साधन बन सकता है। यह अध्ययन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि प्राकृतिक हर्ब्स भी आधुनिक दंत चिकित्सा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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