
अधिकारियों ने सागर द्वीप पर तटीय कटाव और खारे पानी के प्रवेश की समस्या को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं। यह जानकारी दक्षिण 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट ने अपनी नई रिपोर्ट में दी है।
यह रिपोर्ट नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा सात जनवरी, 2025 को दिए आदेश पर दायर की गई है। अदालत ने अपने आदेश में जिला मजिस्ट्रेट से एक नया हलफनामा दाखिल करने को कहा था।
इस हलफनामे में राष्ट्रीय सतत तटीय प्रबंधन केंद्र (एनसीएसएम) की सिफारिशों का पालन करने के लिए उठाए कदमों पर ताजा जानकारी साझा करने को कहा गया था।
एनजीटी के आदेश के बाद, दक्षिण 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट ने काकद्वीप सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता और प्रभागीय वन अधिकारी को एनसीएसएम की सिफारिशों का पालन करने के लिए की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था।
काकद्वीप सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता ने 19 फरवरी, 2025 को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इस रिपोर्ट के मुताबिक शिबपुर में खारे पानी के प्रवेश की रोकथाम और बचाव के लिए "सुंदरबन तटबंध को ऊंचा और मजबूत करने" से जुड़ी एक योजना तैयार की गई है।
सिंचाई विभाग इस योजना की समीक्षा कर रहा है। नदी अनुसंधान संस्थान (आरआरआई) नवीनतम उपलब्ध बैथिमेट्री डेटा के आधार पर, तट और आस-पास के समुदायों की सुरक्षा के लिए शिबपुर में जीवित तटरेखाओं के उपयोग का अध्ययन कर रहा है।
15 नवंबर, 2024 को सिंचाई एवं जलमार्ग विभाग के संयुक्त सचिव ने सैद्धांतिक रूप से इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। साथ ही उन्होंने गंगासागर मेले से पहले तत्काल अल्पकालिक उपायों के साथ-साथ दीर्घकालिक समाधान सुझाने के लिए साइट का दौरा करने का अनुरोध किया।
यह भी कहा गया है कि 2025 के गंगा सागर मेले से पहले, बाईं और तीर्थ मार्ग 1 और तीर्थ मार्ग 3 के बीच क्षतिग्रस्त नदी तट को बहाल किया जाना चाहिए।
इसके अलावा तीर्थ मार्ग तीन से छह के बीच क्षतिग्रस्त तटरेखा को बहाल किया गया है। इस बहाली में परिवहन की गई मिट्टी, बुल्ला ड्राइविंग, जियो-सिंथेटिक्स, मिट्टी से भरे पॉली बैग और नायलॉन क्रेट्स का इस्तेमाल किया गया है।
दक्षिण 24 परगना के प्रभागीय वन अधिकारी ने 19 फरवरी, 2025 को दाखिल रिपोर्ट में कहा है कि सागर द्वीप पर कपिल मुनि आश्रम के पास 12 हेक्टेयर क्षेत्र में वृक्षारोपण के साथ-साथ अन्य प्रकृति-आधारित हस्तक्षेपों के लिए मंजूरी दे दी गई है।
इससे तटीय कटाव की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। पिछले कुछ सालों में 24 परगना (दक्षिण) वन प्रभाग ने सागर द्वीप पर मैंग्रोव और अन्य पेड़ लगाए हैं। ये प्राकृतिक अवरोधों के रूप में काम करते हैं, समय के साथ तलछट को जमा करते हैं और धीरे-धीरे भूमि को बढ़ाते हैं।
नागोजनहल्ली में ग्रेनाइट का अवैध खनन, संयुक्त समिति ने की जुर्माने लगाने की सिफारिश
नागोजनहल्ली में हुए अवैध ग्रेनाइट खनन के मामले में संयुक्त समिति ने जुर्माने लगाने की सिफारिश की सिफारिश की है। इस बाबत चार मार्च, 2025 को अदालत में संयक्त समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। अवैध खनन का यह मामला कृष्णागिरि जिले के नागोजनहल्ली गांव का है।
रिपोर्ट के मुताबिक निरीक्षण के दौरान किसी प्रकार की खनन गतिविधि को होते नहीं देखा गया। हालांकि इस क्षेत्र में अवैध खदान का एक गड्ढा देखा गया है।
अदालत को सूचित किया गया है कि 2021 में अवैध रूप से 352.285 सीबीएम ग्रेनाइट का खनन किया गया। कृष्णागिरी के जिला कलेक्टर ने पहले ही 210.82 सीबीएम ग्रेनाइट के अवैध खनन के लिए जुर्माना लगाया है, और बाकी 141.465 सीबीएम के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त समिति ने सिफारिश की है कि गैर-लीज क्षेत्रों (एसएफ संख्या 744/5 और 744/15) से अवैध रूप से खनन किए गए शेष 141.465 सीबीएम ग्रे ग्रेनाइट के मामले में आगे जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जानी चाहिए।