
सितंबर 2025 में भारत की रातें असामान्य रूप से गर्म रहीं, जहां न्यूनतम तापमान 23.44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले औसत से 0.63 डिग्री अधिक था।
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, यह महीना रिकॉर्ड में सबसे गर्म रातों वाले पांचवें सितंबर के रूप में दर्ज हुआ।
डाउन टू अर्थ के ‘डेली हीट ट्रैकर’ के विश्लेषण से पता चला है कि सितम्बर में अध्ययन किए गए 35 में से आधे शहरों में महीने के 65 फीसदी यानी 20 या उससे अधिक दिनों में न्यूनतम तापमान (रात में) सामान्य से ऊपर रहा।
इस दौरान सबसे ज्यादा गर्म रातें दीव में रहीं, जहां 29 रातें सामान्य से अधिक गर्म रही।
इसके बाद पटना, श्रीनगर और लखनऊ में 26 दिन, जबकि जम्मू, देहरादून, गुवाहाटी, पणजी, रांची, भोपाल, इंफाल, कोहिमा, लुधियाना, जयपुर, गंगटोक, अगरतला और कोलकाता जैसे शहरों में भी लंबे समय तक रातें सामान्य से अधिक गर्म रहीं।
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में रात का तापमान कहीं ज्यादा असामान्य था। मतलब की इन क्षेत्रों में रातें कहीं ज्यादा गर्म थी। इस क्षेत्र में औसत न्यूनतम तापमान 24.52 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.82 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
भारत में सितंबर 2025 की रातें सामान्य से कहीं ज्यादा गर्म रहीं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा 8 अक्टूबर को जारी मासिक जलवायु रिपोर्ट के अनुसार, इस महीने न्यूनतम तापमान, औसतन 23.44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 1991 से 2020 के औसत तापमान से 0.63 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
इस बीच औसत तापमान 27.51 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.39 डिग्री सेल्सियस अधिक है। बता दें कि औसत तापमान की गणना अधिकतम और न्यूनतम तापमान के दैनिक औसत के रूप में की जाती है।
वहीं इसके उलट सितम्बर 2025 में दिन का अधिकतम औसत मासिक तापमान 31.58 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से महज 0.15 डिग्री सेल्सियस ऊपर है। यह साफ तौर पर संकेत देता है कि सितंबर की असामान्य गर्मी दिन नहीं, बल्कि रात की तपिश से बढ़ी।
देखा जाए तो औसत और न्यूनतम तापमान में इस असमान्य बढ़ोतरी के साथ सितंबर 2025 उन महीनों में शामिल हो गया जब रातों में असामान्य रूप से गर्मी दर्ज की गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पिछला महीना देश के रिकॉर्ड में सबसे गर्म रातों वाले पांचवें सितम्बर के रूप में दर्ज हुआ है। यह गणना न्यूनतम तापमान में आधारित है।
वहीं औसत मासिक तापमान के आधार पर यह सातवां सबसे गर्म सितम्बर का महीना रहा। इसके विपरीत यदि अधिकतम तापमान के लिहाज से देखें तो यह देश में 23वां सबसे गर्म सितम्बर था।
क्या कहता है डाउन टू अर्थ का विश्लेषण
डाउन टू अर्थ के ‘डेली हीट ट्रैकर’ के विश्लेषण से पता चला है कि सितम्बर में अध्ययन किए गए 35 में से आधे शहरों में महीने के 65 फीसदी यानी 20 या उससे अधिक दिनों में न्यूनतम तापमान (रात में) सामान्य से ऊपर रहा। इस दौरान सबसे ज्यादा गर्म रातें दीव में रहीं, जहां 29 रातें सामान्य से अधिक गर्म रही।
इसके बाद पटना, श्रीनगर और लखनऊ में 26 दिन, जबकि जम्मू, देहरादून, गुवाहाटी, पणजी, रांची, भोपाल, इंफाल, कोहिमा, लुधियाना, जयपुर, गंगटोक, अगरतला और कोलकाता जैसे शहरों में भी लंबे समय तक रातें सामान्य से अधिक गर्म रहीं।
इसके विपरीत, सितंबर में महज 10 शहरों में दिन का तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि ‘हीट ट्रैकर’ 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुख शहरों के आंकड़ों को रिकॉर्ड करता है। यह जानकारी आईएमडी से ली जाती है।
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में सामान्य से कहीं ज्यादा गर्म रहे दिन-रात
हालांकि, पुडुचेरी के आंकड़े केवल दैनिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान को दिखाते हैं, यानी हर दिन कितनी गर्मी या ठंड थी। लेकिन यह आंकड़े यह नहीं बताते कि उस समय सामान्य तापमान क्या होना चाहिए था। यानी तुलना करने के लिए कि तापमान सामान्य से ऊपर या नीचे है, उसके लिए जानकारी उपलब्ध नहीं है।
आईएमडी की जलवायु रिपोर्ट में भी जानकारी दी गई है कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में रात का तापमान कहीं ज्यादा असामान्य था। मतलब की इन क्षेत्रों में रातें कहीं ज्यादा गर्म थी। इस क्षेत्र में औसत न्यूनतम तापमान 24.52 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.82 डिग्री सेल्सियस अधिक है। 1901 के बाद से देखें तो यह तीसरा सितम्बर है जब तापमान इतना अधिक रिकॉर्ड किया गया है।
हालांकि आंकड़ों से पता चला है कि इस क्षेत्र में दिन और रात दोनों समय सामान्य से अधिक गर्मी रही। पिछले महीने इस क्षेत्र का औसत अधिकतम तापमान 32.31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.59 डिग्री सेल्सियस अधिक है और क्षेत्र में यह भी तीसरा सबसे ऊंचा रिकॉर्ड है।