इस साल नवंबर का महीना सामान्य से कुछ ज्यादा ही गर्म रहा, जो स्पष्ट तौर पर दर्शाता है कि जलवायु में आता बदलाव हमारे वातावरण को किस हद तक प्रभावित कर रहा है। 2022 में यदि नवंबर के महीने के औसत तापमान को देखें तो वो बीसवीं सदी के औसत तापमान से 0.76 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया।
जो उसे पिछले 143 वर्षों के जलवायु इतिहास का नौवां सबसे गर्म नवंबर का महीना बनाता है। हालांकि यदि 2014 के बाद से देखें तो यह अब तक का सबसे ठंडा नवंबर है। देखा जाए तो पिछले 46 वर्षों से लगातार नवंबर का तापमान औसत से ज्यादा था, जो इस साल भी दर्ज किया गया। वहीं यह लगातार 455वां महीना है जब तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज किया गया है।
यह जानकारी नेशनल ओसेनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इंफॉर्मेशन (एनसीईआई) द्वारा जारी नई रिपोर्ट में सामने आई है। गौरतलब है कि 2015 में नवंबर का महीना अब तक का सबसे गर्म महीना था। जब तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था। वहीं नवंबर 2020 में तापमान सामान्य से 0.95 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था।
वहीं नवंबर 2019 जोकि इतिहास का तीसरा सबसे गर्म नवंबर था उस महीने तापमान सामान्य से 0.92 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। इसके बाद 2021 में 0.90 डिग्री सेल्सियस, 2013 में 0.81, 2017 में 0.80 डिग्री सेल्सियस, नवंबर 2016 और 2018 में तापमान सामान्य से 0.78 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था।
यदि क्षेत्रीय तौर पर जलवायु रिकॉर्ड को देखें तो इस साल यूरोप ने अपने तीसरे सबसे गर्म नवंबर का सामना किया था। इससे पहले 2000 में भी यूरोप में नवंबर के महीने में इतना ही तापमान दर्ज किया गया था। वहीं दक्षिण अमेरिका, एशिया और अफ्रीका हर एक के लिए यह उनके 20 सबसे गर्म नवंबर के महीनों में शामिल था। इसी तरह उत्तरी अमेरिका में भी इस साल नवंबर का महीना औसत से ज्यादा गर्म रहा, लेकिन वो शीर्ष-20 में सबसे गर्म नवंबर के महीनों में शामिल नहीं था।
बहरीन और न्यूज़ीलैंड ने अनुभव किया अब तक का सबसे गर्म नवंबर
यदि बहरीन और न्यूज़ीलैंड को देखें तो उनके लिए इस साल नवंबर का महीना अब तक का सबसे गर्म नवंबर था। ओशिनिया ने 1999 के बाद से अपने सबसे ठन्डे नवंबर के महीने का अनुभव किया था, जबकि हांगकांग के लिए यह सबसे पतझड़ का मौसम था।
यदि इस साल के 11 महीनों यानी जनवरी से नवंबर को देखें तो वैश्विक तापमान 20वीं शताब्दी के औसत से 0.86 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है जो उसे अब तक का छठा सबसे गर्म वर्ष बनाता है। वहीं यदि इस मौसम (सितंबर से नवंबर) की बात करें तो तापमान सामान्य से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है। जो उसे रिकॉर्ड का पांचवा सबसे गर्म मौसम बनाता है।
वहीं नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इंफॉर्मेशन (एनसीईआई) द्वारा इस साल के वैश्विक वार्षिक तापमान के लिए जारी आउटलुक की बात करें तो इस बात की 99 फीसदी से ज्यादा संभावना है कि 2022 रिकॉर्ड के 10 सबसे गर्म वर्षों में एक होगा, लेकिन इसके शीर्ष पांच में शामिल होने की सम्भावना एक फीसदी से भी कम है।
इसी तरह यदि ध्रुवों पर जमा बर्फ को देखें तो इस बार नवंबर में वहां चौथी सबसे कम समुद्री बर्फ की सीमा दर्ज की गई थी। वहीं आर्कटिक समुद्री बर्फ के विस्तार को देखें तो वो औसतन 37.5 लाख वर्ग मील दर्ज किया गया, जो 1991 से 2020 के औसत से करीब 1.65 लाख वर्ग मील कम है। जो पिछले 44 वर्षों के रिकॉर्ड में आठवीं सबसे छोटी बर्फ की सीमा है।
इसी तरह अंटार्कटिक में समुद्री बर्फ का विस्तार 58.1 लाख वर्ग मील दर्ज किया गया। जो सामान्य से 3.13 लाख वर्ग मील कम है। जो अंटार्कटिक के रिकॉर्ड की पांचवी सबसे छोटी बर्फीली सीमा है।
इस बार नवंबर में सामने आए छह में से चार उष्णकटिबंधीय चक्रवात 74 मील प्रति घंटे या उससे ज्यादा तक पहुंच गए थे, लेकिन उनमें से किसी भी चक्रवात की 111 मील प्रति घंटे तक नहीं पहुंची थी।