प्रदूषण पर भी दिखी मानसून की धमक, दिल्ली-फरीदाबाद सहित ज्यादातर शहरों में सुधरी हवा

दिल्ली में जहां वायु गुणवत्ता 15 अंकों के सुधार के साथ 64 पर पहुंच गई, वहीं फरीदाबाद के प्रदूषण में थी 31अंकों की गिरावट आई है
प्रदूषण पर भी दिखी मानसून की धमक, दिल्ली-फरीदाबाद सहित ज्यादातर शहरों में सुधरी हवा
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देश में बढ़ते मानसून के साथ प्रदूषण में गिरावट का दौर भी जारी है। यही वजह है कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के चलते प्रदूषण में भी अच्छी खासी गिरावट देखी गई। दिल्ली में जहां वायु गुणवत्ता 15 अंकों की गिरावट के साथ 64 पर पहुंच गई, वहीं फरीदाबाद के प्रदूषण में थी 31अंकों की गिरावट आई है।

इस सुधार का ही नतीजा है कि दिल्ली में लगातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता संतोषजनक बनी हुई है। मतलब की साल का दूसरा दिन है जब दिल्ली की वायु गुणवत्ता संतोषजनक हुई है। इसी तरह फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता संतोषजनक स्तर पर है।

आंकड़ों के मुताबिक देश के 106 अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना हुआ है। इन शहरों में अहमदनगर, अलवर, अमृतसर, अनंतपुर, अंगुल, अंकलेश्वर, अररिया, आरा, आसनसोल, बद्दी, बदलापुर, बागलकोट, बागपत, बहादुरगढ़, बालासोर, बांसवाड़ा, बठिंडा, बेलापुर, बेंगलुरु, भागलपुर, भरतपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, बिहार शरीफ, बीकानेर, चंडीगढ़, चेन्नई, छाल, चित्तूर, चूरू, दौसा, दिल्ली, धारवाड़, धुले, डूंगरपुर, एलूर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गया, गाजियाबाद, गोरखपुर, ग्रेटर नोएडा, गुम्मिडीपोंडी, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हसन, हिसार, हुबली, हैदराबाद, जयपुर, जालंधर, झांसी, आदि शहर शामिल रहे।

कल से देखें तो देश में संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में सात फीसदी का इजाफा हुआ है।

इसी तरह देश के 105 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर बना हुआ है। इन शहरों में आइजोल, अजमेर, अकोला, अमरावती, अमरावती, अरियालुर, औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बारां, बारबिल, बरेली, बारीपदा, बाड़मेर, बैरकपुर, बेलगाम, भिलाई, भीलवाड़ा, भोपाल, भुवनेश्वर, बिलासपुर, बुलंदशहर, ब्यासनगर, चामराजनगर, चंद्रपुर, छपरा, चिक्कबल्लापुर, चिक्कमगलुरु, कोयंबटूर, कुड्डालोर, कटक, दमोह, दावनगेरे, देहरादून, देवास, दुर्गापुर, गडग, गांधीनगर, गंगटोक, हल्दिया, हापुड़, हावेरी, हावड़ा, इंदौर, जलगांव, जलना, जालोर आदि शामिल थे।

कल से देखें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में कोई बदलाव नहीं आया है। आंकड़ों के मुताबिक देश में आइजोल की हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 13 दर्ज किया गया है। इसके विपरीत देश में ब्रजराजनगर की हवा सबसे ज्यादा खराब है, जहां वायु गुणवत्ता आइजोल से 19 गुणा खराब है। बता दें कि ब्रजराजनगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 250 दर्ज किया गया है। वहीं कल देश के तीन शहरों में वायु गुणवत्ता खराब दर्ज की गई थी। मतलब की कल से इन शहरों की संख्या में 67 फीसदी की गिरावट आई है।

देश के 15 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है। कल से तुलना करें तो इन शहरों की संख्या में 17 फीसदी की गिरावट आई है। बता दें की देश में बल्लभगढ़, बीदर, बूंदी, चरखी दादरी, चित्तौड़गढ़, धनबाद, गुरुग्राम, इम्फाल, कुरुक्षेत्र, मंडी गोविंदगढ़, रोहतक, रूपनगर, समस्तीपुर, सिंगरौली, तुमकुरु, आदि शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है। कुल मिलाकर देखें तो कल से देश में प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 28 जून 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 229 में से 105 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 108 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 27 जून 2024 यह आंकड़ा 101 दर्ज किया गया था।

15 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही। वहीं ब्रजराजनगर में स्थिति दमघोंटू है। दूसरे शहरों की तुलना में ब्रजराजनगर (250) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 200 के पार पहुंच गया है।   

यदि दिल्ली की बात करें तो यहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 15 अंक गिरकर 64 पर पहुंच गया। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 68, गाजियाबाद में 62, गुरुग्राम में 116, नोएडा में 55, ग्रेटर नोएडा में 98 पर पहुंच गया है। 

देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 38 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 68, चेन्नई में 59, चंडीगढ़ में 73, हैदराबाद में 54, जयपुर में 53 और पटना में 80 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ 

देश के जिन 105 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला 48, आगरा 44, आइजोल 13, अजमेर 37, अकोला 28, अमरावती 34, अमरावती 16, अरियालुर 34, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) 40, बारां 40, बारबिल 46, बरेली 20, बारीपदा 50, बाड़मेर 42, बैरकपुर 36, बेलगाम 48, भिलाई 40, भीलवाड़ा 26, भोपाल 40, भुवनेश्वर 35, बिलासपुर 37, बुलंदशहर 47, ब्यासनगर 31, चामराजनगर 46, चंद्रपुर 30, छपरा 49, चिक्कबल्लापुर 34, चिक्कमगलुरु 39, कोयंबटूर 38, कुड्डालोर 25, कटक 35, दमोह 34, दावनगेरे 26, देहरादून 34, देवास 35, दुर्गापुर 50, गडग 47, गांधीनगर 47, गंगटोक 25, हल्दिया 32, हापुड़ 28, हावेरी 37, हावड़ा 30, इंदौर 43, जलगांव 30, जलना 31, जालोर 35, झालावाड़ 50, जोधपुर 44, कलबुर्गी 37, कल्याण 28, करनाल 38, कारवार 35, कटिहार 35, क्योंझर 33, कोहिमा 39, कोलार 35, कोल्हापुर 48, कोलकाता 32, कोप्पल 45, कोरबा 39, लातूर 50, मदिकेरी 20, महाद 41, मानेसर 47, मेरठ 38, मीरा-भयंदर 24, मुरादाबाद 44, मुंबई 38, मैसूरु 33, नागपुर 38, नलबाड़ी 44, नांदेड़ 25, नासिक 33, नवी मुंबई 38, पाली 43, पिंपरी-चिंचवाड़ 35, प्रतापगढ़ 39, पुदुचेरी 42, रायरंगपुर 36, राजगीर 38, रामनगर 29, रतलाम 29, ऋषिकेश 36, सांगली 26, सतना 49, सिलचर 39, सिलीगुड़ी 35, सिरोही 38, शिवसागर 48, सोनीपत 48, सुआकाती 27, तिरुवनंतपुरम 38, तिरुपति 41, तिरुपुर 47, उडुपी 50, उल्हासनगर 43, वापी 48, वाराणसी 33, वातवा 45, वेल्लोर 26, विजयपुरा 42, विजयवाड़ा 49, विरार 38, यादगीर 30 शामिल रहे।

वहीं अहमदाबाद, अहमदनगर, अलवर, अमृतसर, अनंतपुर, अंगुल, अंकलेश्वर, अररिया, आरा, आसनसोल, बद्दी, बदलापुर, बागलकोट, बागपत, बहादुरगढ़, बालासोर, बांसवाड़ा, बठिंडा, बेलापुर, बेंगलुरु, भागलपुर, भरतपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, बिहार शरीफ, बीकानेर, चंडीगढ़, चेन्नई, छाल, चित्तूर, चूरू, दौसा, दिल्ली, धारवाड़, धुले, डूंगरपुर, एलूर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गया, गाजियाबाद, गोरखपुर, ग्रेटर नोएडा, गुम्मिडीपोंडी, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हसन, हिसार, हुबली, हैदराबाद, जयपुर, जालंधर, झांसी, झुंझुनू, कैथल, कन्नूर, कानपुर, करौली, काशीपुर, कटनी, खन्ना, कोल्लम, कोटा, कुंजेमुरा, लखनऊ, लुधियाना, मालेगांव, मंडीदीप, मैंगलोर, मोतिहारी, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, नागौर, नारनौल, नोएडा, पंचकुला, पानीपत, पटियाला, पटना, पीथमपुर, प्रयागराज, पुणे, पूर्णिया, रायचुर, रायपुर, राजमहेंद्रवरम, राउरकेला, सागर, सहरसा, सासाराम, सवाई माधोपुर, शिवमोगा, सीकर, सीवान, सोलापुर, तालचेर, टेन्सा, ठाणे, थूथुकुडी, त्रिशूर, तुमडीह, उदयपुर, उज्जैन, विशाखापत्तनम, वृंदावन, यमुना नगर आदि 108 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया। 

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।

वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है। यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है। 

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