देश में श्रीगंगानगर की हवा सबसे ज्यादा खराब है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 199 दर्ज किया गया है। हालांकि आज देश के किसी भी शहर में वायु गुणवत्ता का स्तर 'खराब' नहीं है। वहीं नाहरलागुन में एक्यूआई सात दर्ज किया गया है। इन दोनों शहरों की तुलना करें तो श्री गंगानगर में हवा 28 गुणा खराब है।
हालांकि इस दौरान देश में दिल्ली, फरीदाबाद की हवा में सुधार देखने को मिला है। जहां 15 अंकों की गिरावट के साथ दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 85 पर पहुंच गया है, वहीं फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता में भी 56 अंकों का सुधार आया है। इसके बाद फरीदाबाद में एक्यूआई घटकर 100 पर पहुंच गया है। बता दें कि इन दोनों ही शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना हुआ है।
आंकड़ों के मुताबिक देश में आगरा-अगरतला की तरह ही 115 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर बना हुआ है। कल से तुलना करें तो देश में 'बेहतर' वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब तीन फीसदी का इजाफा हुआ है।
देश में कटक, दमोह, दावनगेरे, देहरादून, देवास, धुले, दुर्गापुर, फिरोजाबाद, गडग, गांधीनगर, गंगटोक, गुवाहाटी, हाजीपुर, हल्दिया, हापुड, हावेरी, हावड़ा, हैदराबाद, जैसलमेर, जलगांव, जलना, कलबुर्गी, कल्याण, करनाल, कटनी, कोहिमा, कोल्हापुर, कोलकाता, कोप्पल, कोरबा, कुंजेमुरा, कुरूक्षेत्र, लातूर, मदिकेरी, मालेगांव, मंडीदीप, मैंगलोर, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मुंबई, मुजफ्फरपुर, मैसूरु, नागपुर, नाहरलागुन, नांदेड़, नासिक, नवीमुंबई, नयागढ़, पंचकुला, पिंपरी-चिंचवाड़, पीथमपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, पुदुचेरी, रायपुर, रायरंगपुर, राजमहेंद्रवरम, राजगीर, रामनगर, रतलाम, ऋषिकेश, राउरकेला, सागर, सांगली, सासाराम, शिवमोगा, सिलीगुड़ी, शिवसागर आदि में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर बना हुआ है।
दूसरी तरफ देश में संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में कल से तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है। देश के 95 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना हुआ है। इन शहरों में गया, गाजियाबाद, गोरखपुर, गुम्मिडीपूंडी, ग्वालियर, हनुमानगढ़, हसन, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जालंधर, जालौर, झांसी, झुंझुनू, जींद, जोधपुर, कैथल, कन्नूर, कानपुर, काशीपुर, क्योंझर, खन्ना, खुर्जा, कोलार, कोल्लम, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, मैहर, मंडीगोबिंदगढ़, मांडीखेड़ा, मानेसर, मेरठ, मुंगेर, मुजफ्फरनगर, नागौर, नारनौल, नोएडा, पाली, पलवल, पानीपत, पटियाला, पटना, पुणे, राजसमंद, रोहतक, सहरसा, सतना, सिलचर, सिरोही, सिरसा, सूरत, तालचेर, उदयपुर, उज्जैन, राजमहेंद्रवरम, राजगीर, रामनगर, रतलाम, ऋषिकेश, राउरकेला, सागर, सांगली, सासाराम, शिवमोगा, सिलीगुड़ी, शिवसागर आदि शामिल थे।
इनके विपरीत देश के 18 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम दर्ज किया गया है। इनमें बठिंडा, भिवाड़ी, बर्नीहाट, चुरू, धनबाद, फतेहाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, हिसार, इम्फाल, रायचुर, रूपनगर, समस्तीपुर, सवाईमाधोपुर, सिंगरौली, श्रीगंगानगर, तुमकुरु, विजयपुरा आदि शहर शामिल हैं। कल से देखें तो देश में मध्यम वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 25 फीसदी की गिरावट आई है। कुल मिलाकर देखें तो देश की वायु गुणवत्ता में कल से सुधार आया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 22 जुलाई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 230 में से 117 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 95 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 21 जुलाई 2024 यह आंकड़ा 98 दर्ज किया गया था। 18 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।
दूसरे शहरों की तुलना में श्रीगंगानगर (199) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 200 के करीब पहुंच गया है। यदि दिल्ली (85) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से 18 अंकों की गिरावट आई है।
दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 100, गाजियाबाद में 83, गुरुग्राम में 142, नोएडा में 62, ग्रेटर नोएडा में 118 पर पहुंच गया है। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 33 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 56, चेन्नई में 94, चंडीगढ़ में 53, हैदराबाद में 44, जयपुर में 71 और पटना में 62 दर्ज किया गया।
इन शहरों की हवा रही सबसे साफ
देश के जिन 117 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला 46, आगरा 39, अहमदनगर 39, आइजोल 9, अकोला 39, अमरावती 31, अमरावती 20, अरियालुर 46, बदलापुर 40, बागलकोट 48, बालासोर 46, बांसवाड़ा 38, बारां 46, बारबिल 33, बरेली 22, बैरकपुर 38, बेलापुर 42, बेलगाम 49, बेंगलुरु 47, बेतिया 41, भागलपुर 48, भरतपुर 37, भिलाई 21, भीलवाड़ा 50, भिवंडी 37, भुवनेश्वर 34, बिलासपुर 45, बोईसर 50, बक्सर 41, ब्यासनगर 28, चामराजनगर 41, चंद्रपुर 32, छाल 36, चिक्कबल्लापुर 25, चिक्कमगलुरु 35, कुड्डालोर 50, कटक 24, दमोह 40, दावनगेरे 21, देहरादून 30, देवास 39, धुले 40, दुर्गापुर 45, फिरोजाबाद 40, गडग 50, गांधीनगर 46, गंगटोक 17, गुवाहाटी 32, हाजीपुर 45, हल्दिया 28, हापुड 47, हावेरी 38, हावड़ा 36, हैदराबाद 44, जैसलमेर 46, जलगांव 45, जलना 49, कलबुर्गी 38, कल्याण 36, करनाल 39, कटनी 50, कोहिमा 41, कोल्हापुर 34, कोलकाता 35, कोप्पल 46, कोरबा 23, कुंजेमुरा 33, कुरूक्षेत्र 48, लातूर 27, मदिकेरी 26, मालेगांव 40, मंडीदीप 34, मैंगलोर 46, मीरा-भायंदर 35, मुरादाबाद 43, मुंबई 33, मुजफ्फरपुर 50, मैसूरु 33, नागपुर 32, नाहरलागुन 7, नांदेड़ 29, नासिक 46, नवीमुंबई 41, नयागढ़ 26, पंचकुला 37, पिंपरी-चिंचवाड़ 39, पीथमपुर 48, प्रतापगढ़ 35, प्रयागराज 35, पुदुचेरी 48, रायपुर 24, रायरंगपुर 44, राजमहेंद्रवरम 44, राजगीर 38, रामनगर 29, रतलाम 33, ऋषिकेश 28, राउरकेला 50, सागर 50, सांगली 50, सासाराम 38, शिवमोगा 40, सिलीगुड़ी 34, शिवसागर 42, सोलापुर 40, सोनीपत 40, सुआकाती 40, टेन्सा 32, ठाणे 28, तिरुवनंतपुरम 40, थूथुकुडी 39, त्रिशूर 48, तिरूपति 31, वाराणसी 48, वातवा 47, विजयवाड़ा 37, यमुनानगर 50 शामिल रहे।
वहीं अहमदाबाद, अजमेर, अलवर, अंबाला, अमृतसर, अंकलेश्वर, आसनसोल, औरंगाबाद (बिहार), औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बद्दी, बागपत, बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, बारीपदा, बाड़मेर, भिवानी, भोपाल, बीकानेर, बिलीपाड़ा, ब्रजराजनगर, बुलन्दशहर, बूंदी, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चेन्नई, छपरा, चित्तूर, चित्तौड़गढ़, दौसा, दिल्ली, धारूहेड़ा, धारवाड़, धौलपुर, एलूर, फरीदाबाद, गया, गाजियाबाद, गोरखपुर, गुम्मिडीपूंडी, ग्वालियर, हनुमानगढ़, हसन, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जालंधर, जालौर, झांसी, झुंझुनू, जींद, जोधपुर, कैथल, कन्नूर, कानपुर, काशीपुर, क्योंझर, खन्ना, खुर्जा, कोलार, कोल्लम, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, मैहर, मंडी गोबिंदगढ़, मांडीखेड़ा, मानेसर, मेरठ, मुंगेर, मुजफ्फरनगर, नागौर, नारनौल, नोएडा, पाली, पलवल, पानीपत, पटियाला, पटना, पुणे, राजसमंद, रोहतक, सहरसा, सतना, सिलचर, सिरोही, सिरसा, सूरत, तालचेर, उदयपुर, उज्जैन, उल्हासनगर, वापी, विरार, विशाखापत्तनम आदि 95 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।
क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?
देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है।
इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है। वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है।
यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है।