दुधवा में 85 वर्ष बाद दिखा दुर्लभ रेड कोरल सांप

अति दुर्लभ खुखरी सांप लाल मूंगे की तरह चमकदार होता है। वर्ष 2011 में यह सांप असम और 2015 में उत्तराखंड में देखा गया
दुधवा में 85 वर्ष बाद दिखा दुर्लभ रेड कोरल सांप
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दुधवा टाइगर रिजर्व की सोनारीपुर रेंज में दुर्लभ सांप रेड कोरल खुखरी के दीदार हुए हैं। गश्त कर रहे टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों ने इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया। 85 वर्ष बाद इस प्रजाति का सांप दुधवा में देखा गया। इससे पहले 1936 में इसको देखा गया था।

टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर महावीर कौजलगि ने बताया कि हमारे लिए बड़ी खुशी की बात है। पिछले दिनों ही कुछ दुर्लभ प्रजातियों की चिड़िया भी दुधवा में देखी गई थी। 

सोनालीपुर रेंज में गश्त कर रहे रेंज अधिकारी गिरधारी लाल, वायरलेस ऑपरेटर अशोक कुमार और फॉरेस्टर अशोक कुमार को जंगल के बीच से निकल रही रेलवे लाइन पर यह दुर्लभ प्रजाति का साफ नजर आया था। फोटो के आधार पर इसकी पुष्टि रेड कोरल के रूप में की गई।

अति दुर्लभ खुखरी सांप लाल मूंगे की तरह चमकदार होता है। यह अनोखा सांप दशकों बाद वर्ष 2010 में नेपाल के चितवन नेशनल पार्क में दिखा था। वर्ष 2011 में यही सांप असम में नजर गया। 2015 में इसको उत्तराखंड में भी पहली बार देखा गया था।

डब्ल्यूडब्लयूफ के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार बताते हैं कि यह सांप काफी जहरीला होता है। यह जल के अलावा थल पर भी रहता है। इसका वैज्ञानिक नाम ओलिगोडन खेरीमेंसिस है। इसकी प्रजाति के बारे में बहुत अधिक जानकारी अभी नहीं हो पाई है। (ज्योति पांडे)

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