चीन के नेशनल नेचर रिजर्व में खोजी गई विषैले पिट वाइपर की नई प्रजाति

शोधकर्ताओं की एक टीम ने जियुझाइगौ नेशनल नेचर रिजर्व की जांच की, उन्होंने झारू घाटी से ग्लेडियस के कुछ नमूने एकत्र किए, जो एशिया के स्थानीय विषैले पिट वाइपर की एक प्रजाति है।
फोटो: शेंग-चाओ शिया, ग्लेडियस लैटरलिस
फोटो: शेंग-चाओ शिया, ग्लेडियस लैटरलिस
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चीन में जियुझाइगौ नेशनल नेचर रिजर्व सिचुआन प्रांत के किंघाई-तिब्बती पठार के पूर्वी किनारे में स्थित है। यह 651 वर्ग किलोमीटर तक फैला क्षेत्र है। रिजर्व अच्छी तरह से संरक्षित मूल जंगलों और कई ऊंचे पहाड़ में बनी झीलों से आच्छादित है। यहां कुछ दुर्लभ जानवर रहते है, जैसे कि विशालकाय पांडा (ऐलुरोपोडा मेलानोलुका) और गोल्डन स्नब-नोज्ड मंकी (राइनोपिथेकस रॉक्सेलाना)।  

कठोर ऊंचे पहाड़ी वातावरण के कारण, स्तनधारियों के विपरीत, क्षेत्र में हेपेटोलॉजिकल विविधता कम है। यहां बताते चलें कि हेपेटोलॉजिकल के अंतर्गत सरीसृप और उभयचर जीव आते हैं। इनके बारे में और जानने के लिए तथा क्षेत्र में भूकंप के बाद पारिस्थितिकी तंत्र की जांच करने के लिए, शोधकर्ताओं की एक टीम ने जियुझाइगौ नेशनल नेचर रिजर्व की जांच की। जीव विज्ञान संबंधी सर्वेक्षणों के दौरान, उन्होंने झारू घाटी से ग्लेडियस के कुछ नमूने एकत्र किए, जो एशिया के स्थानीय विषैले पिट वाइपर की एक प्रजाति है।

डॉ जिंगसॉन्ग शि ने बताया कि आकर और जाति-इतिहास संबंधी (फाईलोजेनेटिक) विश्लेषणों के बाद, वैज्ञानिकों ने पाया कि ये नमूने वास्तव में अभी तक दर्ज प्रजातियों के थे। नई प्रजाति आकृति के आधार पर समान पाई गई तथा यह फाइलोजेनेटिक रूप से भी इसमें निकटता देखी गई। यह हाल ही में दर्ज सिचुआन के हेइशुई, अबा में पाई गई एक और प्रजाति है, लेकिन बड़ी आंखें और पीठ की ओर से हर एक पर एक नियमित भूरे रंग की पट्टी होने से यह इससे अलग है। 

उन्होंने कहा इस प्रकार, हमने इसका नाम इसके अनोखे रंग के पैटर्न के नाम पर रखा जो कि ग्लेडियस लैटरलिस है।

शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में कहा है कि नया दर्ज किया गया सांप चूहों जैसे छोटे स्तनधारियों का शिकार करता है और गर्म, शुष्क घाटी में सड़क के किनारे धूप के दिनों में सक्रिय होता है।

उन्होंने कहा कि जी लैटरलिस की खोज एशियाई पिट वाइपर की विविधता और वितरण पैटर्न के बारे में नई जानकारी प्रदान करती है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि किंघाई-तिब्बत के पठार दक्षिण पश्चिम चीन में अल्पाइन पिट वाइपर के भौगोलिक रूप से अलग होने के प्रमुख कारकों में से एक हो सकता है।

शोधकर्ता बताते हैं कि जियुझाइगौ नेशनल नेचर रिजर्व, जहां जी लैटरलिस पाया गया था, यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। नई प्रजातियों का एकमात्र ज्ञात निवास स्थान झारू घाटी है और अब यह पर्यटन विकास के अधीन है। इस प्रकार, जहरीले पिट वाइपर से बचने के लिए आगंतुकों को चेतावनी संकेतों की अभी भी आवश्यकता है। एक अन्य पिट वाइपर प्रजाति, प्रोटोबोथ्रोप्स जेरडोनी, अक्सर सड़कों के दोनों किनारों पर घास या झाड़ियों में पाए जाते हैं।

सांपों को बचाने के लिए वहां अधिक कड़े नियमों की जरूरत है, यह उन्हें वाहनों से टक्कर के लिए अधिक प्रवण बनाती है, यही वजह है कि शोध टीम ने सड़क में दुर्घटनाओं और हत्याओं से बचने के लिए ड्राइवरों को वाहन धीमे चलाने पर जोर दिया है।

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