मधुमक्खियों के परागण की प्रक्रिया को बाधित करते हैं विद्युत टावरों से बनने वाले चुम्बकीय क्षेत्र

शोध में पाया गया कि, एक टावर के सबसे करीब वाले फूल की यात्राओं की आवृत्ति उन क्षेत्रों की तुलना में लगभग 308 फीसदी कम थी जहां कोई टावर नहीं थे
मधुमक्खियों के परागण की प्रक्रिया को बाधित करते हैं विद्युत टावरों से बनने वाले चुम्बकीय क्षेत्र
Published on

हम आने वाले 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस मनाने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में हमें यह जानना चाहिए कि कैसे हमारे आसपास से मधुमक्खियां दिखना कम हो गया है। मधुमक्खियों के कम होने का एक बड़ा कारण बिजली के टावर बताया गया है। आइए, इस नई रिसर्च के बारे में बात करते हैं।

शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया है कि बिजली के टावरों से निकलने वाले विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र मधुमक्खी के परागण की प्रक्रिया को रोकते हैं। इस बात का खुलासा चिली और अर्जेंटीना के जीव विज्ञानियों और पारिस्थितिकीविदों की एक टीम ने किया है।

पिछले शोधों ने सुझाव दिया है कि बिजली की लाइनों से निकलने वाले विद्युत चुम्बकीय विकिरण आसपास के पौधों और जानवरों पर असर डाल सकते हैं। हालांकि कुछ ने सुझाव दिया है कि बिना पेड़ों के इलाकों वाले अनोखे आवास जहां बिजली की लाइनें जंगलों से गुजरती हैं, कुछ प्राकृतिक फायदे भी दे सकती है।

इस नए प्रयास में, शोध टीम ने मधुमक्खियों पर विद्युत टावरों से उत्सर्जित विद्युत चुम्बकीय विकिरण के प्रभाव पर विशेष रूप से गौर किया। उन्होंने मधुमक्खियों को चुना क्योंकि पूर्व शोध से पता चला है कि वे प्राकृतिक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों का उपयोग करके इधर-उधर जाते हैं।

उन्होंने स्वयं बिजली लाइनों के बजाय बिजली के टावरों का उपयोग करना चुना क्योंकि उनके पास बिजली लाइनों के बिना समान टावरों तक पहुंच थी, जिससे तुलनात्मक की जा सकती है।

शोधकर्ताओं ने सबसे पहले सक्रिय टावरों और टावरों के चारों ओर फूलने वाले पोपियों की संख्या की गणना की जो निष्क्रिय थे, उन्होंने पाया कि सक्रिय टावरों के आसपास बहुत कम फूल थे। शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने के लिए कई टावरों के आसपास के विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों को भी मापा कि वे अलग-अलग दूरी पर कितने शक्तिशाली थे।

इसके बाद उन्होंने एक टावर से अलग-अलग दूरी पर उड़ने वाले मधुमक्खियों के कई नमूने एकत्र किए और उनके शरीर में एचएसपी70 नामक प्रोटीन के स्तर को मापा, इस प्रोटीन का मतलब है कि मधुमक्खियां तनाव में हैं। जैसा कि अपेक्षित था, उन्होंने बिजली के टावरों के सबसे करीब काम करने वाली मधुमक्खियों में इसका बहुत अधिक स्तर पाया।

शोध टीम ने फिर किसी अन्य टावर या लाइन से मधुमक्खी के अधिक नमूने एकत्र किए और उन्हें अध्ययन के लिए वापस अपनी प्रयोगशाला में लाए। उन्होंने उन्हें विभिन्न मात्रा में विद्युत चुम्बकीय विकिरण के संपर्क में लाया और फिर इधर-उधर जाने, तनाव और प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़े 14 जीनों से संबंधित अभिव्यक्तियों को मापा। उन्होंने विद्युत चुम्बकीय विकिरण के संपर्क में आने वाले 12 में अंतर देखा।

टीम ने बिजली के टावरों के करीब काम करने वाली मधुमक्खियों का अध्ययन करने के लिए एक बार फिर फील्ड में जाकर अपना अध्ययन पूरा किया। उन्होंने पाया कि एक टॉवर के सबसे करीब वाले फूल की यात्राओं की आवृत्ति उन क्षेत्रों की तुलना में लगभग 308 फीसदी कम थी जहां कोई टावर नहीं थे।

शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि बिजली के टावरों के आसपास के विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र मधुमक्खी परागण पर और विस्तार पर, आसपास के पौधे पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं। यह शोध साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in