वन्यजीव प्रेमियों के लिए उत्तर प्रदेश के इकलौते नेशनल पार्क दुधवा से खुशखबरी आई है। शीतकालीन पक्षी गणना के दौरान दुधवा में मैरून ओरियोल, यूरेशियन स्पैरोहाक समेत चिड़ियों की चार नई प्रजातियां मिली है। इनको आज तक दुधवा में नहीं देखा गया।
टाइगर, गैंडों, हाथी और घड़ियाल के लिए मशहूर दुधवा नेशनल पार्क में 18 जनवरी से 20 जनवरी तक शीतकालीन पक्षी गणना की गई। इस दौरान 4 नई चिड़िया देखने को मिलीं। इनमें से दो चिड़ियों के नाम अभी तक पता नहीं चल पाए हैं। इनमें से एक भी चिड़िया दुधवा नेशनल पार्क की डाटाबेस लिस्ट में भी नहीं है।
दुधवा पार्क फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडे, डीडी महावीर कौजलगी, कतर्निया घाट फाउंडेशन के संयोजक फजलुर्रहमान, सुरेश चौधरी, रूहेलखंड नेचर क्लब के काजलदास गुप्ता, रोहित शर्मा, अनिल साहनी, जीवनेश साहनी, पीकेश श्रीवास्तव, असन भदुरी, जसबिन्दर सिंह ने चार टीमों में बंटकर पक्षियों की साइटिंग की थी। साइटिंग के दौरान कुछ ऐसी चिड़िया भी मिलीं जो आम तौर पर गर्मी में दिखती हैं। इनमें पैराडाइज फ्लाई कैचर, पैरी ग्रीन फाल्कन, ब्लैक ब्रिटर्न शामिल रही।
दुधवा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडे ने बताया कि शीतकालीन पक्षी गणना में मैरून ओरियोल, यूरेशियन स्पैरोहाक आदि कुछ नई चिड़िया मिली हैं। इनकी डाटा मिलान रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसको जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। पिछले वर्ष दुधवा में बर्ड फेस्टिवल भी हुआ था, जिसमें देशी-विदेशी पक्षी विशेषज्ञ शामिल हुए थे। बर्ड फेस्टिवल में आने वाले मेहमानों को झादी ताल, सठियाना और बांके ताल की विजिट कराई गई थी। इन जगहों पर सबसे ज्यादा पक्षी दिखते हैं।