बरेली, ज्योति पांडे
नेपाल से भटक कर भारत आए हाथियों के आतंक का सिलसिला लगातार जारी है। बरेली में किसान को मारने के बाद हाथियों ने रामपुर में एक व्यक्ति और उसके कुत्ते को कुचल कर मार दिया। हाथियों ने एक अन्य किसान को भी घायल कर दिया जिसे इलाज के लिए रुद्रपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लखीमपुर के रास्ते नेपाल के दो हाथियों ने लगभग एक हफ्ते पहले उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया था। रविवार को हाथी रामपुर जिले की बिलासपुर तहसील में पहुंच गए। हाथियों ने रेलवे क्रासिंग पर पापड़ बेचने वाले बिहार के छपरा निवासी बैजनाथ (48) और उसके कुत्ते को पटक-पटक कर मार डाला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोगों के मना करने के बाद भी वो अपने कुत्ते के साथ हाथियों को नजदीक से देखने चला गया था। हाथियों के उत्पात की सूचना पर डीएफओ एके कश्यप सहित अन्य कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
किसी तरह से हाथियों को खदेड़ा गया। इससे पहले रविवार सुबह 4 बजे हाथियों ने उत्तराखंड की सीमा से सटे रामपुर के गांव इंदरपुर में एक किसान पर हमला कर दिया। किसान लखविंदर सिंह अपने गन्ने के खेत में गए हुए थे। वहीं हाथियों ने उन पर हमला कर दिया। परिजनों ने गंभीर हालत में उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया। हालात खराब होने पर लखविंदर को रुद्रपुर के जिला अस्पताल में रेफर कर दिया। वहां उनका इलाज चल रहा है।
हाथियों से निपटने के लिए उत्तराखंड वन विभाग, जिम कार्बेट नेशनल पार्क, वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया और पीलीभीत टाइगर रिजर्व की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं। इस टीम ने हाथियों को उत्तराखंड की सीमा में खदेड़ दिया था। हाथी उत्तराखंड के गांव हाजापुर तक जाकर फिर से उत्तर प्रदेश की सीमा में लौट आये थे। हाथियों के उत्पात से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोगों को डर सता रहा है कि रात के वक्त हाथी कहीं और हमलावर ना हो जाएं।
बता दें कि एक हफ्ते पहले नेपाल के हाथी यूपी में आ गए थे। उन्होंने सबसे पहले लखीमपुर और पीलीभीत में उत्पात मचाया। उसके बाद हाथी बरेली की तहसील बहेड़ी में आकर जम गए। 27 जून को बहेड़ी के गांव भट्टी वाली गौटिया में हाथियों ने किसान लाखन सिंह को कुचलकर मार डाला था। फॉरेस्ट कंजरवेटर पीपी सिंह ने बताया कि हाथियों पर ड्रोन कैमरे से लगातार नजर रखी जा रही है। वन विभाग की टीम हाथियों को आबादी से बचाकर उत्तराखंड के चोरगलिया के जंगल में ले जाने का प्रयास कर रही है। टीम का कहना है कि दोनों हाथी नर हैं।
वहीं डीएफओ रामपुर एके कश्यप ने बताया कि रात के वक्त हाथियों को उत्तराखंड के जंगलों की ओर खदेड़ने की कोशिश की जाएगी। हाथियों को इंजेक्शन मारकर बेहोश करने को भी टीम बुलाई है। उन्होंने बताया कि मृत व्यक्ति के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।