हर साल 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया जाता है। यह दिन 23 मार्च 1950 को विश्व मौसम विज्ञान की स्थापना करने वाले कन्वेंशन के लागू होने की याद दिलाता है।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया के कई हिस्सों में मौसम, जलवायु और पानी से संबंधित चरम घटनाएं लगातार और तीव्र होती जा रही हैं। हम में से जायदातर लोग पहले से कहीं अधिक इस तरह के खतरों के संपर्क में हैं। ये घटनाएं जनसंख्या वृद्धि, शहरीकरण और पर्यावरणीय गिरावट के परिणामस्वरूप बढ़ रहीं हैं।
मौसम कैसा रहेगा इसके पूर्वानुमान अब पर्याप्त नहीं हैं। प्रभाव-आधारित पूर्वानुमान जो जनता को सूचित करते हैं कि मौसम क्या करेगा, जीवन और आजीविका को बचाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। फिर भी तीन में से एक व्यक्ति की अभी भी पूर्व चेतावनी प्रणाली तक पहुंच नहीं है।
राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवाओं, आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों और विकास एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय बेहतर रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए जरूरी है।
कोविड-19 ने समाज के सामने आने वाली चुनौतियों को और जटिल बना दिया है तथा इसके मुकाबले के लिए तंत्र को कमजोर कर दिया है। महामारी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि, हमारी परस्पर जुड़ी दुनिया में, हमें जलवायु कार्रवाई, आपदा जोखिम में कमी और सतत विकास पर वैश्विक लक्ष्यों की दिशा में प्रगति करने के लिए वास्तव में बहुत सारे खतरों से निपटने के लिए एक आधुनिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।
वर्तमान और भविष्य में तैयार रहने और सही समय पर सही जगह पर कार्य करने में सक्षम होने से, कई लोगों की जान बचाई जा सकती है और समुदायों की आजीविका की रक्षा की जा सकती हैं।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च 2022 का सही समय पर सही कार्रवाई का विषय रखा गया है। यह आपदा से उत्पन्न जोखिम को कम करने के लिए जल-मौसम विज्ञान और जलवायु सूचना के महत्वपूर्ण महत्व पर प्रकाश डालता है।
क्या है विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2022 का विषय या थीम?
विश्व मौसम विज्ञान दिवस हर साल एक अलग आदर्श वाक्य के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व मौसम विज्ञान दिवस ‘सही समय पर सही कार्रवाई’ या ‘अर्ली वार्निंग एंड अर्ली एक्शन’ की थीम को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा। डब्ल्यूएमओ अपना अधिकतम ध्यान जलवायु परिवर्तन पर देता है। इस वर्ष वे लोगों को जागरूक करना चाहते हैं कि सही समय पर सही कार्रवाई करना बड़ी समस्याओं को रोकने का एक शानदार तरीका हो सकता है। डब्ल्यूएमओ एक अंतर सरकारी संगठन है जिसके पास संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों की सदस्यता है।
क्या है विश्व मौसम विज्ञान दिवस का इतिहास?
जैसा कि ऊपर भी बताया गया है, विश्व मौसम विज्ञान दिवस को विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की स्थापना के रूप में मनाया जाता है, जिसे 23 मार्च 1950 को स्थापित किया गया था। आज, संगठन को 72 वर्ष हो गए हैं, और इसने बहुत प्रगति की है और दुनिया भर की मदद की है। डब्ल्यूएमओ का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है।
संगठन की जड़ें अंतर्राष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन (आईएमओ) से निकलीं और वियना अंतर्राष्ट्रीय मौसम विज्ञान कांग्रेस 1873 द्वारा इसका निरीक्षण किया गया। वर्ष 1950 में डब्लूएमओ अंततः डब्लूएमओ सम्मेलन की मंजूरी से सक्रिय हुआ। अपनी स्थापना के लगभग एक साल बाद, डब्ल्यूएमओ संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक विशेष एजेंसी बन गया है।
क्या महत्व है विश्व मौसम विज्ञान दिवस का?
विश्व मौसम विज्ञान दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह ग्रह पृथ्वी के विभिन्न मुद्दों की वैश्विक स्वीकृति पर केंद्रित है। यह दिन दुनिया भर में पृथ्वी की कई चिंताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाकर आयोजित किया जाता है।
बढ़ते जोखिम और विश्व मौसम विज्ञान दिवस
पिछले 50 वर्षों में 11,000 से अधिक मौसम, जलवायु और पानी से संबंधित आपदाएं हुईं हैं। जिसके परिणामस्वरूप केवल 20 लाख से अधिक मौतें हुईं और 3.64 ट्रिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ।
डब्ल्यूएमओ के 'एटलस ऑफ मॉर्टेलिटी एंड इकोनॉमिक लॉस फ्रॉम वेदर, क्लाइमेट एंड वॉटर एक्सट्रीम 1970-2019' के मुताबिक 1970 से 2019 के बीच आपदाओं की संख्या में पांच गुना बढ़ोतरी हो गई है, जबकि आर्थिक नुकसान और भी बढ़ गया है।
हालांकि बेहतर प्रारंभिक चेतावनियों और आपदा जोखिम कम करने की रणनीतियों के लिए काफी उपाय किए गए हैं, डब्लूएमओ ने कहा कि 1970 के बाद से मौतों की संख्या लगभग तीन गुना कम हो गई।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2022 के कार्यक्रमों से आप कैसे जुड़ सकते हैं?
कार्यक्रम बुधवार, 23 मार्च 2022 को भारतीय समय के मुताबिक शाम को 7:00 से 8:30 तक चलेगा। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए, जूम के माध्यम से जुड़ा जा सकता है। समारोह का अंग्रेजी में डब्ल्यूएमओ यूट्यूब चैनल पर लाइव-स्ट्रीम भी किया जाएगा।