पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय, उत्तर भारत में बदल सकता है मौसम का मिजाज, जानें अन्य हिस्सों के हाल

आज तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा 26 और 27 अक्टूबर को केरल और माहे के कुछ इलाकों (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
पश्चिमी विक्षोभ ने मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में मौजूदगी दर्ज करा दी है, इसके चलते उत्तर भारत के मौसम के मिजाज में बदलाव दिख सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ ने मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में मौजूदगी दर्ज करा दी है, इसके चलते उत्तर भारत के मौसम के मिजाज में बदलाव दिख सकता है।
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देश के कुछ हिस्सों में चक्रवाती तूफान 'दाना' के कारण भारी बारिश हुई, वहीं मौसम विभाग की मानें तो पूर्वोत्तर, मध्य, पश्चिम और उत्तर-पश्चिम भारत में इस सप्ताह भी मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है। यानी देश के इन हिस्सों में भारी बारिश होने की कोई संभावना नहीं है। दिन में तेज धूप के चलते पश्चिम राजस्थान के कुछ इलाकों में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ ने मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में मौजूदगी दर्ज करा दी है, इसके चलते उत्तर भारत के मौसम के मिजाज में बदलाव दिख सकता है।

वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के हिस्सों में भी मौसम शुष्क बना हुआ है, तेज धूप की वजह से खासकर दिन का तापमान बहुत अधिक है। आज दिल्ली में अधिकतम तापमान के 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

उत्तराखंड में मौसमी बदलाव की बात करें तो, मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, यानी 26 अक्टूबर को प्रदेश के अधिकतर जिलों में मौसम शुष्क और मौसम साफ रहेगा। विभाग ने देहरादून में कुहासा छाए रहने की आशंका जताई है। वहीं आज, देहरादून का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।

कुछ दिनों से उत्तराखंड के पहाड़ी हिस्सों का मौसम सर्द बना हुआ है। पिथौरागढ़, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग और चमोली जैसे पर्वतीय जिलों की ऊंची चोटियों पर बारिश और बर्फबारी के बाद ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिवाली के बाद से ही उत्तराखंड में सर्दी का प्रकोप बढ़ने लगेगा।

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसमी बदलाव को लेकर मौसम विभाग का ताजा अपडेट कहता है कि दक्षिण केरल तट से दूर दक्षिण-पूर्व अरब सागर के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण अगले दो से तीन दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।

वहीं आज, यानी 26 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में तथा 26 और 27 अक्टूबर को केरल और माहे के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं कल, चक्रवाती तूफान दाना व चक्रवाती प्रसार के चलते तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, यहां 120 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई। कल, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई, यहां 70 मिमी तक बरसे बादल।

चक्रवाती प्रसार के चलते केरल के तटीय क्षेत्रों तथा लक्षद्वीप के इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर, हरियाणा के हिसार और दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल में गंगा के अधिकतर मैदानी इलाकों, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, बिहार तथा अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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