पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय, उत्तर के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश, दक्षिण में भी बरसेंगे बादल

जम्मू और कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक बना हुआ है, वहीं पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में पारा 39 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में सक्रिय हो गया है, इसके कारण उत्तर भारत में मौसम के मिजाज में बदलाव हो सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में सक्रिय हो गया है, इसके कारण उत्तर भारत में मौसम के मिजाज में बदलाव हो सकता है।
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उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है, इन इलाकों में जम्मू और कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश तक शामिल हैं। वहीं पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में पारा लगातार 39 डिग्री से अधिक बना हुआ है।

राष्ट्रीय राजधानी में पारा लुढ़कता हुआ दिख रहा है, दिल्ली के रिज के इलाकों में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। दिल्ली में वायु गुणवत्त्ता अभी भी खतरनाक श्रेणी में बनी हुई है। मौसम विभाग ने आज यहां आसमान के साफ रहने और अधिकतम तापमान के 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान लगाया है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में देश के अधिकतर हिस्सों में मौसम के शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। वहीं, विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में सक्रिय हो गया है, इसके कारण उत्तर भारत में मौसम के मिजाज में बदलाव हो सकता है।

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के तमाम हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। हालांकि पहाड़ी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात का दौर जारी है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में सुबह और शाम ठंडा मौसम और दोपहर के समय सूरज की तपिश बरकरार है।

देहरादून स्थित मौसम विज्ञान के मुताबिक, राजधानी देहरादून में पारा 31 डिग्री को छू रहा रहा है। आज, 30 अक्टूबर को कुमाऊं के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। बाकी इलाकों में मौसम के शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और उससे सटे ओडिशा पर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार लगातार बना हुआ है। यह मध्य स्तरों तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।

मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि 31 अक्टूबर से दो नवंबर के दौरान केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के चुरू में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 29 अक्टूबर को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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