उत्तर में पारा सामान्य से ऊपर, दक्षिण में बारिश, पश्चिमी हिमालय में सक्रिय हो सकता है पश्चिमी विक्षोभ

एक नया पश्चिमी विक्षोभ पूर्वोत्तर ईरान और निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है। विभाग ने कहा है कि इसके कारण पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव देखा जा सकता है।
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में बदलाव का पूर्वानुमान देखें तो यहां अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बहुत बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में बदलाव का पूर्वानुमान देखें तो यहां अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बहुत बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
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देश के अधिकतर हिस्सों में तापमान अभी भी सामान्य से अधिक बना हुआ है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, उसके बाद के दो से तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती सकती है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में बदलाव का पूर्वानुमान देखें तो यहां अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बहुत बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, सौराष्ट्र और कच्छ के भुज-रुद्रमाता में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ पूर्वोत्तर ईरान और निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है। विभाग ने कहा है कि इसके चलते पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। फिलहाल उत्तर भारत के पहाड़ी हिस्सों में मौसम शुष्क व साफ बना हुआ है।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 29 नवंबर तक देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 30 नवंबर तक तथा उत्तर प्रदेश में एक दिसंबर की सुबह तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है

जबकि कल, 27 नवंबर की रात से आज सुबह तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों तथा कोडईकनाल में घना कोहरा छाया रहा।

कोहरे की वजह से आज सुबह तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कोडईकनाल में दृश्यता शून्य रही, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दृश्यता 500 मीटर, बिहार के मुजफ्फरपुर में दृश्यता 500 मीटर तथा असम और मेघालय के हाफलोंग में भी दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज भी आसमान साफ रहेगा तथा धूप खिली रहेगी। यहां सुबह के समय हवाओं की गति के चार किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। सुबह के समय धुंध व मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार जताए गए हैं।

दोपहर के समय दिल्ली में दक्षिण-पूर्व दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के छह किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। शाम और रात के समय उत्तर-पूर्व दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार घटकर चार किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, शाम व रात में धुंध तथा हल्का कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

तूफानी गतिविधि के चलते भारी बारिश के आसार

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बने डीप डिप्रेशन की वजह से आज तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

समुद्र में उथल-पुथल

डीप डिप्रेशन व तूफानी गतिविधि के कारण आज, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के तटों पर 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली भयंकर तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 55 से 65 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली भयंकर तूफानी हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

भयंकर तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 27 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई इलाकों, केरल और माहे, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 27 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के नागपट्टिनम में 6 सेमी, कराईकल में 3 सेमी, परंगीपेट्टई, अतिरामपट्टिनम प्रत्येक जगह 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के नानकॉरी में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

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